नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 नवंबर (गुरुवार) को शाम 5:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जेएनयू कैंपस में स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करेंगे. मूर्ति के अनावरण के बाद स्वामी विवेकानंद पर एक व्याख्यान का भी आयोजन किया जाएगा.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के वाइस चांसलर जगदीश कुमार ने बताया कि स्वामी विवेकानंद भारत के सबसे लोकप्रिय बुद्धिजीवी और आध्यात्मिक गुरुओं में से एक थे. उन्होंने संपूर्ण भारत को गौरवान्वित होने का अवसर दिया था. स्वामी विवेकानंद अपने विचारों से युवाओं को प्रेरित करते रहे हैं, उन्होंने भारतीयों को अपनी संस्कृति और सभ्यता पर गर्व करने का अवसर दिया.
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद हमेशा कहा करते थे कि शिक्षा से ही व्यक्ति का विकास हो सकता है. खासकर समाज के निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए यह संजीवनी की तरह होता है. शिक्षा से व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ सम्पूर्ण देश का विकास होता है.
जेएनयू के पूर्व छात्रों के सहयोग से बनी है प्रतिमा
वाइस चांसलर ने बताया कि युवाओं को प्रेरित करने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में ही युवाओं के बड़े प्रेरणा के स्रोत स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है. देश के विभिन्न हिस्सों से छात्र यहां विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के लिए ही यहां आते हैं. उन्होंने जानकारी दी कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों के सहयोग से यूनिवर्सिटी कैंपस में विवेकानंद जी की प्रतिमा लगाई जा सकी है.
जेएनयू के फेसबुक पेज पर होगा प्रसारण
जगदीश कुमार ने कहा कि अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की चर्चा करते हैं. उनके जीवन के मिशन देश के युवाओं को उनकी पद चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. जेएनयू के लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व समुदाय के सामने जेएनयू की शानदार इतिहास के हिस्सा के रूप में जेएनयू को संबोधित करने की सहमति दी है. इस पूरे कार्यक्रम को जेएनयू का फेसबुक अकाउंट पर सीधा प्रसारण किया जाएगा.