नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारत के विकास, खासकर वाणिज्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में योगदान के लिए उनका व्यापक सम्मान किया जाता है. मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि. भारत के विकास, खासकर वाणिज्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में योगदान के लिए उनका व्यापक सम्मान किया जाता है. वह अपनी विद्वता और बुद्धिमत्ता के लिए भी जाने जाते थे.
इस ट्वीट के साथ ही प्रधानमंत्री ने एक वीडियो भी साझा किया. इसमें मुखर्जी के बारे में उनके एक पुराने भाषण से जुड़े अंश हैं. वीडियो में मुखर्जी को एक प्रखर वक्ता, अनुभवी राजनीतिज्ञ और कुशल संगठनकर्ता बताया गया है. वर्ष 1901 में तत्कालीन कलकत्ता (कोलकाता) में पैदा हुए मुखर्जी स्वतंत्र भारत के पहले वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री थे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाया था. उन्होंने ही कश्मीर को लेकर 'नहीं चलेगा एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान' का नारा भी दिया था.
-
Tributes to Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Jayanti. He is widely respected for his contribution to India’s development particularly in sectors such as commerce and industry. He was also known for his scholarly nature and intellectual prowess. pic.twitter.com/jcmgH3Lz6L
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Tributes to Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Jayanti. He is widely respected for his contribution to India’s development particularly in sectors such as commerce and industry. He was also known for his scholarly nature and intellectual prowess. pic.twitter.com/jcmgH3Lz6L
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2022Tributes to Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Jayanti. He is widely respected for his contribution to India’s development particularly in sectors such as commerce and industry. He was also known for his scholarly nature and intellectual prowess. pic.twitter.com/jcmgH3Lz6L
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2022
लगातार दूसरी बार केंद्र की सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया. मुखर्जी ने 21 अक्टूबर 1951 को भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी बनी.
पीटीआई-भाषा