सांबा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सांबा में लोगों को संबोधित किया. पंचायती राज दिवस पर संबोधन के दौरान पीएम ने राज्य में केंद्र द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र की योजनाओं के कारण राज्य में ऐतिहासिक बदलाव हो रहा है. विकास की नई कहानी लिखी जा रही है. उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा कि पहले दिल्ली से फाइलों को आने में भी लंबा समय लग जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में क्या कहा, जानें
- 20 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास आज हुआ.
- हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.
- लोगों को स्वामित्व कार्ड मिलना शुरू हो गया है.
- 100 जन औषधि केंद्र यहां पर शुरू हो चुका है. अब सस्ती दवाएं आम लोग ले सकेंगे.
- कार्बन न्यूट्रल के लक्ष्य में जम्मू-कश्मीर ने बड़ी पहल की है.
- पल्ली पंचायत, देश की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत होने की ओर बढ़ चुका है.
- इस बार पंचायती राज दिवस जम्मू-कश्मीर से हम मना रहे हैं. यह बहुत बड़े बदलाव का संकेत है.
- पंचायती राज व्यवस्था जम्मू-कश्मीर में नहीं था. लेकिन अब यहां भी त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू हो चुका है. 30 हजार से ज्यादा यहां पर जन प्रतिनिधि चुने जा चुके हैं.
- जम्मू-कश्मीर पूरे देश के लिए नया उदाहरण पेश कर रहा है. यहां विकास के नए आयाम बने हैं.
- व्यवस्था में बदलाव का लाभ यहां की महिलाओं, वंचितों, दलितों को मिलने लगा है. वाल्मीकि समाज के लोग अब बराबरी का दर्जा पा चुके हैं.
- आरक्षण का लाभ अब जिन्हें मिलना चाहिए, मिलने लगा है.
- केंद्र की योजनाओं का फायदा लोगों को मिल रहा है. बिजली, पानी, एलपीजी, टॉयलेट प्रोग्राम का लाभ राज्य को मिलने लगा है. आने वाले 25 सालों में राज्य विकास की नई गाथा लिखेगा.
- 38 हजार करोड़ का निवेश मात्र दो सालों में आ चुका है. जबकि पिछले 70 सालों में यहां पर मात्र 17 हजार करोड़ का निवेश हुआ था.
- पंचायतों के विकास के लिए 22 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है. यह राशि पहले पांच हजार करोड़ थी.
- रतले बिजली परियोजना से राज्य की आमदनी बढ़ेंगी.
- एक भारत, श्रेष्ठ भारत पर हम काम कर रहे हैं. इसमें दूरियां मिटाने पर भी काम शामिल है. वह चाहे भाषा की हो, या संसाधनों की या फिर दिलों की, हर दूरी को दूर कर रहे हैं हम.
- कई परियोजनाओं से अब यहां पर दूरी कम हो रही है. बनिहाल टनल से दूरियां कम हुईं. कन्याकुमारी से वैष्णोदेवी तक एक सड़क बनेगी.
- टूरिज्म फिर से यहां बढ़ने लगा है. यहां के पर्यटन स्थल में बुकिंग फुल हो चुकी है. यह बहुत बड़ा संकेत है.
- हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर हमें तैयार करना है. यहां पर नीम, पीपल, बरगद के पेड़ लगाएं और उनका नामकरण शहीदों के नाम पर रखें. उनका शिलन्यास शहीदों के परिवारों से करवाएं.
- पंचायतों को पारदर्शिता अभियान से जोड़ना है हमें. यहां पर ई-व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि हर नागरिक यह जान सके कि कितना फंड आया, और कितना पैसा कहां पर खर्च हो रहा है, वे जान सकें.
- ग्राम पंचायत स्तर पर ही वे जन्म प्रमाण पत्र वगैरह हासिल कर सकें, ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है.
- 11-17 अप्रैल तक आईकोनिक वीक का आयोजन किया गया था.
- ट्रैकिंग से ट्रेसिंग तक में पंचायत का योगदान अद्भुत रहा है. इसमें आशा वर्करों ने ऐतिहासिक भूमिका निभाई. हर घर, नल जल योजना में भी पंचायत की बड़ी भूमिका है. पानी की शुद्धता और निरंतर सप्लाई जारी रखने के लिए अभियान चल रहा है. इसमें तेजी लाए जाने की जरूरत है. इसके लिए सात लाख बहनों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
- जहां पर यह व्यवस्था नहीं हुई है, वहां पर जल्द से जल्द लागू किया जाए.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से ठीक पहले एक विस्फोट की भी खबरें आईं. पीएम के जम्मू के पल्ली इलाके में पहुंचने के कुछ ही घंटों पहले रविवार सुबह बाहरी इलाके में एक खेत में विस्फोट हुआ. पुलिस को संदेह है कि यह विस्फोट बिजली या उल्कापिंड गिरने के कारण हुआ होगा. विस्फोट स्थल कार्यक्रम स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है और विस्फोट से सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गयी हैं. जम्मू के सुंजवां में सैन्य शिविर के निकट शुक्रवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ के बाद केन्द्र शासित प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया गया. दोनों आतंकवादी आत्मघाती जैकेट पहने हुए थे और आधुनिक हथियारों से लैस थे. उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया गया था और शहर में एक बड़ा फिदायीन हमला होने से रोक दिया गया.
पीएमओ के अनुसार, देश के हर जिले में 75 जलाशयों के विकास और पुनर्जीवन के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री 'अमृत सरोवर' नाम से एक नयी पहल की शुरुआत हो रही है. मोदी के जम्मू कश्मीर के दौरे पर एक बयान में पीएमओ ने कहा कि सरकार संवैधानिक सुधारों के बाद अभूतपूर्व गति से शासन में सुधार और क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन की सुगमता बढ़ाने के लिए व्यापक सुधार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
पीएमओ ने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है या जिनकी आधारशिला रखी जा रही है, वे बुनियादी सुविधाओं को सुविधाजनक बनाने, आवाजाही में सुगमता और क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने का काम करेंगी.
3,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी बनिहाल-काजीगुंड सड़क सुरंग का उद्घाटन हो रहा है. 8.45 किलोमीटर लंबी सुरंग बनिहाल और काजीगुंड के बीच सड़क की दूरी को 16 किलोमीटर कम कर देगी और यात्रा के समय को लगभग डेढ़ घंटे कम कर देगी. पीएमओ ने कहा कि यह एक जुड़वां ट्यूब सुरंग है जो दोनों ओर से यातायात के लिए है तथा रखरखाव एवं आपातकालीन निकासी के लिए प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों ओर की सुरंग आपस में जुड़ी हुई हैं.
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के तीन रोड पैकेज का भी शिलान्यास भी हो रहा है, जिस पर करीब 7,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी. अन्य परियोजनाओं के अलावा, मोदी रतले और क्वार जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. रतले जलविद्युत परियोजना किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर लगभग 5,300 करोड़ रुपये की लागत से 850 मेगावाट उत्पादन वाली इकाई है. साथ ही, वह 540 मेगावाट की क्वार जलविद्युत परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे जो 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से उसी नदी पर निर्मित होगी.
जम्मू-कश्मीर में 'जन औषधि केंद्रों' के नेटवर्क का और विस्तार करने और कम कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 100 केंद्रों का उद्घाटन किया जाएगा. ये केंद्र केंद्र शासित प्रदेश के सुदूर कोनों में स्थित हैं. पीएमओ ने कहा कि मोदी पल्ली में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन भी करेंगे, जो इसे कार्बन न्यूट्रल बनने वाली देश की पहली पंचायत बना देगा.
मोदी अपने दौरे के दौरान, 'स्वामित्व' (गांवों का सर्वेक्षण और गांव के क्षेत्रों में तात्कालिक तकनीक के साथ मानचित्रण) कार्ड योजना के तहत लाभार्थियों को सौंपेंगे. कार्ड ग्रामीणों को उनकी संपत्तियों के स्वामित्व का दस्तावेजी प्रमाणपत्र देंगे ताकि वे आवश्यकता पड़ने पर वित्तीय लाभ के लिए उनका उपयोग कर सकें. मोदी पंचायतों को पुरस्कार राशि भी अंतरित करेंगे जो विभिन्न श्रेणियों में दिए गए पुरस्कारों के विजेता हैं. पीएमओ ने कहा कि 'अमृत सरोवर' परियोजना 'आजादी का अमृत महोत्सव' का हिस्सा है.