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Lalu Yadav को छतरी लगाने पर SDPO को देनी पड़ी सफाई, बोले- 'हमारी मंशा ठीक थी, एक वृद्ध व्यक्ति को..'

लालू यादव को छतरी लगाना एसडीपीओ को महंगा पड़ गया है. अब उन्हें इसपर सफाई भी देनी पड़ी. हालांकि मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है.आगे पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 22, 2023, 8:41 PM IST

Updated : Aug 22, 2023, 11:05 PM IST

देखें रिपोर्ट.

गोपालगंज : बिहार की राजनीति में अचानक से 'छाता' की एंट्री हो गयी है. वैसे तो धूप और बारिश में लोग छाता का इस्तेमाल करते हैं. पर जिस तरह से गोपालगंज में एसडीपीओ छाता को लेकर थे, उसको लेकर घमासान मच गया है. बीजेपी फ्रंटफुट पर बैटिंग करने उतर गयी है.

ये भी पढ़ें - 'Lalu Yadav जब सीएम थे तब IAS अधिकारी उनका थूकदान उठाते थे..' सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से किया बड़ा सवाल

एसडीपीओ ने लालू यादव को लगाया छाता : दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे. इस दौरान उनके आगमन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी ताकि सुरक्षा में कोई चूक ना हो. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. जिसमें हथुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उनके लिए छाता लगाए हुए नजर आए. उनकी यह तस्वीर कैमरे में कैद हो गयी और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

SDPO ने 'छाता' पर दी सफाई : हालांकि इस मामले पर एसडीपीओ ने अपनी सफाई देते हुए बताया की हमारी मंशा ठीक है. एक वृद्ध व्यक्ति की मदद की है. इतनी तेज बारिश थी कि व्यवस्था जितनी होनी चाहिए थी उतनी नहीं थी. फिर भी हमलोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त रखा था, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो और हम लोग इसमें कामयाब हुए.

ईटीवी भारत GFX.
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''जो आरोप लगाया जा रहा है वह बिल्कुल निराधार है. इतनी तेज बारिश हो रही थी और हथियार भी मेरे पास था. एक वृद्ध व्यक्ति थे, मानवता के आधार पर और लोगों की सिक्योरिटी परपस देखना था इसलिए साथ-साथ में चल रहे थे. उसी को निगेटिव खबर बनाकर लोग चला रहे हैं. गुड फेथ में मैंने काम किया है. कानून संगत काम किया है मेरी मंशा ठीक है.''- अनुराग कुमार, एसडीपीओ, हथुआ

सुशील मोदी ने वीडियो पर कसा तंज : बहरहाल, वीडियो वायरल होने के बाद सियासत एक बार फिर गरमा गई है. सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है. विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिला गया है. तभी तो बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने इस वीडियो पर सवाल खड़े किए.

ईटीवी भारत GFX.
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''लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आई एस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि एस डी पी ओ साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं. नीतीश जी का यही सुशासन है ? लालू प्रसाद किसी संवैधानिक पद पर नहीं, बल्कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और जमानत पर हैं, फिर भी उनकी निजी यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन राजद प्रमुख की सेवा में नतमस्तक रहा.''- सुशील मोदी, बीजेपी से राज्यसभा सांसद

ईटीवी भारत GFX.
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लालू ने परिवार के साथ थावे मंदिर में की पूजा : दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने गृह जिला गोपालगंज में सोमवार की शाम अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे तेज प्रताप यादव के साथ पहुंचे. वहीं मंगलवार की सुबह थावे मंदिर में जाकर थावे दुर्गा मां की पूजा-अर्चना की. इसके बाद फुलवरिया अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए.

मंदिर से लेकर घर तक लगाया छाता : लालू यादव जब थावे दुर्गा मंदिर में पहुंचे तो उस वक्त बारिश हो रही थी. इस बीच हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार लालू को बारिश से बचाने के लिए छाता लेकर चल रहे थे. यही नहीं जब लालू अपने गांव फुलवरिया गए तो वहां भी अनुराग कुमार लालू को छाता लगाते देखे गये.

देखें रिपोर्ट.

गोपालगंज : बिहार की राजनीति में अचानक से 'छाता' की एंट्री हो गयी है. वैसे तो धूप और बारिश में लोग छाता का इस्तेमाल करते हैं. पर जिस तरह से गोपालगंज में एसडीपीओ छाता को लेकर थे, उसको लेकर घमासान मच गया है. बीजेपी फ्रंटफुट पर बैटिंग करने उतर गयी है.

ये भी पढ़ें - 'Lalu Yadav जब सीएम थे तब IAS अधिकारी उनका थूकदान उठाते थे..' सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से किया बड़ा सवाल

एसडीपीओ ने लालू यादव को लगाया छाता : दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे. इस दौरान उनके आगमन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी ताकि सुरक्षा में कोई चूक ना हो. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. जिसमें हथुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उनके लिए छाता लगाए हुए नजर आए. उनकी यह तस्वीर कैमरे में कैद हो गयी और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

SDPO ने 'छाता' पर दी सफाई : हालांकि इस मामले पर एसडीपीओ ने अपनी सफाई देते हुए बताया की हमारी मंशा ठीक है. एक वृद्ध व्यक्ति की मदद की है. इतनी तेज बारिश थी कि व्यवस्था जितनी होनी चाहिए थी उतनी नहीं थी. फिर भी हमलोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त रखा था, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो और हम लोग इसमें कामयाब हुए.

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''जो आरोप लगाया जा रहा है वह बिल्कुल निराधार है. इतनी तेज बारिश हो रही थी और हथियार भी मेरे पास था. एक वृद्ध व्यक्ति थे, मानवता के आधार पर और लोगों की सिक्योरिटी परपस देखना था इसलिए साथ-साथ में चल रहे थे. उसी को निगेटिव खबर बनाकर लोग चला रहे हैं. गुड फेथ में मैंने काम किया है. कानून संगत काम किया है मेरी मंशा ठीक है.''- अनुराग कुमार, एसडीपीओ, हथुआ

सुशील मोदी ने वीडियो पर कसा तंज : बहरहाल, वीडियो वायरल होने के बाद सियासत एक बार फिर गरमा गई है. सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है. विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिला गया है. तभी तो बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने इस वीडियो पर सवाल खड़े किए.

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''लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आई एस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि एस डी पी ओ साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं. नीतीश जी का यही सुशासन है ? लालू प्रसाद किसी संवैधानिक पद पर नहीं, बल्कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और जमानत पर हैं, फिर भी उनकी निजी यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन राजद प्रमुख की सेवा में नतमस्तक रहा.''- सुशील मोदी, बीजेपी से राज्यसभा सांसद

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लालू ने परिवार के साथ थावे मंदिर में की पूजा : दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने गृह जिला गोपालगंज में सोमवार की शाम अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे तेज प्रताप यादव के साथ पहुंचे. वहीं मंगलवार की सुबह थावे मंदिर में जाकर थावे दुर्गा मां की पूजा-अर्चना की. इसके बाद फुलवरिया अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए.

मंदिर से लेकर घर तक लगाया छाता : लालू यादव जब थावे दुर्गा मंदिर में पहुंचे तो उस वक्त बारिश हो रही थी. इस बीच हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार लालू को बारिश से बचाने के लिए छाता लेकर चल रहे थे. यही नहीं जब लालू अपने गांव फुलवरिया गए तो वहां भी अनुराग कुमार लालू को छाता लगाते देखे गये.

Last Updated : Aug 22, 2023, 11:05 PM IST
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