लखनऊ : वर्ष 2018 को आई अजय देवगन की फिल्म 'रेड' का मजमून कुछ ऐसा होता है कि इनकम टैक्स के एक अधिकारी टीम बनाकर लखनऊ से चलते हैं. अधिकारी टीम को बताते हैं कि वो रेड करने जा रहे, लेकिन कहां इसकी जानकारी किसी को भी नहीं दी जाती है, फिर अचानक पास के ही जिले में एक राजनेता के घर इनकम टैक्स की टीम पहुंचती है और रेड शुरू हो जाती है. अजय देवगन की ये फिल्म पांच साल बाद इसलिए चर्चा में है क्योंकि समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के 20 ठिकानों पर हो रही इनकम टैक्स की छापेमारी की प्लानिंग भी हू ब हू इससे मिली जुलती है. सूत्रों के मुताबिक, आजम खान के ठिकाने पर छापेमारी चल रही है इसकी प्लानिंग लखनऊ जोन में बैठे सिर्फ एक अधिकारी को थी, उसने 42 लोगों की छह टीम बनाई और फिर निकल पड़े ऑपरेशन डी को अंजाम देने. आइए जानते हैं ऑपरेशन D की पूरी कहानी.
नहीं खोला गेट तो एसएसबी जवान ने कूदकर अधिकारियों की कराई एंट्री : सूत्रों के मुताबिक, बुधवार सुबह रामपुर में पहुंचने पर टीम को यह जानकारी दे दी गई कि रेड आजम खान के घर पर होनी है, लिहाजा आधे घंटे बाद करीब 6:35 पर जेल रोड स्थित टंकी नंबर 5 वार्ड 17 थाना गंज इलाके में आजम खान के घर इनकम टैक्स की दस गाड़ियां पहुंचीं और ठीक उसी तरह जिस तरह 'रेड' फिल्म में अजय देवगन ने राजनेता का दरवाजा खटखटाया था उसी तरह आजम खान के घर का गेट खटखटाया गया, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया, जिसके बाद इनकम टैक्स के अधिकारी ने निर्देश दिए. जिसके बाद एसएसबी के जवान ने घर के अंदर छलांग लगाई और अंदर से दरवाजा खोल दिया. आजम खान के घर सभी आईटी अधिकारी घुस गए, लेकिन वहां उन्हें आजम के रौब का सामना करना पड़ा, हालांकि इनकम टैक्स अधिकारियों के समझाने के बाद वो शांत हुए और इनकम टैक्स के टीम ने छापेमारी शुरू की.
आखिर इनकम टैक्स क्यों कर रही आजम पर कार्रवाई? : दरअसल, आजम खान पर स्थानीय पुलिस, ईडी और इनकम टैक्स ने सर्वाधिक कार्रवाई जौहर ट्रस्ट और जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर ही की है. इसके पीछे का कारण है कि, आजम खान जब अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे जब उनके जौहर ट्रस्ट पर खूब धनवर्षा हुई थी. आरोप लगे कि आजम के अल जौहर ट्रस्ट को नोटबंदी के साल 2222.50 लाख रुपये दान में मिले थे. इतना ही नहीं वर्ष 2016 में कांग्रेसी नेता फैसल खान ने आजम खान पर ट्रस्ट की आंड़ में करेंसी एक्सचेंज करने और विधायकी व सांसदी का पैसा ट्रस्ट में खपाने का आरोप लगाकर तत्कालीन वित्त मंत्री को शिकायत की थी.
सूत्रों के मुताबिक, इतना ही नहीं वर्ष 2019 में आजम खान पर बेनामी संपत्ति और टैक्स में अनियमितता का आरोप वर्तमान में बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने लगाया था. इसके अलावा आरोप है कि अल जौहर ट्रस्ट के खातों और दस्तावेजों की किताबों में दान रसीद के रूप में अवैध धन दिखाकर संपत्ति की पहले से ही कम मूल्य वाली कीमतों से मेल खाने की साजिश रची गई थी. इसके अलावा आय और दान के माध्यम से प्रबंधित दान कर योग्यता से बचाया गया. इतना ही नहीं काले धन की शेष राशि को बहीखातों में से निवेश किया गया था, ताकि अधिकारियों द्वारा देखी गई दान राशि के अत्याधिक खुलासे से बचा जा सके.