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PM मोदी ने नेपाल के लुम्बिनी में बौद्ध संस्‍कृति और विरासत केंद्र की रखी आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान नेपाल में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी (PM Narendra modi Nepal visit).

PM lays foundation stone
PM मोदी
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Published : May 16, 2022, 1:36 PM IST

Updated : May 16, 2022, 1:42 PM IST

लुम्बिनी (नेपाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा के साथ लुम्बिनी बौद्ध विहार क्षेत्र में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज (भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्‍कृति और विरासत केंद्र) के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस केंद्र का निर्माण भारत स्थित अंतरराष्‍ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) कर रहा है. इसके लिए आईबीसी को लुम्बिनी विकास ट्रस्‍ट द्वारा एक भूखंड आवंटित किया गया है.

इस संदर्भ में आईबीसी और लुम्बिनी विकास ट्रस्‍ट के बीच मार्च 2022 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे. शिलान्यास समारोह के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों ने केंद्र के एक मॉडल का भी अनावरण किया. शिलान्यास के लिए पूजा अर्चना तीन प्रमुख बौद्ध परंपराओं थेरवाद, महायान और वज्रयान से संबद्ध भिक्षुओं ने की. निर्माण का कार्य पूरा हो जाने के बाद यह विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला केंद्र बन जाएगा. यहां दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक ज्ञान का आनंद ले सकेंगे. यह बौद्ध केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यह नेपाल में पहला शून्‍य कार्बन उत्‍सर्जन भवन होगा.

लुम्बिनी (नेपाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा के साथ लुम्बिनी बौद्ध विहार क्षेत्र में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज (भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्‍कृति और विरासत केंद्र) के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस केंद्र का निर्माण भारत स्थित अंतरराष्‍ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) कर रहा है. इसके लिए आईबीसी को लुम्बिनी विकास ट्रस्‍ट द्वारा एक भूखंड आवंटित किया गया है.

इस संदर्भ में आईबीसी और लुम्बिनी विकास ट्रस्‍ट के बीच मार्च 2022 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे. शिलान्यास समारोह के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों ने केंद्र के एक मॉडल का भी अनावरण किया. शिलान्यास के लिए पूजा अर्चना तीन प्रमुख बौद्ध परंपराओं थेरवाद, महायान और वज्रयान से संबद्ध भिक्षुओं ने की. निर्माण का कार्य पूरा हो जाने के बाद यह विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला केंद्र बन जाएगा. यहां दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक ज्ञान का आनंद ले सकेंगे. यह बौद्ध केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यह नेपाल में पहला शून्‍य कार्बन उत्‍सर्जन भवन होगा.

पढ़ें- बुद्ध पूर्णिमा पर नेपाल पहुंचे पीएम मोदी, महामाया देवी मंदिर में की पूजा-अर्चना
(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : May 16, 2022, 1:42 PM IST
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