मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर हैं. पुणे पहुंचने पर डिप्टी सीएम अजित पवार, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद पीएम ने पुणे के पास देहू में संत तुकाराम मंदिर में 17वीं सदी के संत तुकाराम महाराज की पूजा की और यहां एक शिला मंदिर का उद्घाटन किया. भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख नाम तुकाराम वारकरी संत और कवि थे. उन्हें 'अभंग' भक्ति कविता और आध्यात्मिक गीतों के लिए जाना जाता है. वह पुणे के पास देहू में रहते थे. उनकी मृत्यु के बाद एक शिला मंदिर बनाया गया था, लेकिन इसे औपचारिक रूप से मंदिर के रूप में तैयार नहीं किया गया था.
-
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi offered prayers to Sant Tukaram Maharaj at Sant Tukaram temple in Dehu, Pune today.
— ANI (@ANI) June 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Source: DD) pic.twitter.com/r7a468F2Q9
">#WATCH | Prime Minister Narendra Modi offered prayers to Sant Tukaram Maharaj at Sant Tukaram temple in Dehu, Pune today.
— ANI (@ANI) June 14, 2022
(Source: DD) pic.twitter.com/r7a468F2Q9#WATCH | Prime Minister Narendra Modi offered prayers to Sant Tukaram Maharaj at Sant Tukaram temple in Dehu, Pune today.
— ANI (@ANI) June 14, 2022
(Source: DD) pic.twitter.com/r7a468F2Q9
इस असवर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य जन्म में सबसे दुर्लभ संतों का सत्संग है. संतों की कृपा अनुभूति हो गई, तो ईश्वर की अनुभूति अपने आप हो जाती है. आज देहू की इस पवित्र तीर्थ-भूमि पर आकर मुझे ऐसी ही अनुभूति हो रही है. उन्होंने कहा कि देहू का शिला मंदिर न केवल भक्ति की शक्ति का एक केंद्र है बल्कि भारत के सांस्कृतिक भविष्य को भी प्रशस्त करता है. इस पवित्र स्थान का पुनर्निमाण करने के लिए मैं मंदिर न्यास और सभी भक्तों का आभार व्यक्त करता हूं.
उन्होंने कहा कि भारत शाश्वत है, क्योंकि भारत संतों की धरती है. हर युग में हमारे यहां, देश और समाज को दिशा देने के लिए कोई न कोई महान आत्मा अवतरित होती रही है. आज देश संत कबीर दास की जयंती मना रहा है. पीएम ने कहा कि संत तुकाराम जी की दया, करुणा और सेवा का वो बोध उनके 'अभंगों' के रूप आज भी हमारे पास है. इन अभंगों ने हमारी पीढ़ियों को प्रेरणा दी है. जो भंग नहीं होता, जो समय के साथ शाश्वत और प्रासंगिक रहता है, वही तो अभंग होता है.
मोदी ने कहा कि संत तुकाराम जी कहते थे कि समाज में ऊंच नीच का भेदभाव बहुत बड़ा पाप है. उनका ये उपदेश जितना जरूरी भगवतभक्ति के लिए है, उतना ही महत्वपूर्ण राष्ट्रभक्ति और समाजभक्ति के लिए भी है. आज देश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र पर चल रहा है. सरकार की हर योजना का लाभ हर किसी को बिना भेदभाव के मिल रहा है. छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे राष्ट्रनायक के जीवन में भी तुकाराम जी जैसे संतों ने बड़ी अहम भूमिका निभाई. आजादी की लड़ाई में वीर सावरकर जी को जब सजा हुई, तब जेल में वो हथकड़ियों को चिपली जैसा बजाते हुए तुकाराम जी के अभंग गाते थे.
पीएम मोदी आज मुंबई में क्रांतिकारियों की गैलरी का अनावरण करेंगे. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री 200 वर्षों से लगातार प्रकाशित होने वाले अखबार 'मुंबई समाचार' के 'द्विशताब्दी महोत्सव' में भी भाग लेंगे. बयान में कहा गया है कि बाद में, प्रधानमंत्री दक्षिण मुंबई के राजभवन में जल भूषण भवन और क्रांतिकारियों की गैलरी का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 'मुंबई समाचार' के द्विशताब्दी महोत्सव में भी भाग लेंगे. यह गुजराती अखबार 200 साल से प्रकाशित हो रहा है. बयान में कहा गया है कि अखबार की अनूठी उपलब्धि के लिए इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा.
पढ़ें- PM मोदी 21 जून को मैसुरु में योग दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे