बेंगलुरु: बकरीद के बारे में सोचते ही सबसे पहले बिरयानी का ख्याल आता है. इसी बिरयानी के कारण गुरुवार को सीएम सिद्धारमैया के आवास के सामने एक दिलचस्प घटना हुई. बकरीद के दिन बिरयानी बनाना और उसे खाना मुस्लिमों द्वारा पुराने समय से चली आ रही परंपरा है. गुरुवार को भी पूरे राज्य में बकरीद का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया और लोगों ने बिरयानी का लुत्फ उठाया. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के मैसूर रोड पर ईदगाह मैदान में आयोजित बकरीद समारोह में भाग लिया.
बाद में शाम तक कोई कार्यक्रम नहीं होने पर सीएम शिवानंद सर्किल के पास स्थित अपने सरकारी आवास पर पहुंचे. सिद्धारमैया के करीबी मंत्री ज़मीर अहमद खान ने कुछ विशेष बिरयानी पैक की थी और इसे सिद्धारमैया के आवास पर भेजा था. जमीर द्वारा भेजा गया बिरयानी पार्सल ऑटो में रखा गया और सिद्धारमैया के आवास पर लाया गया. बिरयानी के डिब्बों को प्लास्टिक की थैलियों में पैक करके एक ऑटो से व्यवस्थित तरीके से सीएम के घर भेजा गया.
लेकिन, जब ऑटो सीएम आवास के पास पहुंचा, तो पुलिस ने ऑटो को रोक लिया और अंदर नहीं जाने दिया. पुलिस ने शिष्टाचार का हवाला देते हुए ऑटो को अंदर ले जाने से इनकार कर दिया और ऑटो को बिरयानी के साथ वापस भेज दिया. बिरयानी, जिसे सीएम के घर के अंदर जाना था, चामराजपेट में ज़मीर के घर लौट आई. लेकिन ज़मीर अहमद, जिन्हें सिद्धारमैया के शिष्य के तौर पर भी जाना जाता है, उन्हें किसी भी तरह से सीएम के आवास पर बिरयानी भेजनी थी.
सिद्धारमैया नॉनवेज खाने के शौकीन हैं और उन्होंने सोचा कि उनके लिए विशेष रूप से तैयार की गई बिरयानी बर्बाद नहीं होनी चाहिए और उन्होंने ऐसा करने का एक तरीका ढूंढ लिया. इसके बाद ऑटो से वापस आई बिरयानी को उन्होंने एक मर्सिडीज-बेंज कार में रखवाया, उसे वापस सिद्धारमैया के आवास पर भेजा. वही पुलिसकर्मी जिन्होंने ऑटो में बिरयानी आने से रोक दी थी और वापस भेज दिया था, लेकिन इस बार उन्होंने कार को विशेष शाही सम्मान दिया और उसे सिद्धारमैया के आवास के अंदर भेज दिया.
बिरयानी, जो ऑटो से पहुंचनी थी, शाही शिष्टाचार के साथ कार से सिद्धारमैया के आवास पर पहुंची और दोपहर के भोजन के रूप में सिद्धारमैया के आवास पर भोजन के तौर पर परोसी गई. यहां अंतर यह है कि पहले ऑटो में आने वाली बिरयानी के पास सीएम आवास में प्रवेश का कोई पास नहीं था. लेकिन बाद में आई मर्सिडीज-बेंज कार के पास सीएम आवास का प्रवेश पास होने के कारण कोई दिक्कत नहीं हुई.