बेंगलुरु : केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद कोरोना उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमताें में कमी आई है.
जायडस कैडिला ने रेमडेसिविर की कीमत 2,800 रुपये से घटाकर 899 रुपये कर दी है. वहीं, विभिन्न कंपनियों के विभिन्न ब्रांडों के रेमडेसिविर की कीमताें में भी कमी आई है.
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जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने फार्मा कंपनियों को कीमतें कम करने के लिए धन्यवाद दिया.
जानकारी के मुताबिक, रेमडेसिविर की मासिक उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए तत्काल कार्रवाई की जा रही है. अमेरिकी कंपनी गिलियड साइंसेज के पास रेमडेसिविर इंजेक्शन पेटेंट है और भारत में सात फार्मा कंपनियों को निर्माण के लिए लाइसेंस दिया गया है. उनकी वर्तमान क्षमता 38.8 लाख शीशी है. वहीं, काेराेना की बढ़ती रफ्तार काे देखते हुए 35.3 लाख शीशियों के अतिरिक्त निर्माण की मंजूरी दी गई है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही मासिक रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़कर 74.1 लाख शीशी हो जाएगा. रेमडेसिविर की अनुमानित 1.35 लाख शीशियों का प्रतिदिन उत्पादन किया जा रहा है.
रेमडेसिविर की अतिरिक्त चार लाख शीशियां देश में उपयोग के लिए उपलब्ध हैं, क्योंकि रेमडेसिविर का निर्यात रोक दिया गया है. मंत्री ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हमें भरोसा है कि अगले सप्ताह तक मांग के अनुसार आपूर्ति संभव हाे जाएगी.