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मंगोलिया के संसदीय दल ने भगवान बुद्ध को किया नमन, कहा- भारत हमारा आध्यात्मिक पड़ोसी - Parliamentary Party from Mongolia

मंगोलिया देश के 23 सदस्य दल (Delegation of Mongolia) के लोग बोधगया पहुंचे, जहां उन्होंने ढुङ्गेस्वरी मंदिर का भ्रमण किया. इस दौरान मंगोलिया संसद के अध्यक्ष जंदनशतर भगवान बुद्ध को नमन किया. उन्होंने कहा कि 'भारत हमारा आध्यात्मिक पड़ोसी है. यहां की संस्कृति और इतिहास हमें जोड़ती है.'

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मंगोलिया के संसदीय दल ने भगवान बुद्ध को किया नमन
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Published : Dec 3, 2021, 3:57 AM IST

गया : बिहार के गया में मंगोलिया का 23 सदस्यों का शिष्टमंडल (23 Member Delegation of Mongolia) के लोग बोधगया पहुंचे. जहां उन्होंने ढुङ्गेस्वरी मंदिर का भ्रमण किया. इनके साथ मंगोलिया से आये उच्च स्तरीय शिष्टमंडल में (Parliamentary Party from Mongolia) मंगोलिया के संसद के मंत्रीगण, सांसद, मंगोलिया-इंडिया पार्लियामेंट्री ग्रुप के चेयर पर्सन तथा डिप्टी चेयर पर्सन, मंगोलिया संसद के सचिवालय के ऑफिशियल्स, सुरक्षा एवं सर्विस ऑफिशियल्स, भारत में मंगोलिया के राजदूत सहित अन्य भी मौजूद थे.

देखें रिपोर्ट

सभी लोग गया एयरपोर्ट से सीधे ढुङ्गेश्वरी पहुंचे, जहां पर शिष्टमंडल ने भगवान बुद्ध के दर्शन किए. सभी ने यहां पर पहाड़ की गुफा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा की पूजा अर्चना (Worship of Lord Buddha Statue) की. मालूम हो कि ढुङ्गेश्वरी पहाड़ स्थित एक गुफा में भगवान बुद्ध ने 6 वर्षों तक कठिन तपस्या की थी. यहां से वे बोधगया पहुंचे थे. जहां उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था. भगवान बुद्ध की तपोस्थली कहे जाने वाले इस महत्वपूर्ण स्थल का अवलोकन करते हुए मंगोलिया संसद के अध्यक्ष जंदनशतर (Mongolian Parliament Speaker Jandanshatar) सहित शिष्टमंडल में शामिल लोग अपने आपको धन्य मान रहे थे.

''भारत हमारा आध्यात्मिक पड़ोसी है. यहां की संस्कृति और इतिहास हमें जोड़ती है. भारत एक पवित्र भूमि है. जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. यहां के लोकतंत्र, मानवाधिकार और स्वतंत्रता हमारे देश को भारत से जोड़ती है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के निमंत्रण पर वे लोग यहां पहुंचे हैं.''- जंदनशतर, अध्यक्ष, मंगोलिया संसद

यह भी पढ़ें- Bhopal Gas Tragedy : 37 साल बाद भी हरे हैं जख्म, आज भी विकलांग पैदा हो रहे बच्चे

बता दें कि 3 दिसंबर को सुबह शिष्टमंडल में शामिल लोग विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के दर्शन करेंगे. इसके बाद बोधगया स्थित मंगोलिया मोनेस्ट्री सहित अन्य बौद्ध स्थलों का भ्रमण करेंगे. इसके बाद देर शाम सभी लोग विशेष विमान से वापस दिल्ली लौट जाएंगे.

गया : बिहार के गया में मंगोलिया का 23 सदस्यों का शिष्टमंडल (23 Member Delegation of Mongolia) के लोग बोधगया पहुंचे. जहां उन्होंने ढुङ्गेस्वरी मंदिर का भ्रमण किया. इनके साथ मंगोलिया से आये उच्च स्तरीय शिष्टमंडल में (Parliamentary Party from Mongolia) मंगोलिया के संसद के मंत्रीगण, सांसद, मंगोलिया-इंडिया पार्लियामेंट्री ग्रुप के चेयर पर्सन तथा डिप्टी चेयर पर्सन, मंगोलिया संसद के सचिवालय के ऑफिशियल्स, सुरक्षा एवं सर्विस ऑफिशियल्स, भारत में मंगोलिया के राजदूत सहित अन्य भी मौजूद थे.

देखें रिपोर्ट

सभी लोग गया एयरपोर्ट से सीधे ढुङ्गेश्वरी पहुंचे, जहां पर शिष्टमंडल ने भगवान बुद्ध के दर्शन किए. सभी ने यहां पर पहाड़ की गुफा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा की पूजा अर्चना (Worship of Lord Buddha Statue) की. मालूम हो कि ढुङ्गेश्वरी पहाड़ स्थित एक गुफा में भगवान बुद्ध ने 6 वर्षों तक कठिन तपस्या की थी. यहां से वे बोधगया पहुंचे थे. जहां उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था. भगवान बुद्ध की तपोस्थली कहे जाने वाले इस महत्वपूर्ण स्थल का अवलोकन करते हुए मंगोलिया संसद के अध्यक्ष जंदनशतर (Mongolian Parliament Speaker Jandanshatar) सहित शिष्टमंडल में शामिल लोग अपने आपको धन्य मान रहे थे.

''भारत हमारा आध्यात्मिक पड़ोसी है. यहां की संस्कृति और इतिहास हमें जोड़ती है. भारत एक पवित्र भूमि है. जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. यहां के लोकतंत्र, मानवाधिकार और स्वतंत्रता हमारे देश को भारत से जोड़ती है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के निमंत्रण पर वे लोग यहां पहुंचे हैं.''- जंदनशतर, अध्यक्ष, मंगोलिया संसद

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बता दें कि 3 दिसंबर को सुबह शिष्टमंडल में शामिल लोग विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के दर्शन करेंगे. इसके बाद बोधगया स्थित मंगोलिया मोनेस्ट्री सहित अन्य बौद्ध स्थलों का भ्रमण करेंगे. इसके बाद देर शाम सभी लोग विशेष विमान से वापस दिल्ली लौट जाएंगे.

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