मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर में स्थिति को इतना महत्वपूर्ण नहीं मानते हैं कि राज्य का दौरा किया जाए. शरद पवार ने महाराष्ट्र के बीड जिले में गुरुवार को होने वाली अपनी जनसभा से पहले संवाददाताओं से कहा, 'मोदी सरकार मणिपुर में हो रही घटनाओं पर मूकदर्शक बनी हुई है. पूर्वोत्तर क्षेत्र महत्वपूर्ण और संवेदनशील है. चीन की सीमा से लगे इलाकों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.'
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Maharashtra | The power of the country is in the hands of the Bharatiya Janata Party and its allies. Their role is to maintain unity in the society, but they are dividing people: NCP chief Sharad Pawar pic.twitter.com/5okC6Y0cO9
— ANI (@ANI) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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राकांपा प्रमुख ने दावा किया, 'पूर्वोत्तर में जो कुछ हो रहा है और करवाया जा रहा है, वह देश के लिए बेहद खतरनाक है. मणिपुर इसका उदाहरण है.' उन्होंने कहा, 'मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी संसद के बाहर बोले और तीन मिनट का वीडियो संदेश दिया तथा अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में हुई चर्चा का लंबा जवाब दिया, लेकिन उसमें मणिपुर का संक्षिप्त रूप से उल्लेख किया.' पवार ने कहा, 'मोदी को पूर्वोत्तर जाकर लोगों को आश्वस्त करना चाहिए, लेकिन उन्होंने इसे जरूरी नहीं समझा. इसके बजाय, उन्होंने मध्य प्रदेश में चुनावी सभाओं को संबोधित करने को प्राथमिकता दी.'
भाजपा में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं
वहीं राकांपा सुप्रीम ने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के प्रति अपनी वफादारी दोहराई. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला भी बोला. सभी राजनीतिक अटकलों को खारिज करते हुए शरद पवार ने कहा, 'भाजपा में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है. मैं एमवीए के साथ हूं. हम मुंबई में आगामी राष्ट्रीय विपक्षी गठबंधन की बैठक की तैयारी कर रहे हैं.' उन्होंने उन खबरों को भी खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि एमवीए की सहयोगी कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी) ने कथित तौर पर आगामी लोकसभा, विधानसभा या निकाय चुनाव में एनसीपी (एसपी) के बिना लड़ने के लिए 'प्लान बी' या 'प्लान सी' तैयार रखा है.
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेत्तीवार और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने तर्क दिया है कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजीत पवार के लिए पूर्व में शर्त रखी थी कि वह तभी सीएम बन सकते हैं, जब वह अपने चाचा को भाजपा के पाले में लाने में सफल होंगे. उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान या नीति आयोग की अध्यक्षता से पुरस्कृत किया जाएगा. इस मामले पर शरद पवार ने कहा, 'ऐसी कोई बात नहीं है. ये अफवाह सिर्फ मीडिया में है, हकीकत कुछ और है. जब मैं पिछले हफ्ते अजीत पवार से मिला तो उन्होंने मेरे लिए ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं लाया.'
भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि भगवा पार्टी लोगों के बीच नफरत फैलाने में लगी हुई है और उसके फैसलों के परिणामस्वरूप समाज में विभिन्न जातियों और धर्मों के बीच विवाद या कड़वाहट पैदा होती है. पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री शरद पवार ने आगाह किया कि मणिपुर चीन की सीमा के पास है और इसलिए उस राज्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. पिछले तीन महीनों से वहां जो कुछ भी हो रहा है, वह देश के लिए खतरनाक है.
शरद पवार ने पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि वह 2024 में सत्ता में लौटेंगे. शरद पवार ने कहा कि देश में मौजूदा माहौल भाजपा की वापसी के लिए अनुकूल नहीं है. चाहे वह 'वापस आने' का कितना भी दावा करें, उनका अंत देवेंद्र फड़णवीस जैसा ही होगा. एनसीपी सुप्रीमो ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों की चुनी हुई राज्य सरकारों को कमजोर करने के प्रयास चल रहे हैं, जैसा कि गोवा, मध्य प्रदेश या महाराष्ट्र और अन्य जगह देखा गया. उन्होंने कहा कि जनता अब ये सब बर्दाश्त नहीं करेगी और भाजपा को सबक सिखाएगी.
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(एजेंसी)