लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रावस्ती के महान योद्धा राजा सुहेलदेव की 4.20 मीटर ऊंची प्रतिमा के निर्माण समेत स्मारक का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शिलान्यास किया. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बहराइच स्थित कार्यक्रम स्थल चित्तौरा में इस दौरान मौजूद रहेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराजा सुहेलदेव स्मारक और चित्तौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. इस कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं.
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराजा सुहेलदेव स्मारक और चित्तौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला रखी. साथ ही प्रधानमंत्री ने महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, बहराइच का भी लोकार्पण किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, उत्तरप्रदेश में पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाओं के साथ कनेक्टिविटी का भी विकास किया जा रहा है. बीते कुछ वर्षों में जो प्रयास हुए हैं उनका प्रभाव भी नजर आने लगा है. जिस राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं, उसका नाम है उत्तरप्रदेश. विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करने में यूपी देश के टॉप तीन राज्यों में आ चुका है. यूपी न सिर्फ ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन बचाने में सफल रहा, बल्कि बाहर से लौटे श्रमिकों को रोजगार देने में भी यूपी ने प्रशंसनीय काम किया है.
उन्होंने आगे कहा, यूपी में बेहतर होती आधारभूत सुविधाओं का सीधा लाभ किसानों, गरीबों, ग्रामीणों को हो रहा है. विशेष तौर पर छोटे किसान जिसके पास बहुत कम जमीन होती है, वो इन योजनाओं के सबसे ज्यादा लाभार्थी हैं. यूपी के ऐसे करीब 2.5 करोड़ किसानों के बैंक खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से रुपये जमा किए जा चुके हैं. नए कृषि सुधारों का लाभ भी छोटे और सीमांत किसानों को सबसे ज्यादा होगा. यूपी में इन नये कानूनों के बनने के बाद जगह-जगह से किसानों के बेहतर अनुभव सामने आ रहे हैं. इन कृषि सुधारों के लिए भांति-भांति का प्रचार करने की कोशिश की गई.
पीएम ने कहा, कोरोना काल में जिस प्रकार से उत्तरप्रदेश में काम हुआ वो बहुत ही महत्वपूर्ण है. कल्पना करिए अगर यूपी में हालत बिगड़ती तो राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किस तरह की बातें की जाती, लेकिन योगी आदित्यनाथ की पूरी टीम ने बेहतरीन तरीके से स्थिति को संभालकर दिखा दिया.
उन्होंने कहा, बहराइच जैसे विकास के आकांक्षी जिले में स्वास्थ सुविधाएं बढ़ना यहां के रहने वालों के जीवन को आसान बनाएगा. इसका लाभ आसपास के जिले श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर को तो होगा ही साथ ही साथ ही नेपाल से आने वाले मरीजों को भी मदद करेगा. देश की पांच सौ से ज्यादा रियासतों को एक करने का कठिन कार्य करने वाले सरदार पटेल के साथ क्या किया गया, इसे देश का बच्चा भी भली-भांति जानता है. आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सरदार पटेल की है, जो हमें प्रेरणा दे रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज बसंत पंचमी का शुभ दिन है, ऐसे में मेरी प्रार्थना है कि हर देशवासी को मां सरस्वती का आशीर्वाद मिले. पीएम मोदी ने यहां कहा कि महाराजा सुहेलदेव के नाम पर जो मेडिकल कॉलेज बना है, उससे लोगों को लाभ मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि बीते कुछ सालों में देश भर में इतिहास, आस्था, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े जितने भी स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है, उनका बहुत बड़ा लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देने का भी है. उत्तरप्रदेश तो पर्यटन, तीर्थाटन दोनों के मामले में समृद्ध भी है और इसकी क्षमताएं भी अपार हैं.
उन्होंने कहा कि भारत के अनेक ऐसे सेनानी हैं, जिनके योगदान को अनेक वजहों से मान नहीं दिया गया. चौरी-चौरा के वीरों के साथ जो हुआ, वो क्या हम भूल सकते हैं? महाराजा सुहेलदेव और भारतीयता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों के साथ भी यही प्रयास किया गया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का इतिहास वो नहीं है, जो देश को गुलाम बनाने वालों और गुलामी की मानसिकता के साथ लिखने वालों ने लिखा, भारत का इतिहास वो भी है जो देश के सामान्य जन ने लिखा है. भारत के कई अनेक नायक-नायिकाओं को कभी इतिहास में जगह नहीं दी गई, जिन्हें कभी उनका सम्मान नहीं दिया गया उसे आज का भारत सुधार रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, आजाद हिंद फौज को कभी भी वैसा सम्मान नहीं दिया गया. देश की 500 से अधिक रियासतों को एक करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ क्या हुआ, वो हर कोई जानता है. हमारी सरकार ने सरदार पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति बनाई.
पीएम मोदी ने कहा, अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले, राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि और ऋषि मुनियों ने जहां तप किया, बहराइच की इस पुण्यभूमि को मैं नमन करता हूं. बसंत पंचमी की आप सभी को बहुत-बहुत मंगलकामनाएं. मां सरस्वती भारत के ज्ञान-विज्ञान को और समृद्ध करें.
उन्होंने आगे कहा, राम चरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं- ऋतु बसंत बह त्रिविध बयारि यानी बसंत ऋतु में शीतल, मंद, सुगंध ऐसी तीन प्रकार की हवा बह रही है. इसी हवा, इसी मौसम में खेत-खलिहान, बाग, बगान से लेकर जीवन का हर हिस्सा आनंदित हो रहा है. आज मुझे बहराइच में महाराजा सुहेलदेवजी के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है. ये आधुनिक और भव्य स्मारक, ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास, बहराइच पर महाराजा सुहेलदेव के आशीर्वाद को बढ़ाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.
पीएम ने कहा, आज महाराजा सुहेलदेव जी के नाम पर बनाए गए मेडिकल कॉलेज को एक नया और भव्य भवन भी मिला है. भारत का इतिहास सिर्फ वो नहीं है, जो देश को गुलाम बनाने वालों, गुलामी की मानसिकता के साथ इतिहास लिखने वालों ने लिखा, भारत का इतिहास वो भी है जो भारत के सामान्य जन में, भारत की लोकगाथाओं में रचा-बसा है. जो पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ा है.
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये मंगलवार को बहराइच की चित्तौरा झील के विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे. यह कार्यक्रम महाराजा सुहेलदेव की जयंती के उपलक्ष्य में उत्तरप्रदेश के बहराइच में आयोजित किया जा रहा है. इसमें महाराजा सुहेलदेव की एक घोड़े पर सवार प्रतिमा की स्थापना, कैफेटेरिया, अतिथि गृह और बच्चों के पार्क जैसी विभिन्न पर्यटक सुविधाओं को शामिल किया गया है.
राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 16 फरवरी को डिजिटल माध्यम से बहराइच जिले में महाराजा सुहेलदेव स्मारक और चित्तौरा झील की विकास योजना का शिलान्यास करेंगे. साथ ही, प्रधानमंत्री महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एवं महर्षि बालार्क चिकित्सालय, बहराइच का लोकार्पण भी करेंगे.
इस कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच से सम्मिलित होंगे. सूचना एवं संस्कृति विभाग द्वारा विस्तृत कार्य योजना बनाकर महाराज सुहेलदेव के शौर्य, बलिदान एवं अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं से संबंधित पुस्तकों एवं अभिलेखों का डिजिटल संस्करण तैयार किया जायेगा.
भाजपा प्रदेश मुख्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, स्वतंत्र देव सिंह मंगलवार को चित्तौरा में आयोजित महाराजा सुहेलदेव स्मारक भूमिपूजन कार्यक्रम तथा विभिन्न विकास योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मौजूद रहेंगें.
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महाराजा सुहेलदेव के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने 11वीं शताब्दी में महमूद गज़नवी के सेनापति सैयद सालार गाजी को मार गिराया था. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने इसे वर्ष 2022 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र आयोजित कार्यक्रम करार देते हुए रविवार को कहा, पंचायत चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा महाराजा सुहेलदेव का नाम भुनाने की कोशिश में है.
सुभासपा के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा, आने वाले महीनों में प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं और उसके बाद विधानसभा चुनाव होंगे. प्रदेश के 18 जिलों के जाट किसानों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है, इसलिए इस पार्टी ने अब राज्य के पूर्वी हिस्सों पर अपनी नजरें गढ़ा दी हैं, जहां राजभर मतदाताओं का दबदबा है. भाजपा सुहेलदेव के नाम पर वोट की खेती करना चाहती है.