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भारत ने तय समय से पहले पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को किया हासिल: मोदी

मिट्टी बचाओ आंदोलन' की शुरुआत इस साल मार्च में सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की थी, जो 27 देशों से होकर गुजरने वाली 100 दिनों की मोटरसाइकिल यात्रा पर हैं.

पीएम मोदी
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Published : Jun 5, 2022, 11:47 AM IST

Updated : Jun 5, 2022, 1:50 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही हैं, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है. पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं. भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है.

इन पांच बातों पर करना होगा फोकस
उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची. पीएम मोदी ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं. दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं. तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं. चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें.

पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को किया हासिल
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने तय समय से पहले पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. 'मिट्टी बचाओ अभियान' का मुख्य उद्देश्य उपजाऊ मिट्टी को बचाना है और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है. यह एक वैश्विक आंदोलन है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने मार्च 2022 में इस आंदोलन की शुरूआत की थी. इस आंदोलन के तहत उन्होंने 100 दिन की यात्रा शुरू की और 27 देशों से गुजरे. 5 जून को 100 दिन की यात्रा का 75वां दिन था.

प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. आपको यह जानकर गर्व होगा कि भारत इस लक्ष्य को तय समय से पांच महीने पहले हासिल करने में कामयाब रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, हमने अपनी स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता का 40 प्रतिशत गैर-जीवाश्म-ईंधन आधारित स्रोत से हासिल करने का लक्ष्य रखा था. ये लक्ष्य भारत ने तय समय से नौ साल पहले ही हासिल कर लिया है.
2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा भारत
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने CDRI और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के निर्माण का नेतृत्व किया है. पिछले वर्ष भारत ने ये भी संकल्प लिया है कि भारत 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा. पीएम ने कहा कि पहले हमारे देश के किसान के पास इस जानकारी का अभाव था कि उसकी मिट्टी किस प्रकार की है, उसकी मिट्टी में कौन सी कमी है, कितनी कमी है. इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया.

पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी दस जून को इन-स्पेस मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे

जन-जन को कैच द रेन अभियानों के माध्यम से जोड़ रहे
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं. इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है. इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में हमने तय किया है कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर बनाएंगे. इससे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही हैं, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है. पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं. भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है.

इन पांच बातों पर करना होगा फोकस
उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची. पीएम मोदी ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं. दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं. तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं. चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें.

पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को किया हासिल
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने तय समय से पहले पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. 'मिट्टी बचाओ अभियान' का मुख्य उद्देश्य उपजाऊ मिट्टी को बचाना है और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है. यह एक वैश्विक आंदोलन है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने मार्च 2022 में इस आंदोलन की शुरूआत की थी. इस आंदोलन के तहत उन्होंने 100 दिन की यात्रा शुरू की और 27 देशों से गुजरे. 5 जून को 100 दिन की यात्रा का 75वां दिन था.

प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. आपको यह जानकर गर्व होगा कि भारत इस लक्ष्य को तय समय से पांच महीने पहले हासिल करने में कामयाब रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, हमने अपनी स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता का 40 प्रतिशत गैर-जीवाश्म-ईंधन आधारित स्रोत से हासिल करने का लक्ष्य रखा था. ये लक्ष्य भारत ने तय समय से नौ साल पहले ही हासिल कर लिया है.
2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा भारत
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने CDRI और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के निर्माण का नेतृत्व किया है. पिछले वर्ष भारत ने ये भी संकल्प लिया है कि भारत 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा. पीएम ने कहा कि पहले हमारे देश के किसान के पास इस जानकारी का अभाव था कि उसकी मिट्टी किस प्रकार की है, उसकी मिट्टी में कौन सी कमी है, कितनी कमी है. इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया.

पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी दस जून को इन-स्पेस मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे

जन-जन को कैच द रेन अभियानों के माध्यम से जोड़ रहे
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं. इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है. इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में हमने तय किया है कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर बनाएंगे. इससे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा.

Last Updated : Jun 5, 2022, 1:50 PM IST
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