नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए विपणन सत्र के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने के फैसले को किसानों के हित में लिया गया 'महत्वपूर्ण' फैसला बताया है. पीएम मोदी ने कहा कि इससे चीनी मिल से जुड़े श्रमिकों को भी लाभ होगा.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'देश के करोड़ों गन्ना किसानों के हित में आज सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य को बढ़ाकर 290 रु. प्रति क्विंटल कर दिया गया है. इससे किसानों के साथ ही चीनी मिल से जुड़े श्रमिक भी लाभान्वित होंगे.'
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह निर्णय न केवल किसानों को सशक्त बनाएगा, बल्कि उनकी आमदनी को भी दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गन्ने के एफआरपी को बढ़ाकर अब तक के उच्चतम 290 रुपये प्रति क्विंटल किये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार. इस निर्णय से देश के लगभग 5 करोड़ गन्ना किसानों, उनके आश्रितों और लगभग 5 लाख श्रमिकों को लाभ होगा.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा सरकार हर कदम पर किसानों की भलाई और उनके सशक्तिकरण के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा, मोदी सरकार का यह निर्णय न केवल किसानों को सशक्त बनाएगा बल्कि उनकी आमदनी को भी दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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गौरतलब है कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने बुधवार को 2021-22 के विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य पांच रुपये बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है.
चालू विपणन वर्ष 2020-21 के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य 285 रुपये प्रति क्विंटल है.
(पीटीआई-भाषा)