नोएडा: वर्ल्ड डेयरी समिट-2022 (world dairy summit in noida) का शुभारंभ सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तीन राज्यों के मुख्यमंत्री, 40 देशों के प्रतिनिधि, 800 किसानों समेत करीब 1500 प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए. सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.
1903 में इस समिट शुरुआत हुई थी. इसके 71 साल बाद 1974 में भारत को मेजबानी करने का मौका मिला था. इस बार यह समिट दूसरी बार भारत में होने जा रही है. ऐसे में इस समिट के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
भारत हर साल 21 करोड़ टन दूध उत्पादन करता है. डेयरी क्षेत्र में पूरी दुनिया की विकास दर जहां 3% है, वहीं भारत में यह विकास दर 6% है. इसी दर के साथ भारत दुनिया के डेयरी सेक्टर का नेतृत्व कर रहा है. दुनिया में जहां प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 310 ग्राम दूध की उपलब्धता है, वहीं भारत में यह आंकड़ा 427 ग्राम प्रति व्यक्ति है. दूध देश में एकमात्र सबसे बड़ी कृषि कोमोडिटी है, जिसका मूल्य 9.32 लाख करोड़ रुपए है. इसी के बूते भारत के मिल्क प्रोडक्शन की वर्ल्ड लेवल पर हिस्सेदारी 23% है.
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