जयपुर. राजधानी जयपुर के एचपीसीएल और बीपीसीएल पेट्रोल पंप ड्राई (petrol pump dry in jaipur) हो चुके हैं, जिसके बाद आईओसीएल पेट्रोल पंपों पर भीड़ उमड़ रही है. लोग पेट्रोल और डीजल की किल्लत के बीच अपने वाहनों में तेल डलवाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. जयपुर के लगभग सभी पेट्रोल पंपों पर भीड़ के कारण हालात बिगड़ रहे हैं. ऐसे में स्थानीय पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ रहा है.
पिछले 3 दिनों से प्रदेश के कुछ पेट्रोल पम्पों के ड्राई होने के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन मंगलवार दोपहर को राजधानी जयपुर के एचपीसीएल और बीपीसीएल पंपों पर भी पेट्रोल और डीजल खत्म होने लगा और शाम होते-होते शहर के अधिकतर पंप ड्राई हो गए. ऐसे में देर रात आईओसीएल के पेट्रोल पंपों पर लोगों की भारी भीड़ (Crowd of people at petrol pump in Jaipur) देखने को मिली. खासकर रामगढ़ मोड़, शास्त्री नगर, झोटवाड़ा, वैशाली नगर, प्रताप नगर और विद्याधर नगर के कुछ इलाकों में पेट्रोल पंप पर लोगों की भीड़ नजर आने लगी. जिसके बाद सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई. ऐसे में स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई और पेट्रोल पंप पर पुलिस की मौजूदगी में पेट्रोल दिया गया. हालांकि, पेट्रोल की किल्लत को देखते हुए ₹100 से अधिक का पेट्रोल गाड़ियों में नहीं भरा जा रहा है.
राजस्थान में 7000 पेट्रोल पंप- राजस्थान की बात करें तो करीब 7000 पेट्रोल पंप प्रदेश भर में है. इनमें से तकरीबन 2 से 3 हजार पेट्रोल पंप बीपीसीएल और एचपीसीएल कंपनी के हैं. जहां से हर दिन पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की जाती है. लेकिन पिछले कुछ समय से एचपीसीएल और बीपीसीएल कंपनी की ओर से पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति को रोक दिया गया है. जिसके कारण प्रदेशभर में पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो गई है.
राजस्थान में इतनी है पेट्रोल-डीजल की खपतः आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में तकरीबन 7000 पेट्रोल पंप मौजूद है. जहां लगभग हर दिन 25 लाख लीटर पेट्रोल और 1 करोड़ लीटर डीजल की खपत होती है. इनमें से 50 फ़ीसदी पेट्रोल और डीजल की खपत आईओसीएल पेट्रोल पंप पर होती है. जबकि 22 फ़ीसदी बीपीसीएल और 22 फीसदी एचपीसीएल कंपनी तेल की आपूर्ति करते हैं. जबकि 6 फीसदी प्राइवेट कंपनियों के पेट्रोल पंप मौजूद हैं.