नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा है जो इस वक्त विदेश में है. रोहित ने हत्या को अंजाम देने के लिए शूटर की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी अपने राइट हैंड वीरेंद्र चारन को दी थी.
गिरफ्तार किए गए आरोपी में एक रोहित राठौड़ ने पूछताछ बताया कि वह वीरेंद्र चारन के साथ राजस्थान की जेल में बंद था. उसके ऊपर बलात्कार का मामला दर्ज था, जिसमें सुखदेव उसके खिलाफ पैरवी कर रहे थे. इससे वह सुखदेव सिंह को लेकर गुस्से में था. इसी बात का फायदा उठाकर वीरेंद्र चारन ने सुखदेव की हत्या के लिए रोहित को तैयार किया.
यह भी सामने आया है कि हत्या से पहले शूटर नितिन और रोहित को 50-50 हजार रुपये मिले थे. चंडीगढ़ के बाद दोनों का गोवा जाने का प्लान था, जहां से वे दक्षिण भारत में छिपते और फिर वहां से पासपोर्ट और विदेश जाने का इंतजाम होने के बाद वे देश छोड़ देते. हालांकि वे इसके पहले ही पकड़ लिए गए. आरोपियों ने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले हत्या की साजिश रची गई थी, जिसके पहले नवीन शेखावत ने रेकी की थी. वहीं नवीन शेखावत ने डर की वजह से घटना को रोकने की कोशिश की थी, जिसके चलते उसे भी गोली मार दी गई.
कौन है नितिन फौजी: आरोपी नितिन फौजी पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में अपहरण का मामला दर्ज है. वह जेल में रहने के दौरान वीरेंद्र चारन के संपर्क में आया था. वीरेंद्र चारन ने नितिन को विदेश में सेटल करने का भरोसा दिलाया था. वहीं हत्याकांड के पहले और बाद में वीरेंद्र चारन ने अपने गुर्गों के जरिए दोनों शूटरों को जयपुर में हथियार भिजवाए थे. शूटर नितिन और रोहित ने यह भी बताया कि उन्होंने हत्याकांड के बाद जयपुर के पास एक होटल के करीब हथियार छुपाएं हैं.
अल्टीमेटम के बाद पकड़े गए आरोपी: गौरतलब है कि गोगामेड़ी की हत्या के बाद उनके समर्थक सड़क पर उतर आए थे, जिन्होंने पुलिस और प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. हालांकि इसके पहले ही दोनों शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ पकड़ लिए गए.
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इस रूट से भागे आरोपी: हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी पुलिस से बचने की तमाम कोशिश कर रहे थे, दोनों शूटर पुलिस को चकमा देने के लिए एक शहर से दूसरे शहर लगातार शिफ्ट हो रहे थे. पहले ये ट्रेन से जयपुर से हिसार पहुंचे, जहां इन्होंने तीसरे आरोपी उधम को भी साथ लिया. इसके बाद वहां से मनाली गए. वहां से तीनों मंडी से होते हुए चंडीगढ़ पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. फिलहाल पुलिस द्वारा उन्हें जयपुर ले जाया जा रहा है.
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