कटिहार: बिहार के कटिहार जिले में रामनवमी के मौके की एक तस्वीर और वीडियो सोशल वीडियो में वायरल (Katihar Ramnavami Picture and video viral) हो रहा है. बताया जाता है कि ये वीडियो कटिहार जिले के फकीरतकिया चौक पर एमजी रोड स्थित जामा मस्जिद के पास शूट की गयी. इस तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए जानेमाने लेखक असगर वजाहत से लेकर मशहूर अभिनेत्री स्वरा भास्कर तक ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हमें ऐसी ही मानवता चाहिए. असगर वजाहत ने लिखा है कि बिहार में मस्जिदों की सुरक्षा में के लिए एक दूसरे का हाथ पकड़कर (Human chain in front of mosque in Katihar) खड़े यह हिन्दू तपती धूम में बारिश की बूंदों का काम कर गये. स्वरा भास्कर ने इरशाद चौधरी का ट्वीट शेयर करते हुए लिखा कि ऐसी मानवता की ही जरुरत है. अन्य कई लोगों ने भी सोशल मीडिया में पोस्ट किया है. आखिर क्या है इस तस्वीर का सच आइये जानते हैं.
शोभायात्रा में शामिल लोगों की सहूलियत के लिए था ह्यूमन चेन: कटिहार में बीते 10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा (Procession on the occasion of Ram Navami in Katihar) निकली थी. इसका आयोजन बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद सहित अन्य हिन्दू संगठनों ने सम्मिलित रूप से किया था. आयोजकों का कहना है कि मस्जिद को बचाने के लिए हमने ह्यूमन चेन नहीं बनाई थी. हमारी शोभायात्रा में शामिल लोगों को किसी तरह की कठिनाई न हो, ह्यूमन चेन बनाकर शोभायात्रा निकाली गयी थी. करीब सात किलोमीटर लंबी यह शोभायात्रा दोपहर शाम 7 बजे समाप्त हुई थी. इसमें महिलाएं और बच्चे समेत भारी संख्या में लोग शामिल शामिल हुए थे.
ट्वीट से स्वरा भास्कर हुईं ट्रोल: कटिहार में रामनवमी का जुलूस जिस रास्ते निकाला गया था, उस रास्ते में दो मस्जिदें पड़ती हैं. पहली एमजी रोड स्थित जामा मस्जिद और दूसरी मस्जिद बाटा चौक पर है. वायरल तस्वीर या वीडियो एमजी रोड स्थित जामा मस्जिद की है. एक अन्य आयोजक ने कहा कि रामनवमी पर पत्थरबाजी आम बात हो गयी है. कोई भी असामाजिक तत्व हमारी शोभायात्रा में शामिल होकर उसे ख़राब नहीं कर दे, इसलिए हमने ये ह्यूमन चेन बनाई थी. अभिनेत्री स्वरा भास्कर के ट्वीट एक यूजर ने लिखा कि ये वही लोग हैं जिन्हें आप और आप बजरंग दल, विहिप कहकर कोसते हैं लेकिन यही लोग आपको गर्व की अनुभूति करा रहे हैं. यही असली सनातन भारतीय संस्कृति है.
वहीं एक यूजर ने लिखा कि आपको ये भी दिख रहा होगा कि जो लोग मस्जिद बचा रहे हैं वो लोग भगवा पहने हुए हैं. मस्जिद बचाने की हिम्मत सिर्फ हिन्दु ही कर सकता है. बाकी धर्म विशेष से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती. वहीं वायरल वीडियो की तारीफ करते हुए राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा कि- 'इस नफरत भरे माहौल में बिहार से आई ये तस्वीर कुछ उम्मीद, कुछ सुकून देती है. यह तस्वीर बिहार के कटिहार ज़िले की बताई जा रही है, जहाँ मस्जिद की सुरक्षा के लिए यहां हिंदु भाई घेराबंदी किये हुऐ हैं'
शोभायात्रा से मस्जिद को क्या खतरा: आयोजकों द्वारा कहा गया कि शोभायात्रा से मस्जिद को क्या खतरा हो सकता है? पहले भी एक बार जब शोभायात्रा मस्जिदों के इलाके से गुजरने के दौरान लाठी-डंडे दिखाकर भड़काया गया था. इसलिए हम लोग अब खड़े हो जाते हैं ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना हो. अगर कुछ हो जाता है तो सब कहेंगे कि रामनवमी वालों ने हमला किया.
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किसी भी धार्मिक आयोजन से पहले शांति कमिटी की बैठक होती है. इसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाता है. कटिहार शहर में निकलने वाली रामनवमी की शोभायात्रा के लिए बनी शांति कमिटी के एक सदस्य कहा कि भीड़ को आगे ले जाने के लिए ऐसा किया गया था. मैं खुद वहां कुछ देर मौजूद था. आयोजकों और शांति कमेटी के सदस्यों बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि इसे तस्वीर वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर जो दावे किये जा रहे हैं, वे पूरी तरह से सही नहीं हैं.