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पूर्वोत्तर के विकास की राह में सभी बाधाओं को हमारी सरकार ने किया दूर : मोदी - पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर हैं. इस बीच वह उत्तर-पूर्व परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी राज्यों के विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे.

PM Modi attends Golden Jubilee celebrations of North Eastern Council
पीएम मोदी पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए
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Published : Dec 18, 2022, 12:28 PM IST

Updated : Dec 18, 2022, 4:46 PM IST

शिलांग: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने आठ साल के कार्यकाल में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास की राह में आयी सभी बाधाओं को दूर कर दिया है. पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की स्वर्ण जयंती के मौके पर यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रदान की गयी बेहतर हवाई सेवाओं से कृषि उत्पाद के निर्यात में मदद मिल रही है जिससे किसानों को फायदा पहुंच रहा है. कतर में फीफा विश्व कप के फाइनल मुकाबले के मद्देनजर मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास की राह में आयी कई बाधाओं को ‘रेड कार्ड’ दिखाया है.

प्रधामनंत्री ने अपने 26 मिनट के भाषण में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार, भेदभाव, हिंसा और वोटबैंक की राजनीति जैसी बाधाओं को हटाया गया.’’ मोदी ने कहा, ‘‘पहले पूर्वोत्तर को बांटने के प्रयास किए गए लेकिन अब हम इस तरह के प्रयासों को रोक रहे हैं.’’ उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन और उनकी नींव भी रखी. जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें न्यू शिलॉन्ग टाउनशिप में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम)-शिलांग भी शामिल है. आज सुबह यहां पहुंचे प्रधानमंत्री पहले स्टेट कन्वेंशन सेंटर में एनईसी के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों तथा गणमान्य लोगों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया.

  • #WATCH | PM says, "...When football fever is gripping us all, why not talk in football terminology? When someone goes against the sportsman spirit, they're shown a red card & sent out. Similarly, in last 8 yrs, we've shown red card to several hurdles in development of northeast." pic.twitter.com/jF5x17QTv1

    — ANI (@ANI) December 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर पिछले 50 वर्षों में पूर्वोत्तर के विकास में एनईसी के योगदान को बताने वाली पुस्तिका 'गोल्डन फुटप्रिंट्स' का भी विमोचन किया. एनईसी के 50 साल के सफर पर एक लघु फिल्म भी दिखायी गयी. एनईसी पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी हैं. इस क्षेत्र में आठ राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं. पूर्वोत्तर परिषद का गठन संसद के एक कानून के जरिए 1971 में किया गया था. हालांकि, इसका औपचारिक उद्घाटन सात नवंबर, 1972 को किया गया था.

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'इससे पहले, पूर्वोत्तर के लिए बजट आवंटित किया गया था, लेकिन यह लागू नहीं हुआ. पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद कई बदलावों के साथ बजट आज गांवों तक पहुंचा है और इसे वास्तविक काम में बदलते हुए देखा जा सकता है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.' केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य समारोह में भाग ले रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चुनावी राज्य त्रिपुरा और मेघालय की यात्रा पर हैं. वह यहां 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे एवं उनका उद्घाटन करेंगे.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि इन परियोजनाओं में आवास, सड़क, कृषि, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), पर्यटन और आतिथ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों की परियोजनाएं शामिल हैं. पीएमओ ने कहा कि मोदी उत्तर-पूर्व परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में भी हिस्सा लेंगे और शिलॉन्ग में इसकी बैठक में शिरकत करेंगे. अगरतला में मोदी ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी और ग्रामीण’ के तहत दो लाख से अधिक लाभार्थियों के लिए गृह प्रवेश कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. पीएमओ ने कहा कि उत्तर-पूर्व परिषद (एनईसी) का औपचारिक रूप से उद्घाटन सात नवंबर 1972 को हुआ था और इसने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और विकास पहलों का समर्थन करके क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

पीएमओ ने कहा कि एनईसी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, जल संसाधन, कृषि, पर्यटन और उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में मूल्यवान पूंजी और सामाजिक बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद की है. पीएमओ ने बताया कि एक सार्वजनिक समारोह में मोदी 2,450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. क्षेत्र में टेलीकॉम कनेक्टिविटी को और बेहतर करने के एक कदम के रूप में प्रधानमंत्री देश को 4जी टावर समर्पित करेंगे, जिनमें से 320 से अधिक का काम पूरा हो गया है और करीब 890 निर्माणाधीन हैं. मोदी तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में चार सड़क परियोजनाओं सहित कई अन्य विकास पहलों की शुरुआत करेंगे. इसके अलावा, वह उमसावली में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलॉन्ग का उद्घाटन करेंगे.

पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री मेघालय में मशरूम विकास केंद्र में एक स्पॉन प्रयोगशाला और एक एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा, वह मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का भी उद्घाटन करेंगे. त्रिपुरा में मोदी 4,350 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का आरंभ करेंगे. पीएमओ ने कहा कि मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है कि हर किसी के पास अपना घर हो. इस दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए वह ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित इन घरों को दो लाख से ज्यादा लाभार्थियों को दिया जाएगा. सड़क संपर्क में सुधार पर ध्यान देने के साथ प्रधानमंत्री अगरतला बाईपास (खैरपुर-अमतली) राष्ट्रीय राजमार्ग-8 के चौड़ीकरण के लिए एक परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जो अगरतला शहर में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगा.

ये भी पढ़ें- नौसेना के बेड़े में शामिल हुआ 'मोरमुगाओ', राजनाथ सिंह ने सौंपा युद्धपोत

वह पीएमजीएसवाई तीन (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत 230 किलोमीटर से अधिक लंबाई की 32 सड़कों की आधारशिला रखेंगे और 540 किलोमीटर से अधिक की दूरी को कवर करने वाली 112 सड़कों में सुधार संबंधी परियोजना की शुरुआत करेंगे. प्रधानमंत्री आनंदनगर में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट और अगरतला गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज का भी उद्घाटन करेंगे। दोनों राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां त्रिपुरा में सत्ता में है, वहीं मेघालय में वह अपनी ताकत बढ़ाने के लिए काम कर रही है.

(एजेंसी-इनपुट)

शिलांग: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने आठ साल के कार्यकाल में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास की राह में आयी सभी बाधाओं को दूर कर दिया है. पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की स्वर्ण जयंती के मौके पर यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रदान की गयी बेहतर हवाई सेवाओं से कृषि उत्पाद के निर्यात में मदद मिल रही है जिससे किसानों को फायदा पहुंच रहा है. कतर में फीफा विश्व कप के फाइनल मुकाबले के मद्देनजर मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास की राह में आयी कई बाधाओं को ‘रेड कार्ड’ दिखाया है.

प्रधामनंत्री ने अपने 26 मिनट के भाषण में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार, भेदभाव, हिंसा और वोटबैंक की राजनीति जैसी बाधाओं को हटाया गया.’’ मोदी ने कहा, ‘‘पहले पूर्वोत्तर को बांटने के प्रयास किए गए लेकिन अब हम इस तरह के प्रयासों को रोक रहे हैं.’’ उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन और उनकी नींव भी रखी. जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें न्यू शिलॉन्ग टाउनशिप में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम)-शिलांग भी शामिल है. आज सुबह यहां पहुंचे प्रधानमंत्री पहले स्टेट कन्वेंशन सेंटर में एनईसी के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों तथा गणमान्य लोगों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया.

  • #WATCH | PM says, "...When football fever is gripping us all, why not talk in football terminology? When someone goes against the sportsman spirit, they're shown a red card & sent out. Similarly, in last 8 yrs, we've shown red card to several hurdles in development of northeast." pic.twitter.com/jF5x17QTv1

    — ANI (@ANI) December 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर पिछले 50 वर्षों में पूर्वोत्तर के विकास में एनईसी के योगदान को बताने वाली पुस्तिका 'गोल्डन फुटप्रिंट्स' का भी विमोचन किया. एनईसी के 50 साल के सफर पर एक लघु फिल्म भी दिखायी गयी. एनईसी पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी हैं. इस क्षेत्र में आठ राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं. पूर्वोत्तर परिषद का गठन संसद के एक कानून के जरिए 1971 में किया गया था. हालांकि, इसका औपचारिक उद्घाटन सात नवंबर, 1972 को किया गया था.

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'इससे पहले, पूर्वोत्तर के लिए बजट आवंटित किया गया था, लेकिन यह लागू नहीं हुआ. पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद कई बदलावों के साथ बजट आज गांवों तक पहुंचा है और इसे वास्तविक काम में बदलते हुए देखा जा सकता है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.' केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य समारोह में भाग ले रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चुनावी राज्य त्रिपुरा और मेघालय की यात्रा पर हैं. वह यहां 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे एवं उनका उद्घाटन करेंगे.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि इन परियोजनाओं में आवास, सड़क, कृषि, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), पर्यटन और आतिथ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों की परियोजनाएं शामिल हैं. पीएमओ ने कहा कि मोदी उत्तर-पूर्व परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में भी हिस्सा लेंगे और शिलॉन्ग में इसकी बैठक में शिरकत करेंगे. अगरतला में मोदी ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी और ग्रामीण’ के तहत दो लाख से अधिक लाभार्थियों के लिए गृह प्रवेश कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. पीएमओ ने कहा कि उत्तर-पूर्व परिषद (एनईसी) का औपचारिक रूप से उद्घाटन सात नवंबर 1972 को हुआ था और इसने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और विकास पहलों का समर्थन करके क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

पीएमओ ने कहा कि एनईसी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, जल संसाधन, कृषि, पर्यटन और उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में मूल्यवान पूंजी और सामाजिक बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद की है. पीएमओ ने बताया कि एक सार्वजनिक समारोह में मोदी 2,450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. क्षेत्र में टेलीकॉम कनेक्टिविटी को और बेहतर करने के एक कदम के रूप में प्रधानमंत्री देश को 4जी टावर समर्पित करेंगे, जिनमें से 320 से अधिक का काम पूरा हो गया है और करीब 890 निर्माणाधीन हैं. मोदी तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में चार सड़क परियोजनाओं सहित कई अन्य विकास पहलों की शुरुआत करेंगे. इसके अलावा, वह उमसावली में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलॉन्ग का उद्घाटन करेंगे.

पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री मेघालय में मशरूम विकास केंद्र में एक स्पॉन प्रयोगशाला और एक एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा, वह मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का भी उद्घाटन करेंगे. त्रिपुरा में मोदी 4,350 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का आरंभ करेंगे. पीएमओ ने कहा कि मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है कि हर किसी के पास अपना घर हो. इस दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए वह ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित इन घरों को दो लाख से ज्यादा लाभार्थियों को दिया जाएगा. सड़क संपर्क में सुधार पर ध्यान देने के साथ प्रधानमंत्री अगरतला बाईपास (खैरपुर-अमतली) राष्ट्रीय राजमार्ग-8 के चौड़ीकरण के लिए एक परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जो अगरतला शहर में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगा.

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वह पीएमजीएसवाई तीन (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत 230 किलोमीटर से अधिक लंबाई की 32 सड़कों की आधारशिला रखेंगे और 540 किलोमीटर से अधिक की दूरी को कवर करने वाली 112 सड़कों में सुधार संबंधी परियोजना की शुरुआत करेंगे. प्रधानमंत्री आनंदनगर में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट और अगरतला गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज का भी उद्घाटन करेंगे। दोनों राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां त्रिपुरा में सत्ता में है, वहीं मेघालय में वह अपनी ताकत बढ़ाने के लिए काम कर रही है.

(एजेंसी-इनपुट)

Last Updated : Dec 18, 2022, 4:46 PM IST
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