भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मध्य प्रदेश खूब भाता है. पीएम एक महीने के भीतर ही दूसरी बार फिर से मध्यप्रदेश आ रहे हैं. 17 सितंबर को जन्मदिन के मौके पर चीतों को छोड़ने आए पीएम इस बार 11 अक्टूबर को बाबा महाकाल के दर पर होंगे. मध्यप्रदेश में लगातार दोरों के सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं. राजनीति के जानकार कहते हैं कि बीजेपी 2023 ही नहीं मिशन 2024 की तैयारी भी शुरू कर चुकी है. कुछ दिनों पहले ही आदिवासी सम्मेलन और रानी कमलापति स्टेशन का लोकार्पण करने भी पीएम एमपी आ चुके हैं.
पीएम के दौरे से मैसेज देने की कोशिश: पिछले कुछ समय से राज्य में होने वाले बड़े आयोजन और इनमें पीएम मोदी सहित पार्टी के बड़े नेताओं की शिरकत से बीजेपी लगातार चुनावी तैयारियों को पुख्ता करने का मैसेज दे रही है.
- आदिवासियों सियों को साधने के लिए भोपाल में आदिवासी सम्मेलन किया गया. इसका सीधा गणित आदिवासियों के 22 वोट बैंक को बीजेपी से जोड़ना रहा. प्रदेश सरकार भी लगातार आदिवासी आबादी को खुश करने के लिए बड़ी सौगातें दे रही है.
- श्योपुर में महिला सेल्फ हेल्प ग्रुपों के साथ संवाद. यहां भी मोदी ने महिलाओं से संवाद कर प्रदेश की आधी आबादी को साधने की कोशिश की. जिससे पूरे देश की महिलाओं को मोदी का एक मेसेज गया.
राहुल गांधी से पहले पहुंचेंगे उज्जैन: मप्र में बीजेपी को 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर जीत मिली थी. पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी का जादू एमपी में भी जमकर चला था. उसी मोंमेटम को बनाए रखने के लिए पीएम मोदी लगातार मप्र में दौरे कर रहे हैं. इस बार निशाने पर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव पहले हैं. जिसमें मालवा निमाड़ की 66 सीटें शामिल हैं हैं. खास बात है कि बीजेपी को इसी क्षेत्र की नाराजगी के चलते 2018 में सत्ता गंवानी पड़ी थी.
- 66 सीटों में से बीजेपी को 27 सीटें ही मिली थीं, हालांकि उसके बाद हुए उपचुनावों में उसे कुछ सीटों का फायदा हुआ.
- उपचुनावों में इंदौर संभाग की 37 सीटों में से बीजेपी के पास पहले 9 थीं, जो अब बढ़कर 12 हो गई हैं.
- उज्जैन संभाग की 29 में से 18 सीटें बीजेपी को मिली ,जो बढ़कर 21 हो गई हैं.
- 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मालवा निमा़ड़ से लोकसभा की सभी सीटें बीजेपी को मिली थीं. यही वजह है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले उज्जैन पहुंचकर और बाबा महाकाल परिसर में नवनिर्मित कॉरिडोर का लोकार्पण कर पीएम पॉलिटिकल संदेश भी देंगे.
मालवा निमाड़ के पास है सत्ता की चाबी: राहुल गांधी भी की भारत जो़ड़ो यात्रा का फोकस भी इसी इलाके में है. कांग्रेस यहां राहुल को नर्मदा स्नान भी कराएगी. राहुल महाकाल मंदिर में भी माथा टेकेंगे. कहा जाता है कि नर्मदा किनारे बसे लोगों की इस नदी में गहरी आस्था है. 2018 में प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के पीछे भी दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा को माना जाता है. यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी भी उज्जैन के बहाने मालावा निमाड़ की जनता को साधेगें.
मोदी को खूब भाता है मध्यप्रदेश: पीएम मोदो के मध्य प्रदेश दौरों की संख्या को देखें तो यह पीएम का 20 वीं मप्र दौरा है. इसीलिए कहा जा रहा है कि पीएम मोदी को मध्य प्रदेश बहुत भाता है. 11 अक्टूबर को होने वाले पीएम मोदी के उज्जैन दौरे को देखा जाए तो मोदी 2014 से अब तक 19 बार एमपी की धरती पर आ चुके हैं और उज्जैन का दौरा उनका मध्य प्रदेश का 20 वां दौरा है .
कब-कब मध्य प्रदेश आए पीएम मोदी:
वर्ष | कार्यक्रम (स्थान) |
2014 | इंदौर इन्वेस्टर्स मीट |
मार्च 2015 | पावर प्लांट का उद्घाटन |
सितंबर 2015 | विश्व हिंदी सम्मेलन |
फरवरी 2016 | किसान सम्मेलन |
अप्रैल 2016 | भीमराव अंबेडकर की जयंती, महू |
मई 2016 | उज्जैन में विश्व हिन्दी सम्मेलन |
अगस्त 2016 | अलीराजपुर में शहीद आजाद की जन्मस्थली पर पहुंचे |
अक्टूबर 2016 | भोपाल के शौर्य स्मारक |
दिसंबर 2016 | सुन्दर लाल पटवा के अंतिम दर्शन में पहुंचे |
मई 2017 | अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा |
जून 2018 | राजगढ़ में बांध की सौगात |
फरवरी 2019 | होशंगाबाद और धार पहुंचे |
चुनावी सभाओं में भी 8 बार एमपी आए पीएम:
चुनावी सभाओं में | पीएम मोदी |
16 नवंबर 2018 | ग्वालियर और शहडोल में रैली |
18 नवंबर 2018 | छिंदवाड़ा और इंदौर दौरा |
20 नवंबर 2018 | झाबुआ और रीवा में सभा |
23 नवंबर 2018 | मंदसौर और छतरपुर में रैली |
25 नवंबर 2018 | विदिशा और जबलपुर में सभा |
15 नवंबर 2021 | भोपाल जनजातीय सम्मेलन |
17 सितंबर 2022 | कूूनों में चीता लाए जाने पर |
11 अक्टूबर -2022 | उज्जैन महाकाल कॉरीडोर लोकार्पण |