शिलांग : मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के आवास पर रविवार रात अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल बम फेंक दिया. पुलिस ने बताया कि घटना रात करीब सवा दस बजे हुई, जब वाहन पर सवार होकर आए उपद्रवियों ने ऊपरी शिलांग के थर्ड माइल में स्थित मुख्यमंत्री के निजी आवास के परिसर में पेट्रोल से भरी दो बोतलें फेंक दीं.
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. अधिकारी ने कहा कि पहली बोतल परिसर के अगले हिस्से में, जबकि दूसरी बोतल पिछले हिस्से में फेंकी गई. हालांकि, चौकीदार ने आग तुरंत बुझा दी.
हिंसा की घटनाओं पर मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि राज्य सरकार को कई एजेंसियों से इनपुट मिले हैं कि शिलांग में विस्फोट करने की कोशिश की जा रही है. संगमा ने कहा कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस हाई अलर्ट पर है.
उन्होंने कहा, पुलिस शांति सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.
संगमा ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को विस्फोट में थंगख्यू सहित बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने के विश्वसनीय और ठोस सबूत मिले हैं. उन्होंने कहा कि सबूतों के आधार पर पुलिस ने रणनीति बनाई कि उन्हें कैसे आगे बढ़ना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और पुलिस की मंशा पूर्व बागी नेता को नुकसान पहुंचाने या गिरफ्तार करने की नहीं थी. लेकिन परिस्थितियों ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना को जन्म दिया.
स्वतंत्रता दिवस पर राज्य की राजधानी और आसपास के इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद राज्य सरकार ने शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया है और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है.
इस बीच, मेघालय के गृह मंत्री लखमेन रिंबुई ने शिलांग में एक पूर्व उग्रवादी को पुलिस द्वारा गोली मारने के मामले में हुई हिंसा के बीच इस्तीफा दे दिया है. रिंबुई ने मुख्यमंत्री से आत्मसमर्पण करने वाले प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल के स्वयंभू महासचिव चेरिस्टरफील्ड थांगखियू को गोली मारने के मामले की न्यायिक जांच करने का भी आग्रह किया.
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थांगखियू की 13 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह राज्य में हुए सिलसिलेवार आईईडी धमाकों के संबंध में अपने घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर कथित रूप से चाकू से हमला करने की कोशिश कर रहा था.
(एजेंसी)