जयपुर : रकबर खान मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. अलवर पुलिस ने विहिप नेता (Vishwa Hindu Parishad Leader) को गिरफ्तार किया है. रकबर खान मॉब लिंचिंग मामले में यह पांचवीं गिरफ्तार है. इससे पहले पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस मामले में नवल किशोर की गिरफ्तारी खासी अहम मानी जा रही है. लंबे समय बाद पुलिस ने फिर से इस मामले को खोलते हुए इस मामले में गिरफ्तारी की है.
नवल किशोर शर्मा गोरक्षा दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख सदस्य है. 3 साल बाद पुलिस ने इस मामले में दोषी मानते हुए नवल किशोर को गिरफ्तार किया है. पूर्व में पुलिस ने नवल किशोर के खिलाफ जांच 173(8) में पेंडिंग चल रही थी. इस मामले में परमजीत सिंह, नरेश, धर्मेंद्र यादव और विजय मूर्तिकार गिरफ्तार हो चुके हैं. पुलिस द्वारा चारों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका है. परिजन लगातार इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं.
जमकर हुई थी राजनीति...
अलवर का रकबर मॉब लिंचिंग मामला पूरे देश में चर्चा का विषय रहा है. कई महीनों तक इस मामले पर राजनीति हुई. भाजपा ने कांग्रेस को व कांग्रेस ने भाजपा को घेरने का काम किया और नेताओं का जमावड़ा अलवर में लगा रहा. तत्कालीन भाजपा सरकार के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, पुलिस के डीजी सहित तमाम आला अधिकारी अलवर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया व अलवर में मीडिया से बातचीत की. इस मामले में शुरू से ही कई तरह के विवाद सामने आए.
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गहलोत सरकार कह रही थी फिर से जांच कराने की बात...
भाजपा सरकार के द्वारा मामले में जांच पूरी हो चुकी थी, लेकिन प्रदेश में गहलोत सरकार के आने के बाद से लगातार इस मामले की चर्चा बनी हुई थी. गहलोत सरकार ने फिर से मामले की जांच कराने की बात कही थी व लगातार इसमें जांच अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे थे. लंबे समय बाद नवल किशोर की गिरफ्तारी से साफ है कि इस मामले में कई और तथ्य सामने आ सकते हैं. एक बार फिर से रकबर मॉब लिंचिंग मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है.
क्या था मामला...
राजस्थान के अलवर स्थित रामगढ़ के लालवंदी में 20-21 सितंबर 2018 रात को रकबर खान से तथाकथित गो-रक्षकों ने मारपीट की थी. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और रकबर को थाने लेकर गई. घायल अवस्था में रकबर को इलाज की आवश्यकता थी, लेकिन पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराने में देरी की. जिसके चलते रकबर ने थाने में ही दम तोड़ दिया था.