अमृतसर : पाकिस्तान सरकार ने करीब 80 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है. इन मछुआरों को गुजरात के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया गया था. अटारी बाघा बॉर्डर पर इन मछुआरों को भारत की सीमा में प्रवेश कराया गया. इस दौरान गुजरात सरकार की एक टीम मछुआरों को लेने के लिए मौजूद थी. इस संबंध में अहमदाबाद के एक अधिकारी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अवैध विदेशी प्रवासियों और नागरिकों को उनके देश में वापसी के लिए पाकिस्तानी सरकार द्वारा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया है. इन मछुआरों की वापसी से उनके परिवार में खुशी का माहौल है.
2019-20 में मछुआरों की गिरफ्तारी : पुलिस अधिकारी अरुण महल ने बताया कि इन मछुआरों को 2019-20 में पाकिस्तानी पुलिस ने पकड़कर जेल में डाल दिया था. ये मछुआरे गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे, जिसके आरोप में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब सजा पूरी होने के बाद वे रिहा कर दिये गये हैं. उन्हें गुरुवार रात को पाकिस्तान सरकार ने रिहा कर दिया और अटारी बाघा बॉर्डर से बीएसएफ को सौंप दिया.
मछुआरे अपने-अपने घरों को लौटे : बीएसएफ अधिकारी द्वारा जांच के बाद उन्हें अमृतसर के रंजीत एवेन्यू में भेज दिया गया. इसके बाद देर रात अमृतसर रेड क्रॉस भवन में उन्हें रुकना पड़ा. वहां से सभी मछुआरे अपने-अपने घर लौट गए. गौरतलब है कि रिहाई के बाद ईधी वेलफेयर ट्रस्ट ने ही भारतीय मछुआरों को लाहौर तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी. उन्हें घर ले जाने के लिए कुछ नकदी और अन्य उपहार दिए गए. अपने लोगों को सामने देखकर मछुआरों में खुशी का ठिकाना न था, वहीं, परिवारों ने भी घर के सदस्य को वापस पाने के बाद सरकार को धन्यवाद दिया है.
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