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प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ वाराणसी के लोगों की हर संभव सहायता करे: प्रधानमंत्री

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये. प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें. उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा.

पीएम मोदी
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Published : Apr 18, 2021, 10:26 AM IST

Updated : Apr 18, 2021, 1:50 PM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में शीर्ष अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और वाराणसी में कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टर शामिल हुए.

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार हेतु टेस्टिंग, बेड, दवाइयां, वैक्सिीन, तथा मैन पावर आदि की जानकारी ली गई. उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया.

चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये. प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें. उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा.

प्रधानमंत्री ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है.

प्रधानमंत्री ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है.

इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है. मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढ़ाने की जरुरत पर भी प्रधनमंत्री ने विशेष बल दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए.

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने वाराणसी स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा की करते हुए कहा उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. उन्होंने पुनः स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया.

पढ़ें - पीएम मोदी ने की कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक, दिए ये निर्देश

वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कोविड से बचाव तथा ईलाज हेतु क्षेत्र में की गयी तैयारियों की सूचना दी.

इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हेतु स्थापित कंट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोन लाईन एम्बुलेंस, कण्ट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती आदि विषयों पर जानकारी दी गयी. प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि कोविड से बचाव के लिए अभी तक 198383 व्यक्तियों को प्रथम व 35014 व्यक्तियों को वैक्सीनेशन की दोनों डोज लग चुकी है

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में शीर्ष अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और वाराणसी में कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टर शामिल हुए.

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार हेतु टेस्टिंग, बेड, दवाइयां, वैक्सिीन, तथा मैन पावर आदि की जानकारी ली गई. उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया.

चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये. प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें. उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा.

प्रधानमंत्री ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है.

प्रधानमंत्री ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है.

इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है. मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढ़ाने की जरुरत पर भी प्रधनमंत्री ने विशेष बल दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए.

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने वाराणसी स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा की करते हुए कहा उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. उन्होंने पुनः स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया.

पढ़ें - पीएम मोदी ने की कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक, दिए ये निर्देश

वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कोविड से बचाव तथा ईलाज हेतु क्षेत्र में की गयी तैयारियों की सूचना दी.

इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हेतु स्थापित कंट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोन लाईन एम्बुलेंस, कण्ट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती आदि विषयों पर जानकारी दी गयी. प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि कोविड से बचाव के लिए अभी तक 198383 व्यक्तियों को प्रथम व 35014 व्यक्तियों को वैक्सीनेशन की दोनों डोज लग चुकी है

Last Updated : Apr 18, 2021, 1:50 PM IST
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