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मशहूर कवि मंगलेश डबराल के निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर - कवि मंगलेश डबराल के निधन

मशहूर कवि मंगलेश डबराल का आज 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्होंने अंतिम सांस दिल्ली में एम्स अस्पताल में ली. डबराल के निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर है. युवा कवि-लेखर वरुण ग्रोवर ने डबराल के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया है.

कवि मंगलेश डबराल के निधन
कवि मंगलेश डबराल के निधन
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Published : Dec 9, 2020, 10:25 PM IST

Updated : Dec 10, 2020, 3:18 AM IST

नई दिल्ली : मशहूर कवि और पत्रकार मंगलेश डबराल का आज 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. मंगलेश अंतिम समय में कोरोना वायरस और निमोनिया की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. सांस लेने में हो रही परेशानी के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. बताया जा रहा है कि उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ.

उत्तराखंड में जन्म

गौरतलब है कि कवि और पत्रकार मंगलेश डबराल मूलरूप से उत्‍तराखंड के निवासी थे. उनका जन्‍म 14 मई, 1949 को टिहरी गढ़वाल के काफलपानी गांव में हुआ था. उनकी शिक्षा-दीक्षा देहरादून में ही हुई थी.

साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि-लेखक मंगलेश डबराल समकालीन हिंदी के चर्चित कवियों में शुमार थे. उनके निधन पर साहित्य जगत से जुड़े कई लोगों ने अपनी संवेदनाएं जताई हैं. पहाड़ पर लालटेन, घर का रास्ता, हम जो देखते हैं, आवाज़ भी एक जगह है और नये युग में शत्रु- मंगलेश डबराल के 5 काव्य संग्रह हैं.

मंगलेश के निधन पर उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

  • साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता, हिंदी भाषा के प्रख्यात लेखक और समकालीन हिन्दी कवियों में सबसे चर्चित श्री मंगलेश डबराल जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। आपकी रचनाओं के माध्यम से आप हम सभी के बीच सदैव जीवित रहेंगे। ॐ शांति! pic.twitter.com/ZNRsMRrlsq

    — Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हिंदी कवि डॉ कुमार विश्वास ने भी मंगलेश के निधन पर उन्हीं एक रचना को रीट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

  • अलविदा श्री मंगलेश डबराल🙏विदा कवि
    “कितने सारे पत्ते उड़कर आते हैं
    चेहरे पर मेरे बचपन के पेड़ों से
    एक झील अपनी लहरें
    मुझ तक भेजती है
    लहर की तरह काँपती है रात
    और उस पर मैं चलता हूँ
    चेहरे पर पत्तों की मृत्यु लिए हुए
    लोग जा चुके हैं
    रोशनियाँ राख हो चुकी हैं..!💔” pic.twitter.com/dHAKCcCafc

    — Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ट्विटर यूजर प्रियंका शुक्ला ने भी मंगलेश की ही रचना 'सरल होना साधारण नहीं है' का जिक्र करते हुए उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी.

  • सरल होना साधारण होना नहीं है ।

    ~मंगलेश डबराल

    विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/c1fA0y9GeL

    — Priyanka Shukla (@PriyankaJShukla) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वाम दल की इकाई सीपीआईएमएल लिबरेशन ने अपने ट्वीट में मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया. इसी के साथ पार्टी ने मंगलेश को जनआंदोलन का सच्चा दोस्त करार दिया.

  • प्रख्यात कवि मंगलेश डबराल नहीं रहे. कोरोना से संक्रमित होने के बाद वे गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल के बाद एम्स में भर्ती थे. प्रगतिशील धारा, वामपंथ, भाकपा माले आैर जनांदोलनों के सच्चे दोस्त का इस तरह चला जाना बेहद दुखद है. हमारे दिलों में आप हमेशा बसे रहेंगे. pic.twitter.com/pya8geZ38v

    — CPIML Liberation (@cpimlliberation) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माकपा नेता रणविजय सिंह ने भी मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया है.

  • ...इतिहास में कई बार तानाशाहों का अन्त हो चुका है, लेकिन इससे उन पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि उन्हें लगता है वे पहली बार हुए हैं।

    अलविदा कवि कॉमरेड #मंगलेश_डबराल pic.twitter.com/i69ITOqQzg

    — Ranvijay Singh । রণবিজয় সিংহ (@ranvijay_cpiml) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रेडियो प्रस्तोता, गीतकार, लेखक और पत्रकार के रूप में पहचान रखने वाले नीलेश मिसरा ने भी मंगलेश के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

  • चीजें खो जाती हैं लेकिन जगहें बनी रहती हैं ...
    मंगलेश डबराल जी को श्रद्धांजलि, उन्हीं की कविता पढ़ रहा हूँ ...#MangaleshDabral pic.twitter.com/aDwEzkReLx

    — Neelesh Misra (@neeleshmisra) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे डॉ हरी ओम ने भी मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया.

  • मंगलेश डबराल का जाना...
    सिर्फ़ एक बड़े कवि का जाना नहीं
    नाउम्मीदी के घटाटोप में उम्मीद बन दूर से टिमकने वाली सौम्य रौशनी का बुझ जाना..💐🙏#manglesh pic.twitter.com/w3kRMuHsbG

    — Dr Hari Om (@dr_hariom_ias) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंगलेश के निधन के बाद समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया, 'वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि श्री मंगलेश डबराल जी का निधन अपूरणीय क्षति. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे.'

  • वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि श्री मंगलेश डबराल जी का निधन अपूरणीय क्षति।

    ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे।

    विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/zlSg6ssoRp

    — Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डबराल के निधन पर वरुण ग्रोवर ने ट्वीट कर लिखा कि मंगलेश डबराल आज चले गए. हमारे बहुत प्यारे रचनाकार मंगलेश डबराल को श्रद्धांजलि.

  • ****
    रेल में
    ****

    एकाएक आसमान में
    एक तारा दिखाई देता है
    हम दोनों साथ-साथ
    जा रहे हैं अंधेरे में
    वह तारा और मैं।

    ~ मंगलेश डबराल

    (आज चले गए। हमारे बहुत प्यारे रचनाकार मंगलेश डबराल। श्रद्धांजलि।) pic.twitter.com/4CvIa7nnFt

    — वरुण 🇮🇳 (@varungrover) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर पत्रका प्रियंका दुबे ने भी शोक जताया.

  • Hindi lost a beautiful mind today when senior writer and poet Manglesh Dabral passed away.

    “जिसे तुम्हारे पूर्वज लाए थे यहाँ तक
    वह पहाड़ दुख की तरह टूटता आता है हर साल
    सारे वर्ष सारी सदियाँ
    बर्फ़ की तरह जमती जाती हैं निःस्वप्न आँखों में”-‘पहाड़ पर लालटेन’ में मंगलेश डबराल pic.twitter.com/lmt3SUsxnE

    — Priyanka Dubey (@writetopd) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर अभिनेत्री राजश्री देशपांडे ने मंगलेश डबराल की ही कुछ पंक्तियां ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

  • ''उसकी आवाज़ में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है
    या अपने स्वर को ऊँचा न उठाने की जो कोशिश है
    उसे विफलता नहीं
    उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए।''

    मंगेश डबराल 🙏

    — Rajshri Deshpande (@rajshriartist) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर भाजपा नेता सतपाल महाराज ने भी शोक जताया. उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के लिए संबल की कामना भी की.

  • वरिष्ठ कवि, लेखक एवं पत्रकार, आदरणीय श्री मंगलेश डबराल जी के निधन का समाचार सुनकर बहुत दु:ख हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। मेरी गहरी संवेदनाएं स्वर्गीय श्री मंगलेश डबराल जी के परिजनों के साथ हैं। ॐ शांति pic.twitter.com/QJyvzSNtXn

    — Satpal Maharaj (@satpalmaharaj) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तर प्रदेश के युवा कवि इमरान प्रतापगढ़ी ने भी कवि-पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि यह साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है.

  • अलविदा मंगलेश डबराल साहब
    हिंदी साहित्य की अपूरणीय क्षति
    आप अपनी कविताओं में हमेशा ज़िदा रहेंगे pic.twitter.com/XdQbMTdXZ9

    — Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई विधाओं में की रचनाएं

पत्रकार मंगलेश डबराल ने कविता, डायरी, गद्य, अनुवाद, संपादन, पत्रकारिता और पटकथा लेखन जैसी साहित्य की विविध विधाओं में रचनाएं की हैं. उन्होंने नागार्जुन, निर्मल वर्मा, महाश्वेता देवी, यूआर अनंतमूर्ति, कुर्रतुल ऐन हैदर और गुरुदयाल सिंह पर केंद्रित वृत्त चित्रों का पटकथा लेखन किया.

14 मई, 1948 को उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के काफलपानी गांव में जन्में मंगलेश डबराल देहरादून से अध्ययन के बाद दिल्ली आकर हिन्दी पैट्रियट, प्रतिपक्ष, मध्यप्रदेश कला परिषद्, भारत भवन, जनसत्ता, समय सहारा और नेशनल बुक ट्रस्ट से भी संबद्ध रहे.

नई दिल्ली : मशहूर कवि और पत्रकार मंगलेश डबराल का आज 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. मंगलेश अंतिम समय में कोरोना वायरस और निमोनिया की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. सांस लेने में हो रही परेशानी के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. बताया जा रहा है कि उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ.

उत्तराखंड में जन्म

गौरतलब है कि कवि और पत्रकार मंगलेश डबराल मूलरूप से उत्‍तराखंड के निवासी थे. उनका जन्‍म 14 मई, 1949 को टिहरी गढ़वाल के काफलपानी गांव में हुआ था. उनकी शिक्षा-दीक्षा देहरादून में ही हुई थी.

साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि-लेखक मंगलेश डबराल समकालीन हिंदी के चर्चित कवियों में शुमार थे. उनके निधन पर साहित्य जगत से जुड़े कई लोगों ने अपनी संवेदनाएं जताई हैं. पहाड़ पर लालटेन, घर का रास्ता, हम जो देखते हैं, आवाज़ भी एक जगह है और नये युग में शत्रु- मंगलेश डबराल के 5 काव्य संग्रह हैं.

मंगलेश के निधन पर उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

  • साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता, हिंदी भाषा के प्रख्यात लेखक और समकालीन हिन्दी कवियों में सबसे चर्चित श्री मंगलेश डबराल जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। आपकी रचनाओं के माध्यम से आप हम सभी के बीच सदैव जीवित रहेंगे। ॐ शांति! pic.twitter.com/ZNRsMRrlsq

    — Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हिंदी कवि डॉ कुमार विश्वास ने भी मंगलेश के निधन पर उन्हीं एक रचना को रीट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

  • अलविदा श्री मंगलेश डबराल🙏विदा कवि
    “कितने सारे पत्ते उड़कर आते हैं
    चेहरे पर मेरे बचपन के पेड़ों से
    एक झील अपनी लहरें
    मुझ तक भेजती है
    लहर की तरह काँपती है रात
    और उस पर मैं चलता हूँ
    चेहरे पर पत्तों की मृत्यु लिए हुए
    लोग जा चुके हैं
    रोशनियाँ राख हो चुकी हैं..!💔” pic.twitter.com/dHAKCcCafc

    — Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ट्विटर यूजर प्रियंका शुक्ला ने भी मंगलेश की ही रचना 'सरल होना साधारण नहीं है' का जिक्र करते हुए उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी.

  • सरल होना साधारण होना नहीं है ।

    ~मंगलेश डबराल

    विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/c1fA0y9GeL

    — Priyanka Shukla (@PriyankaJShukla) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वाम दल की इकाई सीपीआईएमएल लिबरेशन ने अपने ट्वीट में मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया. इसी के साथ पार्टी ने मंगलेश को जनआंदोलन का सच्चा दोस्त करार दिया.

  • प्रख्यात कवि मंगलेश डबराल नहीं रहे. कोरोना से संक्रमित होने के बाद वे गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल के बाद एम्स में भर्ती थे. प्रगतिशील धारा, वामपंथ, भाकपा माले आैर जनांदोलनों के सच्चे दोस्त का इस तरह चला जाना बेहद दुखद है. हमारे दिलों में आप हमेशा बसे रहेंगे. pic.twitter.com/pya8geZ38v

    — CPIML Liberation (@cpimlliberation) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माकपा नेता रणविजय सिंह ने भी मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया है.

  • ...इतिहास में कई बार तानाशाहों का अन्त हो चुका है, लेकिन इससे उन पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि उन्हें लगता है वे पहली बार हुए हैं।

    अलविदा कवि कॉमरेड #मंगलेश_डबराल pic.twitter.com/i69ITOqQzg

    — Ranvijay Singh । রণবিজয় সিংহ (@ranvijay_cpiml) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रेडियो प्रस्तोता, गीतकार, लेखक और पत्रकार के रूप में पहचान रखने वाले नीलेश मिसरा ने भी मंगलेश के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

  • चीजें खो जाती हैं लेकिन जगहें बनी रहती हैं ...
    मंगलेश डबराल जी को श्रद्धांजलि, उन्हीं की कविता पढ़ रहा हूँ ...#MangaleshDabral pic.twitter.com/aDwEzkReLx

    — Neelesh Misra (@neeleshmisra) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे डॉ हरी ओम ने भी मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया.

  • मंगलेश डबराल का जाना...
    सिर्फ़ एक बड़े कवि का जाना नहीं
    नाउम्मीदी के घटाटोप में उम्मीद बन दूर से टिमकने वाली सौम्य रौशनी का बुझ जाना..💐🙏#manglesh pic.twitter.com/w3kRMuHsbG

    — Dr Hari Om (@dr_hariom_ias) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंगलेश के निधन के बाद समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया, 'वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि श्री मंगलेश डबराल जी का निधन अपूरणीय क्षति. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे.'

  • वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि श्री मंगलेश डबराल जी का निधन अपूरणीय क्षति।

    ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे।

    विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/zlSg6ssoRp

    — Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डबराल के निधन पर वरुण ग्रोवर ने ट्वीट कर लिखा कि मंगलेश डबराल आज चले गए. हमारे बहुत प्यारे रचनाकार मंगलेश डबराल को श्रद्धांजलि.

  • ****
    रेल में
    ****

    एकाएक आसमान में
    एक तारा दिखाई देता है
    हम दोनों साथ-साथ
    जा रहे हैं अंधेरे में
    वह तारा और मैं।

    ~ मंगलेश डबराल

    (आज चले गए। हमारे बहुत प्यारे रचनाकार मंगलेश डबराल। श्रद्धांजलि।) pic.twitter.com/4CvIa7nnFt

    — वरुण 🇮🇳 (@varungrover) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर पत्रका प्रियंका दुबे ने भी शोक जताया.

  • Hindi lost a beautiful mind today when senior writer and poet Manglesh Dabral passed away.

    “जिसे तुम्हारे पूर्वज लाए थे यहाँ तक
    वह पहाड़ दुख की तरह टूटता आता है हर साल
    सारे वर्ष सारी सदियाँ
    बर्फ़ की तरह जमती जाती हैं निःस्वप्न आँखों में”-‘पहाड़ पर लालटेन’ में मंगलेश डबराल pic.twitter.com/lmt3SUsxnE

    — Priyanka Dubey (@writetopd) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर अभिनेत्री राजश्री देशपांडे ने मंगलेश डबराल की ही कुछ पंक्तियां ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

  • ''उसकी आवाज़ में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है
    या अपने स्वर को ऊँचा न उठाने की जो कोशिश है
    उसे विफलता नहीं
    उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए।''

    मंगेश डबराल 🙏

    — Rajshri Deshpande (@rajshriartist) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर भाजपा नेता सतपाल महाराज ने भी शोक जताया. उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के लिए संबल की कामना भी की.

  • वरिष्ठ कवि, लेखक एवं पत्रकार, आदरणीय श्री मंगलेश डबराल जी के निधन का समाचार सुनकर बहुत दु:ख हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। मेरी गहरी संवेदनाएं स्वर्गीय श्री मंगलेश डबराल जी के परिजनों के साथ हैं। ॐ शांति pic.twitter.com/QJyvzSNtXn

    — Satpal Maharaj (@satpalmaharaj) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तर प्रदेश के युवा कवि इमरान प्रतापगढ़ी ने भी कवि-पत्रकार मंगलेश डबराल के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि यह साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है.

  • अलविदा मंगलेश डबराल साहब
    हिंदी साहित्य की अपूरणीय क्षति
    आप अपनी कविताओं में हमेशा ज़िदा रहेंगे pic.twitter.com/XdQbMTdXZ9

    — Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) December 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई विधाओं में की रचनाएं

पत्रकार मंगलेश डबराल ने कविता, डायरी, गद्य, अनुवाद, संपादन, पत्रकारिता और पटकथा लेखन जैसी साहित्य की विविध विधाओं में रचनाएं की हैं. उन्होंने नागार्जुन, निर्मल वर्मा, महाश्वेता देवी, यूआर अनंतमूर्ति, कुर्रतुल ऐन हैदर और गुरुदयाल सिंह पर केंद्रित वृत्त चित्रों का पटकथा लेखन किया.

14 मई, 1948 को उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के काफलपानी गांव में जन्में मंगलेश डबराल देहरादून से अध्ययन के बाद दिल्ली आकर हिन्दी पैट्रियट, प्रतिपक्ष, मध्यप्रदेश कला परिषद्, भारत भवन, जनसत्ता, समय सहारा और नेशनल बुक ट्रस्ट से भी संबद्ध रहे.

Last Updated : Dec 10, 2020, 3:18 AM IST
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