हैदराबाद : स्पेशल ऑपरेशन टीम ने पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में 800 किलो गांजा पकड़ा है. ये गांजा हैदराबाद के रास्ते यूपी ले जाया जा रहा था. आंध्र-ओडिशा सीमा से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर तक भांग की तस्करी के मामले में पुलिस ने दो अंतरराज्यीय संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. उनसे एक लॉरी भी जब्त की गई है. पकड़े गए गांजा की कीमत करीब 2 करोड़ रुपये है.
पुलिस ने बताया कि सिकंदर, खुशी मोहम्मद, सोनू सिंह और उत्तर प्रदेश के बिजेंद्र सिंह आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) से यूपी और दिल्ली में भांग की तस्करी कर रहे थे. इन सभी ने तस्करों की मदद से खुशी मोहम्मद को माल बेचने की योजना बनाई. इसी के तहत उन्होंने लॉरी मालिक बिजेंद्र सिंह के साथ इस महीने की 6 तारीख को विजयवाड़ा में कपास के बीज खरीदे और भांग को बिनौले के बोरे में डाल दिया. वे उन बैगों को एक लॉरी में राजमुंदरी एजेंसी क्षेत्रों में ले गए.
कपास के बीज की बोरियों की बीच 800 किलो भांग छिपाकर उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए. पुलिस चौकियों पर उन्होंने कपास के बीज की खरीद रसीदें दिखाईं. वह इस फिराक में थे कि ऐसा कर बच जाएंगे और आउटर रिंग रोड के जरिए यूपी पहुंच जाएंगे लेकिन शमशाबाद एसओटी निरीक्षक वेंकट रेड्डी और श्रीधर कुमार की टीम को इसकी सूचना मिल गई. टीम ने शमशाबाद के पास एक चेकपॉइंट पर लॉरी को रोका, जिसमें भांग बरामद हुई. शमशाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर खुशी मोहम्मद और सोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. लॉरी भी जब्त कर ली गई है. जबकि दो आरोपी फरार हो गए.
लॉरी के साथ दो सेल फोन जब्त किए गए. बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गईं. जब्त गांजा की कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई है. सीपी स्टीफन रवींद्र ने भांग की जब्ती में अहम भूमिका निभाने वाले एसओटी के अतिरिक्त डीसीपी पी नारायण, शमशाबाद एसीपी भास्कर, इंस्पेक्टर श्रीधर कुमार, वेंकट रेड्डी, एसआई रवि और एसआई राजेश्वर रेड्डी को बधाई दी है.
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