जैसलमेर : राजस्थान में भारतीय सेना ने हाल ही में एक बड़ा युद्धाभ्यास (Military Exercise) किया. इसकी गूंज सीमा पार पाकिस्तान (Pakistan) तक सुनाई दी. भारत के जांबाजों ने अपनी ताकत के जोर पर सीमा पार वालों को चौंका दिया. शायद इसी वजह से पाकिस्तानी सेना ने भी अपनी ताकत दिखाने का फैसला लिया और जैसलमेर से लगती सीमा पर अभ्यास शुरू किया है.
भारतीय सेना के युद्धाभ्यास में सैकड़ों सैनिकों के साथ टी-90 भीष्म और K9 वज्र के अलावा 130 MM फील्ड गन रुद्र और MI-35 अटैक हेलीकॉप्टर और इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बीएमपी-2 को भी शामिल कर परखा गया. वहीं सीमा पार पाकिस्तान ने भी जैसलमेर से लगती सीमा पर अभ्यास शुरू किया है.
जैसलमेर के लोंगेवाला क्षेत्र (Longewala) के सामने पानो अकील (Pano Akil) में पाकिस्तानी सेना का रेगिस्तानी सैन्य अभ्यास चल रहा है. जिसे देखने पाकिस्तान सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने पानो अकील का दौरा किया. इस दौरान जनरल बाजवा (General Bajwa) को क्षेत्र में डेजर्ट फॉर्मेशन प्रशिक्षण (Desert Formation Exercise) की संचालन संबंधी तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
खबर है कि उन्हें फील्ड फायरिंग रेंज, सालेहपत में फॉर्मेशन का प्रशिक्षण दिखाया गया. बाजवा ने रेगिस्तान में रक्षात्मक लड़ाई के हिस्से के रूप में युद्ध अभ्यास देखा. अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने और आतंकवादी गतिविधियों में संभावित वृद्धि के मद्देनजर राजस्थान के सामने यह सैन्य अभ्यास वर्तमान अस्थिर वातावरण के कारण महत्व रखता है.
पाकिस्तान (pakistan Military Exercise) के अभ्यास को लेकर पाक क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना के वाहन, टैंको व अन्य सैन्य हलचल काफी बढ़ी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय इंटेलीजेंस (Intelligence) भी ऐहतियातन पाक सेना के मूवमेंट पर कड़ी नजर रखे हुए है.
पढ़ेंः 15वां भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास सूर्य किरण पिथौरागढ़ में शुरू