फरीदाबाद: ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 88 में बन रहा अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (Amrita Institute of Medical Science in faridabad) आध्यात्मिक गुरु मां अमृतानंदमई मठ द्वारा बनाया गया है. यह हॉस्पिटल 2400 बेड का होगा. 2400 बेड की क्षमता वाले अमृता हॉस्पिटल में 500 बेड की सुविधा पीएम मोदी के उद्घाटन के साथ ही 25 अगस्त से शुरू हो जाएगी. दो साल बाद हॉस्पिटल में बेड की संख्या बढ़कर 750 और पांच साल में एक हजार बेड की हो जाएगी. इसमें 534 क्रिटिकल केयर बेड शामिल भी शामिल होंगे.
एशिया का सबसे बड़ा निजी अस्पताल- अमृता हॉस्पिटल फरीदाबाद (Amrita Hospital Faridabad) भारत के निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल होगा. भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया में ये सबसे बड़ा और आधुनिक अस्पताल है. इस अस्पताल के शुरू होने से दिल्ली एनसीआर में लोगों को हाईटेक तरीके से इलाज मुहैया करवाया जा सकेगा. अमृता हॉस्पिटल का लक्ष्य पूरे उत्तर और उत्तर पूर्व भारत में रोगियों को सबसे सस्ती या फिर मुफ्त सेवाएं प्रदान करना है. आर्थिक दृष्टिकोण से अस्पताल लगभग 2000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार और 2000 लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाकर फरीदाबाद क्षेत्र में नौकरी की बौछार करने जा रहा है. अस्पताल एक बार पूरी तरह से शुरू हो जाने के बाद 10 हजार कर्मचारी और 800 से ज्यादा डॉक्टरों को रोजगार देगा.
अमृता हॉस्पिटल की खूबियां- फरीदाबाद सेक्टर 88 में स्थित ये अस्पताल कुल 1 करोड़ वर्ग फुट यानि लगभग 133 एकड़ में निर्मित हो रहा है. जिसमें 14 मंजिला टावर होगा. इस टावर में प्रमुख चिकित्सकीय सुविधाएं और रोगियों के लिए पर्याप्त जगह होगी. आर्कियोलॉजी, कार्डियक साइंसेज, न्यूरो साइंसेज, गैस्ट्रो साइंस, रिनल साइंसेज, बोल डिजीज, ट्रॉमा ट्रांसप्लांट, मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 स्पेशियलिटीज समेत संक्रामक रोग से निपटने के लिए अस्पताल में भारत का सबसे बड़ा विभाग भी होगा. 24 अगस्त को इस अस्पताल में 500 बिस्तरों से इसकी शुरुआत हो जायेगी.
रोबोट संचालित प्रयोगशाला- इसके बाद अगले साल यह बढ़कर 750 और पांच वर्ष में 1000 बिस्तरों पर इलाज शुरू हो जायेगा. आगामी 10 वर्षों में इस अस्पताल पूरी तरह शुरू हो जायेगा. कुल 2400 बेड (जिसे बाद में 2600 किया जाएगा) में से 534 क्रिटिकल केयर बेड होंगे. अमृता हॉस्पिटल के रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर संजीव के सिंह ने बताया कि यह भारत में सबसे अधिक क्षमता वाला निजी अस्पताल होगा. इस अस्पताल में 64 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे. इसके अलावा पूरी तरह से स्वचालित रोबोट प्रयोगशाला से यहां मरीजों का इलाज किया जाएगा.
अमृता हॉस्पिटल के रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर संजीव के सिंह ने कहा- इससे पहले हमारे करीब 11 हॉस्पिटल हैं. सबसे बड़ा हॉस्टिल कोच्चि में 1350 बेड का है, बाकी छोटे-छोटे बहुत से हॉस्पिटल हैं जहां पर हम फ्री केयर मुहैय्या कराते हैं. अपने अस्पताल में हम इंटरनल ऑडिट करते हैं. मरीज का आईसीयू में चार्ज क्या है, डॉक्टर क्या दवा लिखते हैं, इन सबका एक टीम के द्वारा ऑडिट किया जाता है. इसकी वजह से कोई भी डॉक्टर मनमर्जी से दवा नहीं लिख सकता. मरीज के लिए जो भी दवा उचित है वही लिखेगा.
अस्पताल में होगा हेलिपैड- अमृता हॉस्पिटल के परिसर में एक हेलिपैड और 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस भी है. जहां मरीजों के साथ आने वाले उनके अटेंडेट रह सकते हैं. अमृता हॉस्पिटल फरीदाबाद के रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजीव के सिंह ने बताया कि यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा. अस्पताल में एक समर्पित अनुसंधान खंड होगा जो 7 मंजिल की इमारत में कुल 3 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है. फरीदाबाद में अमृता अस्पताल के बनने से जहां देश समेत विदेशों में फरीदाबाद जिले की तारीफ हो रही है, वहीं जिले में रोजगार के अवसर भी प्रदान हो रहे हैं. अमृता हॉस्पिटल आने से एक तरफ तमाम बीमारियों का इलाज कम दरों में एक ही छत के नीचे किया जाएगा वहीं दूसरी ओर फरीदाबाद को अमिता हॉस्पिटल से एक नई पहचान और विकास की गति भी मिलेगी.