नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि मिस्र ने भारत को गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी दे दी है. केंद्रीय मंत्री गोयल ने ट्विटर पर कहा, 'भारतीय किसान दुनिया को खिला रहे हैं. मिस्र ने भारत को गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कदम उठाए हैं क्योंकि दुनिया स्थिर खाद्य आपूर्ति के लिए विश्वसनीय वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रही है. गोयल ने कहा कि भारत के किसानों की मेहनत के कारण अन्न भंडार भरे पड़े हैं और हम दुनिया की सेवा के लिए तैयार हैं.
गौरतलब है कि मिस्र के एग्रीकल्चर एंड सप्लाई मिनिस्ट्री के अंतर्गत जनरल अथॉरिटी फॉर सप्लाई कमोडिटीज का प्रतिनिधिमंडल भारत की यात्रा पर है. टीम ने भारतीय अनाज की जांच की, जिसमें पंजाब, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सहित विभिन्न भारतीय प्रांतों में खेतों और अनाज के गोदामों के साथ-साथ निर्यात गोदामों का दौरा भी शामिल था. गोयल के ट्वीट से पहले मिस्र के मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर एक बयान पोस्ट किया था जिसमें कहा गया था कि उनके प्रतिनिधिमंडल ने भारत के कृषि मंत्रालय के साथ सहयोग पर चर्चा की, जिसमें भारत को मिस्र के कृषि निर्यात शामिल हैं.
मिस्र की मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष के फेसबुक पोस्ट के अनुसार, भारत में मिस्र के राजदूत वाल मोहम्मद अवद हमीद भी उनकी यात्रा के दौरान मौजूद थे. दुनिया के सबसे बड़े गेहूं आयातकों में से एक मिस्र पहले गेहूं के लिए यूक्रेन और रूस पर निर्भर था, लेकिन अब सरकार भारत और फ्रांस सहित देशों से वैकल्पिक आपूर्ति की मांग कर रही है. बता दें कि मिस्र का प्रतिनिधिमंडल कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के मालवा में गेहूं के सैंपल का टेस्ट करने आया था.
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(एएनआई)