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कोटिया के दो गांवों में पड़े वोट, आंध्र पुलिस और ओडिशा के नेताओं के बीच नोकझोंक - ओडिशा के प्रशासनिक अधिकारियों

आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बीच सीमा विवाद के बीच गुरुवार को जिला परिषद चुनाव हुए. कोटिया ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले दो गांवों में वोटिंग हुई. इस आंध्र पुलिस और ओडिशा के नेताओं के बीच नोकझोंक भी हुई.

कोटिया के दो गांवों में पड़े वोट
कोटिया के दो गांवों में पड़े वोट
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Published : Apr 8, 2021, 9:35 PM IST

कोरापुट (ओडिशा) : ओडिशा के कोरापुट जिले में कोटिया ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले दो गांवों में आंध्र प्रदेश सरकार ने चुनाव करवाए, जबकि ये क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.

कोरापुट कलेक्टर ने कोटिया के फट्टूसुनेरी और नेरिबालसा गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया था और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की थी, फिर भी इन क्षेत्रों में मतदान हुआ.

कोटिया के दो गांवों में पड़े वोट

आंध्र प्रदेश के अधिकारियों और पुलिस ने गांवों में बूथ स्थापित किए और गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू कर दिया. निषेधात्मक आदेशों के कारण कई ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया. आंध्र के अधिकारियों ने ओडिशा के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा की कि उन्हें मतदान केंद्रों का दौरा करने की अनुमति दी जाए. दूसरी ओर आंध्र पुलिस और ओडिशा के कुछ नेताओं के बीच शब्दों का आदान-प्रदान और नोकझोंक भी हुई.

पढ़ें- आंध्र में चुनाव का कोटिया के गांवों पर असर, 22 गांवों में धारा 144 लागू

दरअसल कोटिया वह इलाका है जिसको लेकर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में सीमा विवाद है. आंध्र प्रदेश के साथ लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद को लेकर ओडिशा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दूसरी अवमानना ​​याचिका दायर की है. उनका कहना है कि पड़ोसी राज्य फिर से कोटिया जीपी के तहत गांवों में चुनाव करवा रहा है.

कोरापुट (ओडिशा) : ओडिशा के कोरापुट जिले में कोटिया ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले दो गांवों में आंध्र प्रदेश सरकार ने चुनाव करवाए, जबकि ये क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.

कोरापुट कलेक्टर ने कोटिया के फट्टूसुनेरी और नेरिबालसा गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया था और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की थी, फिर भी इन क्षेत्रों में मतदान हुआ.

कोटिया के दो गांवों में पड़े वोट

आंध्र प्रदेश के अधिकारियों और पुलिस ने गांवों में बूथ स्थापित किए और गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू कर दिया. निषेधात्मक आदेशों के कारण कई ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया. आंध्र के अधिकारियों ने ओडिशा के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा की कि उन्हें मतदान केंद्रों का दौरा करने की अनुमति दी जाए. दूसरी ओर आंध्र पुलिस और ओडिशा के कुछ नेताओं के बीच शब्दों का आदान-प्रदान और नोकझोंक भी हुई.

पढ़ें- आंध्र में चुनाव का कोटिया के गांवों पर असर, 22 गांवों में धारा 144 लागू

दरअसल कोटिया वह इलाका है जिसको लेकर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में सीमा विवाद है. आंध्र प्रदेश के साथ लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद को लेकर ओडिशा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दूसरी अवमानना ​​याचिका दायर की है. उनका कहना है कि पड़ोसी राज्य फिर से कोटिया जीपी के तहत गांवों में चुनाव करवा रहा है.

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