नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी पीढ़ी के युवाओं के कौशल विकास को एक राष्ट्रीय जरूरत बताया और कहा कि यह 'आत्मनिर्भर भारत' का बहुत बड़ा आधार है. विश्व कौशल युवा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले छह साल में तैयार हुए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए कुशल भारत अभियान (स्किल इंडिया मिशन) को नए सिरे से गति देने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी के युवाओं का कौशल विकास एक राष्ट्रीय जरूरत है और आत्मनिर्भर भारत का बहुत बड़ा आधार है. बीते छह वर्षों में जो आधार बना, जो नए संस्थान बने, उसकी पूरी ताकत जोड़कर हमें नए सिरे से स्किल इंडिया मिशन को गति देनी है. प्रधानमंत्री ने युवाओं को नसीहत दी कि आमदनी शुरु होने के बावजूद उन्हें अपने कौशल विकास को निरंतर जारी रखना है और कहा कि कौशल विकास के जरिए खुद को और देश को आत्मनिर्भर बनाना है.
उन्होंने कहा कि आज दुनिया में कौशल की इतनी मांग है कि जो कुशल होगा वही आगे बढ़ेगा. यह बात व्यक्तियों पर भी लागू होती है और देश पर भी। दुनिया के लिए एक स्मार्ट और कुशल श्रम समाधान भारत दे सके, यह हमारे नौजवानों की कौशल रणनीति के मूल में होना चाहिए। इसको देखते हुए ग्लोबल स्किल गैप की मैपिंग जो की जा रही है, वो प्रशंसनीय कदम है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को अपने कौशल को और निखारने का प्रयास अनवरत करते रहना है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार तेजी से प्रौद्योगिकी बदल रही है, आने वाले तीन-चार वर्ष में ऐसे कुशल लोगों की मांग तेजी से बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की प्रभावी लड़ाई में कुशल श्रम बल का बहुत बड़ा योगदान रहा.
पीटीआई-भाषा