नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के गोद लिए गांव के लोग उनके ही खिलाफ खड़े हो गए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा तब हो रहा है जब बीजेपी सरकार ने गांधीवादी संस्थान और सर्व सेवा संघ से संबंधित इमारतों को ध्वस्त करने की धमकी दी है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री महात्मा गांधी की विरासत पर दावा करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं लेकिन वह विनोबा भावे, जयप्रकाश नारायण जैसे लोगों द्वारा निर्मित गांधीवादी संस्थानों को नष्ट करना उचित समझते हैं. जयराम रमेश ने कहा ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का गोद लिया गांव उनके खिलाफ खड़ा हो गया जब केंद्र सरकार ने गांधीवादी संस्थान, सर्व सेवा संघ से संबंधित इमारतों को ध्वस्त करने की धमकी दी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक समाचार रिपोर्ट संलग्न करते हुए कहा कि यह दूसरी बार है जब नागेपुर के निवासियों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. कुछ हफ्ते पहले वे (डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और भाजपा सांसद) बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की विरासत पर दावा करने का कोई मौका नहीं गंवाया भले ही आरएसएस और उसके सहयोगी राष्ट्रपिता के घोर विरोधी थे लेकिन साथ ही वह विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण जैसे लोगों द्वारा निर्मित गांधीवादी संस्थानों को नष्ट करना उचित समझते हैं.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला प्रशासन ने पिछले महीने घोषणा की थी कि गुजरात के वर्धा स्थित सर्व सेवा संघ की वाराणसी शाखा 14 एकड़ रेलवे भूमि पर स्थित है. इसके बाद रेलवे ने 27 जून को संस्थान की इमारतों पर तोड़फोड़ का नोटिस चिपका दिया. ऐसे में गांव के निवासियों ने गांधीवादी संस्थान के प्रति समर्थन व्यक्त किया है. साथ ही ग्रामीणों ने पीएम मोदी से मुलाकात की अपील है.
(आईएएनएस)