लखीमपुर खीरी: जिले में तहसील मितौली के गांव औरंगाबाद में गौ सेवा के प्रति त्याग का अनोखा मामला सामने आया है. एक व्यक्ति ने गौ सेवा के लिए शादी तक नहीं की. उसने अपने घर को गौशाला बना दिया है. पशुओं की दशा देखकर सुनील की मानसिकता बदल गई. गौ सेवक ने बताया कि सरकार द्वारा बनवाए गए गौशालाओं में कोई भी सेवा करने के लिए मौजूद नहीं है.
सुनील ने बताया कि गौ माता के लिए अधिकारी बेहतर इंतजाम नहीं कर पा रहे है. गौशालाओं में लोग अपने जानवर छोड़ देते हैं. एक्सीडेंट में और कटीले तारों में फंसकर बुरी तरह जख्मी होकर इधर-उधर भटकने वाले पशुओं की दशा देखी नहीं गई. इससे अपने पुराने मिट्टी के घर में लगे दरवाजे को तोड़कर गौशाला बनाला दी. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि सुनील कुमार की शादी के लिए बहुत से रिश्ते आए, लेकिन सुनील कुमार ने शादी से इनकार कर दिया. सुनील जाति से कश्यप हैं, और गौ सेवा में दिन-रात लीन रहते हैं.
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सुनील ने बताया कि सरकार की आवारा पशुओं को लेकर के चलाई गई योजना बिल्कुल फ्लॉप नजर आ रही है. अधिकारी चारे का पैसा खा रहे हैं. कागज पर गौशालाएं बहुत अच्छी चलती दिखाई दे रहीं हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर तस्वीर कुछ और दिख रही है. गाय हिंदू धर्म में पूजनीय मानी जाती है. गौ माता का यह हाल हमसे देखा नहीं गया इसलिए, मैंने यह निर्णय लिया की जिंदगी भर गौ सेवा करुंगा,और कभी शादी नहीं करुंगा. शादी करने के बाद पारिवारिक बंधन में बंध जाएंगे तो गौ सेवा नहीं कर पाएंगे. मेरे लिए जो भी शादियों के लिए रिश्ते आये, मैंने सभी को इनकार कर दिया.
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