चेन्नई : अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम पार्टी के अध्यक्ष कमल हासन ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों की शिकायतों को दूर करने के लिए उनसे संवाद करना चाहिए. प्रधानमंत्री को किसानों को देखना चाहिए. यह लंबे समय से लंबित है. देश के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है. आप भी देश की भलाई में विश्वास करते हैं. कृषि क्षेत्र पर ध्यान देने की जरूरत है और यह अनुरोध नहीं है.
अब आप वायलिन नहीं बजा सकते
हासन ने कहा कि इस तरह के मामलों में दलगत विचार से ऊपर उठने और और किसानों की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करने की जरूरत है. प्रदर्शनकारियों के समर्थन में और आवाजों को उठने देना देश के लिए ठीक नहीं है और जैसा कि प्रदर्शन के और व्यापक होने के संकेत हैं, ऐसा होने से पहले सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए और किसानों की शिकायत दूर करनी चाहिए.
हासन ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के प्रदर्शन को ऐसे संभाल रही है, जैसे वायलिन की धुन बज रही है, लेकिन अब नहीं. अब आप वायलिन नहीं बजा सकते, जब रोम जल रहा है. रजनीकांत के साथ गठबंधन के सवाल पर कमल हासन ने कहा कि सही समय पर बात होगी.
संतोष बाबू ने दबाव का लगाया आरोप
तमिलनाडु सरकार में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी संतोष बाबू ने मंगलवार को अभिनेता-राजनेता कमल हासन की पार्टी मक्कल निधी मइयम (एमएमएम) में शामिल होने के बाद कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में कार्य करते वक्त उन्हें कुछ दबाव का सामना करना पड़ा था.
तमिलनाडु फाइबरनेट कॉरपोरेशन को विशेष तौर पर भारत नेट योजना के तहत तमिलनाडु के 12 हजार ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर आधारित ब्रॉडबैंड से जोड़ने की योजना को लागू करने के लिए बनाया गया है. बाबू को इससे अलग करने के बाद इस साल की शुरुआत में टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगा था.