झांसी/प्रयागराज : यूपी पुलिस साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद काे लेकर प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल पहुंच चुकी है. मंगलवार काे कोर्ट में उसकी पेशी होनी है. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतीक अहमद को नैनी सेंट्रल जेल लाया गया है. शाम 5ः26 बजे उसका काफिला जेल में दाखिल हुआ. शाम 5ः28 बजे अतीक अहमद को सीधे जेल गेट के अंदर गाड़ी से उतारा गया. इस दौरान भारी फोर्स तैनात रही. वहीं, शाम को भाई अशरफ का काफिला भी पहुंच गया. उसे जेल में दाखिल करा दिया गया.
माफिया अतीक अहमद को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नैनी सेंट्रल जेल लाया गया, जैसे ही नैनी सेंट्रल जेल के गेट से अंदर अतीक को लाया गया जेल के अंदर हाई अलर्ट हो गया. अतीक को उतारने के बाद उसकी जांच कर सीधे बैरक में ले जाया गया. थोड़ी देर बाद अतीक अहमद का भाई अशरफ पहुंच गया. दोनों की बैरक के बीच काफी दूरी है. अतीक अहमद के बेटे की भी बैरक बदल दी गई है. उसे सर्किल एक की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है. कई वर्षों बाद अतीक, अशरफ और अली एक साथ एक जेल में है.
बता दें कि इससे पहले सोमवार की सुबह काफिला झांसी की पुलिस लाइन में कुछ देर के लिए रुका था. इसके बाद रवाना हाे गया था. दोपहर में काफिला जालौन के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से होकर हमीरपुर पहुंचा था. यहां से महोबा होते हुए काफिला बांदा से गुजरा था. काफिला लगभग 40 मिनट में चित्रकूट पहुंच गया था. चित्रकूट के भरतकूप से झांसी-मिर्जापुर हाईवे से काफिला प्रयागराज पहुंचा था. यहां से काफिला सीधे प्रयागराज पहुंचा था.
इससे पहले अतीक अहमद का काफिला राजस्थान के कोटा से होते हुए मध्य प्रदेश से गुजरा था. सोमवार की सुबह शिवपुरी से झांसी के रक्सा के रास्ते होकर काफिला यूपी की सीमा में दाखिल हुआ था.
यूपी में प्रवेश करने के बाद काफिले को अचानक शहर की तरफ मोड़ दिया गया था. काफिला झांसी की पुलिस लाइन में जाकर रुक गया था. कुछ देर रुकने के बाद काफिला तय रास्ते के होता हुआ प्रयागराज के लिए रवाना हाे गया था. यहां से बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से झांसी के चिरगांव मोठ होते हुए जालौन-बांदा- चित्रकूट के रास्ते माफिया काे प्रयागराज ले जाया गया था.
बता दें कि इसी रास्ते से विकास दुबे को भी ले जाया गया था. आगे चलकर कानपुर देहात में गाड़ी पलट गई थी. इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया था.
अतीक की बहन भी काफिले के साथ थी : काफिले के साथ अतीक की बहन आयशा नूरी के अलावा 2 अन्य महिलाएं, अतीक के 2 वकील अहमदाबाद से ही साथ आए थे. अतीक अहमद की बहन ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है. न्यायालय से सुरक्षा की मांग की थी, काेर्ट ने मांग को स्वीकारते हुए सुरक्षा मुहैया कराई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बयान दिया था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. इससे वह अतीक की जान को लेकर चिंतित हो गईं थीं. वह चाहती हैं कि न्यायालय सच का साथ देते हुए फैसला सुनाए. अतीक बेगुनाह साबित होंगे. असद और शाइस्ता के सरेंडर करने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि असद स्टूडेंट है, लखनऊ से पढ़ा है, वह संपर्क में नहीं है. उनके बारे में वह कुछ नहीं जानती हैं.
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