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महामारी के बीच ई-कॉमर्स वितरण को मिला बढ़ावा - ई-कॉमर्स वितरण को मिला बढ़ावा

ई-कॉमर्स वितरण की बढ़ती मांग के कारण 2030 तक आंतरिक शहरों में वितरण वाहनों की संख्या 36% बढ़ जाएगी. 2020 में व्यवसाय-से-उपभोक्ता पार्सल डिलीवरी में लगभग 25% की वृद्धि हुई है और हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि यह बढ़ी हुई मांग का काफी दूर तक चलेगी.

ई-कॉमर्स वितरण को मिला बढ़ावा
ई-कॉमर्स वितरण को मिला बढ़ावा
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Published : May 3, 2021, 6:03 PM IST

हैदराबाद : ई-कॉमर्स वितरण की बढ़ती मांग के कारण 2030 तक आंतरिक शहरों में वितरण वाहनों की संख्या 36% बढ़ जाएगी. महामारी ने लास्ट-माइल इको सिस्टम में वृद्धि कर दी थी, जो महामारी के बाद भी बनी रहेगी.

उपभोक्ता तेजी से नए प्रकार के उत्पादों को ऑनलाइन खरीद रहे हैं और खरीदते समय पर्यावरण और स्वास्थ्य प्रभाव पर विचार कर रहे हैं.

इसने तेजी से डिलवरी के लिए परिवहन आवश्यकताओं को बढ़ा दिया है. वहीं प्रौद्योगिकियां ई-सिस्टम क्रांति को बढ़ावा दे रही हैं. इसके चलते नए व्यवसाय मॉडल टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उभर कर सामने आए हैं.

2020 ने लास्ट-माइल इको सिस्टम को गति दी

वैश्विक स्तर पर बढ़ते शहरीकरण और स्मार्ट उपकरणों की सर्वव्यापकता के साथ-साथ नए ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल की बदौलत 2014 से ई-कॉमर्स की बिक्री तीन ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गई है.महामारी ने इस प्रवृत्ति को बढ़ाया और तेज किया.

2020 में व्यवसाय-से-उपभोक्ता पार्सल डिलीवरी में लगभग 25% की वृद्धि हुई है और हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि यह बढ़ी हुई मांग का काफी दूर तक चलेगी.

इतना ही नहीं महामारी ने संपर्क रहित वितरण की मांग भी बढ़ा दी है, जिससे ई-कॉमर्स व्यवसाय को और अधिक बढ़ावा मिल रहा है. ई-कॉमर्स संपर्क रहित शॉपिंग को संभव बनाता है. दुनियाभर में इसका परीक्षण चल रहा है.

उपभोक्ता तेजी से ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं और पर्यावरण और स्वास्थ्य प्रभाव पर विचार कर रहे हैं. अब लाखों लोग ऑनलाइन सामाग्री खरीदते हैं. अब होम डिलीवरी के लिए सभी प्रकार के उत्पादों को ऑनलाइन ऑर्डर करने के आदी हो गए हैं और वे खाद्य, पेय, घर सुधार आइटम, पौधों और अन्य ऑर्डर ऑनलाइण करने की उम्मीद कर रहे हैं.

पर्यावरण संरक्षण का हवाला देते हुए 56% लोग होम डिलीवरी के विकल्प चुनते हैं. , और आधे से अधिक उपभोक्ताओं का कहना है कि वे ई-कॉमर्स में पर्यावरण के मुद्दों के प्रति जागरूक हैं.

डिकार्बनाइजेशन को बढ़ावा

IKEA रिटेल द्वारा चीन में की गई 90% डिलीवरी पहले से ही इलेक्ट्रिक हैं. यूरोपीय संघ और चीन में, हरे रंग की गतिशीलता और माल परिवहन का समर्थन करने के प्रावधान हैं.

जर्मनी नए ईवी वाहनों के लिए टेस्ला मॉडल 3 और VW ID.3 पर सब्सिडी बढ़ा रहा है.

चीन 2022 तक ईवीएस के लिए अपने उपभोक्ता सब्सिडी और टैक्स ब्रेक का विस्तार कर रहा है, क्योंकि खुदरा और शिपिंग कंपनियां इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहनों की मांग बढ़ाती हैं.

भारत में 21 ईवी स्टार्ट-अप माइक्रोएलियो एक नया ईवी वाहन बनाने के लिए आरएंडडी में निवेश कर रहा है, जो बेंगलूरु जैसे शहर की हाइपरलोकल डिलीवरी की जरूरतों के अनुकूल है.

बजट की चुनौतियों और बढ़ती परिवहन जरूरतों के साथ शहरों में लास्ट-मील के बदलाव के लिए शहर के बजट को अभूतपूर्व दबाव का सामना करना पड़ रहा है.

दुनिया भर के लोगों ने सार्वजनिक परिवहन से कोविड -19 फैलने के डर की सूचना दी है, जो ऑटोमोबाइल यातायात में वृद्धि कर रहा है.

शहरों को अब सड़क पर अधिक व्यक्तिगत वाहनों के प्रसार और अनुकूलित माल परिवहन की मांग के रिकॉर्ड स्तर के साथ सामना करना होगा.

पेरिस '15 मिनट का शहर' घोषणा और 2024 में डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का सबसे प्रमुख उदाहरण हो सकता है.

सिएटल और बोस्टन जैसे शहर निर्दिष्ट डिलीवरी पिकअप स्थान पर अंकुश लगा रहे हैं. सिद्ध तकनीकें लास्ट-मील की इको सिस्टम क्रांति को बढ़ावा दे रही हैं, जबकि विघटनकारी नई प्रौद्योगिकियां उभरती रहेंगी, प्रौद्योगिकियों और लागतों के पैमाने लास्ट मील क्रांति अब खुद को साबित कर रही है. उदाहरण के लिए यूरोप में ईवीएस की खरीद की कीमतें.

दुनियाभर में लोग पार्सल लॉकर्स को अपना रहे हैं.

सभी आकार की कंपनियां अब लोड पूलिंग और रियल टाइम रूट ऑप्टिमाइज़ेशन को बेहतर बनाने के लिए डेटा को साझा और इकट्ठा कर सकती हैं.

ईवीएस से लेकर रूट ऑप्टिमाइजेशन तक ड्रोन इकोसिस्टम की मदद कर सकते हैं और मौजूदा तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे सकते हैं.

नए व्यवसाय मॉडल टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग

टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए व्यवसाय मॉडल उभर कर आ सकते हैं.

फ्लीट ओनर्स ने टू-व्हीलर्स से लेकर फोर-व्हीलर्स तक डिलीवरी के उद्देश्यों के लिए अपनी पेशकश का विस्तार किया है.

पढ़ें - भविष्य में वैश्वविक ऊर्जा का विकल्प बनेगी नवीकरणीय ऊर्जा

गोत्चा मोबिलिटी 23 ने अपने ई-साइकिल या बैठने वाले स्कूटरों की पेशकश शुरू की, जो कि प्रत्येक उत्पाद के लिए प्रति दिन $ 15 की शुरुआती रियायती दर पर टेक-आउट भोजन और किराने का सामान देने की मांग को पूरा करेगा.

भारत में किराए पर स्कूटर, बाइक और बाइक सेवा स्टार्ट-अप में, बैंगलोर में वर्तमान में अकेले 13,000 से अधिक दोपहिया हैं.

शेयरिंग इकोनॉमी को बढ़ावा देने के इरादे से, बाउंस ने स्कूटर हीरो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जहां कोई भी हर दिन संकट से जूझ रहे फ्रंटलाइन वर्करस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने बेकार दोपहिया वाहन को गिरवी रख सकता है.

ओला ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में एक संपर्क रहित पार्सल वितरण सेवा शुरू की, और Voi ने होम डिलीवरी की माग को पूरा करने के लिए नॉर्डिक शहरों में विशेष सदस्यता मॉडल के तहत रेस्तरां को ई-स्कूटर की अपनी पेशकश का विस्तार किया है.

हैदराबाद : ई-कॉमर्स वितरण की बढ़ती मांग के कारण 2030 तक आंतरिक शहरों में वितरण वाहनों की संख्या 36% बढ़ जाएगी. महामारी ने लास्ट-माइल इको सिस्टम में वृद्धि कर दी थी, जो महामारी के बाद भी बनी रहेगी.

उपभोक्ता तेजी से नए प्रकार के उत्पादों को ऑनलाइन खरीद रहे हैं और खरीदते समय पर्यावरण और स्वास्थ्य प्रभाव पर विचार कर रहे हैं.

इसने तेजी से डिलवरी के लिए परिवहन आवश्यकताओं को बढ़ा दिया है. वहीं प्रौद्योगिकियां ई-सिस्टम क्रांति को बढ़ावा दे रही हैं. इसके चलते नए व्यवसाय मॉडल टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उभर कर सामने आए हैं.

2020 ने लास्ट-माइल इको सिस्टम को गति दी

वैश्विक स्तर पर बढ़ते शहरीकरण और स्मार्ट उपकरणों की सर्वव्यापकता के साथ-साथ नए ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल की बदौलत 2014 से ई-कॉमर्स की बिक्री तीन ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गई है.महामारी ने इस प्रवृत्ति को बढ़ाया और तेज किया.

2020 में व्यवसाय-से-उपभोक्ता पार्सल डिलीवरी में लगभग 25% की वृद्धि हुई है और हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि यह बढ़ी हुई मांग का काफी दूर तक चलेगी.

इतना ही नहीं महामारी ने संपर्क रहित वितरण की मांग भी बढ़ा दी है, जिससे ई-कॉमर्स व्यवसाय को और अधिक बढ़ावा मिल रहा है. ई-कॉमर्स संपर्क रहित शॉपिंग को संभव बनाता है. दुनियाभर में इसका परीक्षण चल रहा है.

उपभोक्ता तेजी से ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं और पर्यावरण और स्वास्थ्य प्रभाव पर विचार कर रहे हैं. अब लाखों लोग ऑनलाइन सामाग्री खरीदते हैं. अब होम डिलीवरी के लिए सभी प्रकार के उत्पादों को ऑनलाइन ऑर्डर करने के आदी हो गए हैं और वे खाद्य, पेय, घर सुधार आइटम, पौधों और अन्य ऑर्डर ऑनलाइण करने की उम्मीद कर रहे हैं.

पर्यावरण संरक्षण का हवाला देते हुए 56% लोग होम डिलीवरी के विकल्प चुनते हैं. , और आधे से अधिक उपभोक्ताओं का कहना है कि वे ई-कॉमर्स में पर्यावरण के मुद्दों के प्रति जागरूक हैं.

डिकार्बनाइजेशन को बढ़ावा

IKEA रिटेल द्वारा चीन में की गई 90% डिलीवरी पहले से ही इलेक्ट्रिक हैं. यूरोपीय संघ और चीन में, हरे रंग की गतिशीलता और माल परिवहन का समर्थन करने के प्रावधान हैं.

जर्मनी नए ईवी वाहनों के लिए टेस्ला मॉडल 3 और VW ID.3 पर सब्सिडी बढ़ा रहा है.

चीन 2022 तक ईवीएस के लिए अपने उपभोक्ता सब्सिडी और टैक्स ब्रेक का विस्तार कर रहा है, क्योंकि खुदरा और शिपिंग कंपनियां इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहनों की मांग बढ़ाती हैं.

भारत में 21 ईवी स्टार्ट-अप माइक्रोएलियो एक नया ईवी वाहन बनाने के लिए आरएंडडी में निवेश कर रहा है, जो बेंगलूरु जैसे शहर की हाइपरलोकल डिलीवरी की जरूरतों के अनुकूल है.

बजट की चुनौतियों और बढ़ती परिवहन जरूरतों के साथ शहरों में लास्ट-मील के बदलाव के लिए शहर के बजट को अभूतपूर्व दबाव का सामना करना पड़ रहा है.

दुनिया भर के लोगों ने सार्वजनिक परिवहन से कोविड -19 फैलने के डर की सूचना दी है, जो ऑटोमोबाइल यातायात में वृद्धि कर रहा है.

शहरों को अब सड़क पर अधिक व्यक्तिगत वाहनों के प्रसार और अनुकूलित माल परिवहन की मांग के रिकॉर्ड स्तर के साथ सामना करना होगा.

पेरिस '15 मिनट का शहर' घोषणा और 2024 में डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का सबसे प्रमुख उदाहरण हो सकता है.

सिएटल और बोस्टन जैसे शहर निर्दिष्ट डिलीवरी पिकअप स्थान पर अंकुश लगा रहे हैं. सिद्ध तकनीकें लास्ट-मील की इको सिस्टम क्रांति को बढ़ावा दे रही हैं, जबकि विघटनकारी नई प्रौद्योगिकियां उभरती रहेंगी, प्रौद्योगिकियों और लागतों के पैमाने लास्ट मील क्रांति अब खुद को साबित कर रही है. उदाहरण के लिए यूरोप में ईवीएस की खरीद की कीमतें.

दुनियाभर में लोग पार्सल लॉकर्स को अपना रहे हैं.

सभी आकार की कंपनियां अब लोड पूलिंग और रियल टाइम रूट ऑप्टिमाइज़ेशन को बेहतर बनाने के लिए डेटा को साझा और इकट्ठा कर सकती हैं.

ईवीएस से लेकर रूट ऑप्टिमाइजेशन तक ड्रोन इकोसिस्टम की मदद कर सकते हैं और मौजूदा तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे सकते हैं.

नए व्यवसाय मॉडल टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग

टिकाऊ वितरण वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए व्यवसाय मॉडल उभर कर आ सकते हैं.

फ्लीट ओनर्स ने टू-व्हीलर्स से लेकर फोर-व्हीलर्स तक डिलीवरी के उद्देश्यों के लिए अपनी पेशकश का विस्तार किया है.

पढ़ें - भविष्य में वैश्वविक ऊर्जा का विकल्प बनेगी नवीकरणीय ऊर्जा

गोत्चा मोबिलिटी 23 ने अपने ई-साइकिल या बैठने वाले स्कूटरों की पेशकश शुरू की, जो कि प्रत्येक उत्पाद के लिए प्रति दिन $ 15 की शुरुआती रियायती दर पर टेक-आउट भोजन और किराने का सामान देने की मांग को पूरा करेगा.

भारत में किराए पर स्कूटर, बाइक और बाइक सेवा स्टार्ट-अप में, बैंगलोर में वर्तमान में अकेले 13,000 से अधिक दोपहिया हैं.

शेयरिंग इकोनॉमी को बढ़ावा देने के इरादे से, बाउंस ने स्कूटर हीरो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जहां कोई भी हर दिन संकट से जूझ रहे फ्रंटलाइन वर्करस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने बेकार दोपहिया वाहन को गिरवी रख सकता है.

ओला ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में एक संपर्क रहित पार्सल वितरण सेवा शुरू की, और Voi ने होम डिलीवरी की माग को पूरा करने के लिए नॉर्डिक शहरों में विशेष सदस्यता मॉडल के तहत रेस्तरां को ई-स्कूटर की अपनी पेशकश का विस्तार किया है.

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