ETV Bharat / bharat

भीड़ के बीच पीएम ऐसे काम करते हैं जिससे देश शर्मिंदा होता है : कांग्रेस

प्रधानमंत्री के बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह करने वाले बयान के बाद से कांग्रेस और भाजपा नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थम नहीं रहा है. भाजपा ने एक पुरानी किताब का कवर ट्वीट कर बयान पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधा था. अब कांग्रेस ने पीएम के बयान को शर्मिंदा करने वाला करार दिया है.

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत
author img

By

Published : Mar 27, 2021, 10:17 PM IST

नई दिल्ली : बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस ने इसे देश के लिए 'शर्मनाक' करार दिया है.

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 'पीएम मोदी भीड़ के आवेश में बह जाते हैं इसके बाद वे ऐसे काम करना शुरू कर देते हैं जो देश के लिए शर्मिंदा करने वाले होते हैं. पीएम मोदी काे यह दिलाना होगा कि बांग्लादेश का स्वत्रंता संग्राम कब हुआ था.'

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत

उन्होंने कहा कि 'जब यह स्वतंत्रता संग्राम हो रहा था तब भारत बांग्लादेश का साथ दे रहा था. उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पाकिस्तान का विरोध कर रही थीं. पाकिस्तान बंटवारे के खिलाफ था. अगर हम उस समय बांग्लादेश का समर्थन कर रहे थे तो आपको जेल किसने भेजा.'

उन्होंने कहा कि 'पीएम मोदी एक संवैधानिक पद पर हैं. उन्हें इस तरह के बयान देने से परहेज करना चाहिए. वह इस समय बांग्लादेश में हैं. उन्हें इंदिरा गांधी के बारे में बात करनी चाहिए.'

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में पहले चरण का चुनाव चल रहा है ऐसे में पीएम की बांग्लादेश यात्रा और मतुआ मंदिर में जाना पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय के तुष्टिकरण के प्रयास के रूप में देखा जा सकता है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'क्या यह संयोग है कि वह बांग्लादेश में मंदिरों का दौरा कर रहे हैं, जब पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान हो रहे हैं? क्या यह संयोग है कि जब 2018 आम चुनाव के लिए भारत भर में आखिरी चरण का मतदान हो रहा था,? वह केदारनाथ की एक गुफा में कुछ ध्यान कर रहे थे और सभी चैनल केवल यही दिखा रहे थे?'

पढ़ें- मोदी के बयान पर सवाल उठाने वालों को किताब देखकर मायूस होना पड़ेगा : भाजपा

दरअसल पीएम मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका में आयोजित मुख्य समारोह में वर्ष 1971 के युद्ध को याद करते हुए कहा था कि यहां पाकिस्तान की सेना ने जो जघन्य अपराध और अत्याचार किए, उनकी तस्वीरें विचलित करती थीं और भारत में लोगों को कई-कई दिन तक सोने नहीं देती थीं.

मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था.

'बंगाल में हिंसा के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनोंं जिम्मेदार'

कांग्रेस प्रवक्ता ने बंगाल में हो रही हिंसा की घटनाओं के लिए भाजपा और टीएमसी दोनों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि टीएमसी ने राज्य चुनाव आयोग के सामने ईवीएम में खराबी का आरोप लगाया है.

वहीं, बीजेपी ने शिकायत की है कि उनके नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी पर हमला हुआ. उन्होंने कहा, ' ये अजीब है कि आजादी के 75 साल बाद भी बंगाल में खूनखराबा, हिंसा, जैसे मामले सामने आ रहे हैं और इन दोनों पार्टियों ने ये मुद्दे नहीं उठाए हैं, ये शर्मनाक है.'

नई दिल्ली : बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस ने इसे देश के लिए 'शर्मनाक' करार दिया है.

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 'पीएम मोदी भीड़ के आवेश में बह जाते हैं इसके बाद वे ऐसे काम करना शुरू कर देते हैं जो देश के लिए शर्मिंदा करने वाले होते हैं. पीएम मोदी काे यह दिलाना होगा कि बांग्लादेश का स्वत्रंता संग्राम कब हुआ था.'

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत

उन्होंने कहा कि 'जब यह स्वतंत्रता संग्राम हो रहा था तब भारत बांग्लादेश का साथ दे रहा था. उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पाकिस्तान का विरोध कर रही थीं. पाकिस्तान बंटवारे के खिलाफ था. अगर हम उस समय बांग्लादेश का समर्थन कर रहे थे तो आपको जेल किसने भेजा.'

उन्होंने कहा कि 'पीएम मोदी एक संवैधानिक पद पर हैं. उन्हें इस तरह के बयान देने से परहेज करना चाहिए. वह इस समय बांग्लादेश में हैं. उन्हें इंदिरा गांधी के बारे में बात करनी चाहिए.'

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में पहले चरण का चुनाव चल रहा है ऐसे में पीएम की बांग्लादेश यात्रा और मतुआ मंदिर में जाना पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय के तुष्टिकरण के प्रयास के रूप में देखा जा सकता है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'क्या यह संयोग है कि वह बांग्लादेश में मंदिरों का दौरा कर रहे हैं, जब पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान हो रहे हैं? क्या यह संयोग है कि जब 2018 आम चुनाव के लिए भारत भर में आखिरी चरण का मतदान हो रहा था,? वह केदारनाथ की एक गुफा में कुछ ध्यान कर रहे थे और सभी चैनल केवल यही दिखा रहे थे?'

पढ़ें- मोदी के बयान पर सवाल उठाने वालों को किताब देखकर मायूस होना पड़ेगा : भाजपा

दरअसल पीएम मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका में आयोजित मुख्य समारोह में वर्ष 1971 के युद्ध को याद करते हुए कहा था कि यहां पाकिस्तान की सेना ने जो जघन्य अपराध और अत्याचार किए, उनकी तस्वीरें विचलित करती थीं और भारत में लोगों को कई-कई दिन तक सोने नहीं देती थीं.

मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था.

'बंगाल में हिंसा के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनोंं जिम्मेदार'

कांग्रेस प्रवक्ता ने बंगाल में हो रही हिंसा की घटनाओं के लिए भाजपा और टीएमसी दोनों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि टीएमसी ने राज्य चुनाव आयोग के सामने ईवीएम में खराबी का आरोप लगाया है.

वहीं, बीजेपी ने शिकायत की है कि उनके नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी पर हमला हुआ. उन्होंने कहा, ' ये अजीब है कि आजादी के 75 साल बाद भी बंगाल में खूनखराबा, हिंसा, जैसे मामले सामने आ रहे हैं और इन दोनों पार्टियों ने ये मुद्दे नहीं उठाए हैं, ये शर्मनाक है.'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.