सहरसा : फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के विवादित बयान पर सहरसा के व्यवहार न्यायालय में याचिका दायर की (petition filed against Kangana Ranaut) गई है. सहरसा के पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने ये याचिका दायर की है. उन्होंने कंगना के बयान को देश को तोड़ने वाला और भड़काऊ बताया है.
दरअसल, कंगना रनौत ने भारत की आजादी को लेकर एक विवादित बयान दिया था. जिसमें उन्होंने भारतीय आजादी को भीख में मिली आजादी बताया था. इसे लेकर पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने उनके विरुद्ध सहरसा व्यवहार न्यायालय में याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि भारत के लोग इससे आहत हुए हैं. इस तरह का बयान देने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. देश की आजादी हजारों वीरों की कुर्बानी के बाद मिली है.
वहीं, अधिवक्ता सह जिला विधिवेत्ता संघ के अध्यक्ष सुदेश कुमार सिंह ने बताया कि ये मामला कंगना रनौत के बयान के खिलाफ है. जिसमें उन्होंने कहा है कि आजादी 2014 में मिली. यह गलत है, इससे सारे भारतवर्ष के लोग आहत हैं, हमारे पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना भी बहुत आहत हुए हैं. इनके परिवार में स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं. यह मुदयी के रूप में यहां आए. यहां नालसी फाइल किया है जिस नालसी का नंबर 887/C-21 है जो आज रखा गया था. 192 में न्यायिक दंडाधिकारी के यहां भेजा गया है. हमलोग उस न्यायालय में इस बात को पुरजोर तरीके से रखेंगे और आशा करते हैं कि उसमें संज्ञान लेकर कंगना रनौत के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि पद्म श्री से सम्मानित होने के बाद कंगना रनौत ने एक निजी चैनल को दिए गए एक साक्षात्कार में भारत की आजादी को लेकर विवादित बयान दिया था. भारतीय आजादी को भीख से मिली आजादी बताया था. कंगना ने कहा था कि देश को वास्तविक आजादी तो पीएम मोदी के आने के बाद 2014 मिली.
कंगना यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने महात्मा गांधी के चर्चित उपदेश का भी मजाक उड़ाया. जिसमें गांधी ने कहा था कि अगर कोई तुम्हें एक थप्पड़ मारे तो उसके आगे दूसरा गाल भी बढ़ा दो. गांधी ने यह बात अहिंसा की ताकत के संदर्भ में कही थी. इसका उद्देश्य आतातायियों के दिल में पश्चाताप की भावना को पैदा करना था. लेकिन, बकौल कंगना देश को आजादी गांधी के इस उपदेश से नहीं मिली, बल्कि भीख में मिली है.
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