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पीएम मोदी का पांच दिवसीय यूरोप दौरा खत्म, लौटे दिल्ली

पीएम मोदी रोम, वेटिकन सिटी और ग्लासगो की अपनी यात्रा के समापन के बाद स्वदेश वापस लौट आए. बता दें कि, मोदी ने सीओपी-26 के इतर कई द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिसे जलवायु परिवर्तन से निपटने में दुनिया के नेताओं और विशेषज्ञों की अब तक के सबसे बड़े सम्मेलन में से एक माना जा रहा है.

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Published : Nov 3, 2021, 8:58 AM IST

Updated : Nov 3, 2021, 10:19 AM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) रोम (इटली), वेटिकन सिटी और ग्लासगो (स्कॉटलैंड) की अपनी यात्रा के समापन के बाद स्वदेश वापस लौट आए. मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं.

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत पहली बार 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है. यह आठवां जी -20 शिखर सम्मेलन था जिसमें मोदी ने भाग लिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान, वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. मोदी ने कैथोलिक चर्च के प्रमुख को भारत आने का न्योता दिया.

प्रधानमंत्री मोदी, 2015 में पेरिस में सीओपी-21 में शामिल हुए थे, जब पेरिस समझौता संपन्न हुआ था, और जिसका कार्यान्वयन इस साल शुरू हुआ था.

मोदी ने सीओपी-26 के इतर कई द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिसे जलवायु परिवर्तन से निपटने में दुनिया के नेताओं और विशेषज्ञों की अब तक के सबसे बड़े सम्मेलन में से एक माना जा रहा है.

वह रोम से यहां पहुंचे, जहां उन्होंने 30-31 अक्टूबर तक इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के निमंत्रण पर 16वें जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. इटली पिछले साल दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है.

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ दो दिनों की गहन चर्चा में हिस्सा लेने के बाद कहा कि भारत ने न केवल पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार किया है, बल्कि अब अगले 50 वर्षों के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा भी निर्धारित किया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने रोम और ग्लासगो की अपनी पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पूरी करने के बाद स्वदेश रवाना होते हुए एक ट्वीट में यह बात कही.

उन्होंने रोम और ग्लासगो में क्रमशः जी -20 शिखर सम्मेलन और सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया.

मोदी ने ट्वीट किया, हमारे ग्रह (पृथ्वी) के भविष्य के बारे में दो दिनों की गहन चर्चा के बाद ग्लासगो से प्रस्थान. भारत ने न केवल पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार किया है, बल्कि अब अगले 50 वर्षों के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा भी निर्धारित किया है.

पढ़ें : भारत वापसी से पहले भारतीय नागरिकों से मिले पीएम, ढोल बजाकर कहा अलविदा

उन्होंने कहा, लंबे समय के बाद कई पुराने दोस्तों को आमने सामने देखना और कुछ नए लोगों से मिलना अद्भुत था. मैं अपने मेजबान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और मनोरम ग्लासगो में गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए स्कॉटलैंड के लोगों का भी आभारी हूं.

पढ़ें : जब इजरायल के पीएम ने मोदी से कहा, क्यों नहीं मेरी पार्टी ज्वाइन कर लेते ?

रंगीन भारतीय पोशाक पहने भारतीय समुदाय के सदस्य उन्हें विदाई देने के लिए एकत्रित हुए थे. भारत के लिए प्रस्थान करने से पहले मोदी ने भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ ड्रम बजाया.

मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के निमंत्रण पर सीओपी-26 में भाग लिया.

सीओपी-26 ब्रिटेन की अध्यक्षता में 31 अक्टूबर से 12 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है जो इस आयोजन के लिए इटली के साथ साझेदारी कर रहा है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) रोम (इटली), वेटिकन सिटी और ग्लासगो (स्कॉटलैंड) की अपनी यात्रा के समापन के बाद स्वदेश वापस लौट आए. मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं.

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत पहली बार 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है. यह आठवां जी -20 शिखर सम्मेलन था जिसमें मोदी ने भाग लिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान, वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. मोदी ने कैथोलिक चर्च के प्रमुख को भारत आने का न्योता दिया.

प्रधानमंत्री मोदी, 2015 में पेरिस में सीओपी-21 में शामिल हुए थे, जब पेरिस समझौता संपन्न हुआ था, और जिसका कार्यान्वयन इस साल शुरू हुआ था.

मोदी ने सीओपी-26 के इतर कई द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिसे जलवायु परिवर्तन से निपटने में दुनिया के नेताओं और विशेषज्ञों की अब तक के सबसे बड़े सम्मेलन में से एक माना जा रहा है.

वह रोम से यहां पहुंचे, जहां उन्होंने 30-31 अक्टूबर तक इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के निमंत्रण पर 16वें जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. इटली पिछले साल दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है.

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ दो दिनों की गहन चर्चा में हिस्सा लेने के बाद कहा कि भारत ने न केवल पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार किया है, बल्कि अब अगले 50 वर्षों के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा भी निर्धारित किया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने रोम और ग्लासगो की अपनी पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पूरी करने के बाद स्वदेश रवाना होते हुए एक ट्वीट में यह बात कही.

उन्होंने रोम और ग्लासगो में क्रमशः जी -20 शिखर सम्मेलन और सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया.

मोदी ने ट्वीट किया, हमारे ग्रह (पृथ्वी) के भविष्य के बारे में दो दिनों की गहन चर्चा के बाद ग्लासगो से प्रस्थान. भारत ने न केवल पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार किया है, बल्कि अब अगले 50 वर्षों के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा भी निर्धारित किया है.

पढ़ें : भारत वापसी से पहले भारतीय नागरिकों से मिले पीएम, ढोल बजाकर कहा अलविदा

उन्होंने कहा, लंबे समय के बाद कई पुराने दोस्तों को आमने सामने देखना और कुछ नए लोगों से मिलना अद्भुत था. मैं अपने मेजबान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और मनोरम ग्लासगो में गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए स्कॉटलैंड के लोगों का भी आभारी हूं.

पढ़ें : जब इजरायल के पीएम ने मोदी से कहा, क्यों नहीं मेरी पार्टी ज्वाइन कर लेते ?

रंगीन भारतीय पोशाक पहने भारतीय समुदाय के सदस्य उन्हें विदाई देने के लिए एकत्रित हुए थे. भारत के लिए प्रस्थान करने से पहले मोदी ने भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ ड्रम बजाया.

मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के निमंत्रण पर सीओपी-26 में भाग लिया.

सीओपी-26 ब्रिटेन की अध्यक्षता में 31 अक्टूबर से 12 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है जो इस आयोजन के लिए इटली के साथ साझेदारी कर रहा है.

Last Updated : Nov 3, 2021, 10:19 AM IST
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