पटनाः राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस (Demand To End Adhir Ranjan Membership From Lok Sabha) ने देश की राष्ट्रपति द्रौपर्दी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा की गई टिप्पणी को बेहद निदंनीय एवं शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा कि इस बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है. पशुपति पारस ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मांग की है कि अधीर रंजन की संसद सदस्यता अविलंब समाप्त की जाए.
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"देश में आजादी के बाद पहली बार आदिवासी महिला को राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर आसीन होने का मौका मिला है. कांग्रेस नेता द्वारा दिये गए बयान से यह प्रतीत होता है कि कांग्रेस की मानसिकता दलित एवं आदिवासी विरोधी है, इसलिए हमने उनकी संसद से सदस्यता वापस लेने की मांग की है"- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री
क्या बोले चिराग पासवानः वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने भी अधीर रंजन चैधरी के बयान को बेहद ही शर्मनाक बताते हुए कहा कि कोई मानसिक रूप से दिवालिया नेता ही इस तरह की बातें कर सकता है, उधर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी पार्टी की ओर से अधीर रंजन द्वारा किए गए टिप्पणी को शर्मनाक बताते हुए कहा कि उनके बयान की जितनी निंदा की जाए वह कम है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
नेताओं के निशाने पर अधीर रंजनः आपको बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए संसद में 'राष्ट्रपत्नि' जैसे अशोभनीय शब्द का इस्तेमाल किया था. कांग्रेस नेता के इस टिप्पणी को लेकर लोकसभा में भाजपा ने जमकर हंगामा किया और इसकी कड़ी निंदा की. वहीं, दूसरी पार्टी कई नेताओं ने भी मांग की है कि कांग्रेस नेता के बयान पर पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी माफी मांगें और अधीर रंजन को संसद से बर्खास्त किया जाए.
पूरा मामला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने अशोभनीय टिप्पणी की है. सोनिया गांधी से ईडी पूछताछ का विरोध कर रही कांग्रेस ने संसद भवन परिसर में विरोध किया था. इसी दौरान एक निजी चैनल से बातचीत में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति के लिए 'राष्ट्रपत्नी' शब्द का इस्तेमाल किया था. इसको लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है. वहीं कांग्रेस नेता चौधरी ने गुरुवार को कहा, 'मैं एक बंगाली हूं, हिंदी बहुत अच्छी नहीं आती, मैंने गलती की है, मैं इसे स्वीकार करता हूं.' उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति से मिलने समय मांगा है, उनसे माफी मांगूगा, लेकिन इन 'पाखंडियों' से नहीं.' चौधरी ने कहा, 'देश का राष्ट्रपति जो भी हो, चाहे वह ब्राह्मण हो, या आदिवासी, हमारे लिए राष्ट्रपति है. पद की गरिमा का पूरा सम्मान है.'