रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना ने हाहाकार मचा दिया है. छत्तीसगढ़ के कई जिलों खासकर राजधानी रायपुर और दुर्ग से मरीजों को बेड और ऑक्सीजन न मिलने की खबरें सामने आ रही हैं.
बेकाबू हालात और मौतों के बीच सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. मांग के अनुरूप उत्पादन ज्यादा किया जा रहा है. लेकिन सप्लायर का कहना है कि मांग 20 गुना बढ़ गई, जिससे शॉर्टेज है. सप्लायर ने बताया कि राजधानी में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) के दाम करीब 20 फीसदी बढ़ गए हैं.
10 किलो 40CFT ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम
10 किलो 40CFT ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल लोग घरों में करते हैं. इसकी मांग काफी तेजी से बढ़ी है. पहले लगभग सौ सिलेंडर प्रति महीने बिकते थे लेकिन अब 500 सिलेंडर की मांग है. वैसे इस सिलेंडर की कीमत 6 हजार रुपए है. लेकिन केस बढ़ने के बाद अब यह 7 हजार रुपए में मिल रहा है. रीफिल कराने में प्रति सिलेंडर 150 से 200 रुपए लगते हैं.
100 किलो जंबो सिलेंडर के दाम
छोटे अस्पताल और क्लीनिक में जंबो सिलेंडर की सप्लाई की जाती है. यह सिलेंडर 100 किलो का होता है. इस सिलेंडर की कीमत पहले लगभग 13 हजार रुपए थी जो अब बढ़कर 15 हजार रुपए हो गई है. पहले जहां 20 के करीब हर महीने यह सिलेंडर बिकता था. लेकिन अब इसकी डिमांड 50 से ज्यादा बढ़ गई है. इस सरेंडर को रीफिल करने पर 500 प्रति सिलेंडर का खर्च आता है.
डिस्पोजेबल ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम
कोरोना काल में डिस्पोजेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की ज्यादा डिमांड है. इस ऑक्सीजन सिलेंडर में लगभग 200 से ढाई सौ पफ होते हैं. लोग एहतियात के तौर पर भी इस डिस्पोजेबल ऑक्सीजन सिलेंडर को घर में रख रहे हैं. इसकी कीमत भी 300 से 400 रुपए है.
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिमांड और दाम
इन दिनों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग तेजी से बढ़ी है. इस मशीन का इस्तेमाल लंबे समय तक ऑक्सीजन सपोर्ट देने के लिए मरीज घरों में करते हैं. इस मशीन की कीमत पहले 35 हजार रुपए थी, लेकिन अब लगभग 45 हजार रुपए पहुंच गई है. पहले हर महीने जहां 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की मांग थी, अब 2000 मशीनों की डिमांड है.
दुर्ग में क्या हैं दाम ?
ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग इस तरह बढ़ गई है कि डीलरों के पास भी ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बच पा रहे हैं. दाम में भी बढ़ोतरी हुई है. सप्लायर और मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया कि पहले छोटा सिलेंडर 4 से 4500 में मिलता था, अब उसके दाम 6 हजार हो गए हैं. मिडिल साइज के जो सिलेंडर 6 से 7 हजार रुपए के मिल रहे थे, उनके दाम 8 से 10 हजार रुपए हो गए हैं. बड़ा सिलेंडर जिसके दाम 9 से 10 हजार रुपए थे, वो बढ़कर 12 से 14 हजार रुपए हो गए हैं.
बस्तर में नहीं बढ़े दाम, नहीं है कमी
बस्तर जिले में वर्तमान में 300 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है, जिसमें जम्बो साइज के सिलेंडर के साथ ही छोटे सिलेंडर भी शामिल हैं, इसके साथ ही बस्तर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल डिमरापाल में भी सेंट्रल ऑक्सीजन की सुविधा है और जिसकी शुरुआत आज से की गई है, वहीं जिले में ऑक्सीजन प्लांट की भी सुविधा है.
सरगुजा में भी ऑक्सीजन की कमी नहीं, दाम भी नहीं बढ़े
सरगुजा जिले में फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई किल्लत नहीं है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट से पर्याप्त सप्लाई हो रही है. यहां ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम में मार्च और अप्रैल में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 42 लीटर का जम्बो सिलेंडर 5 हजार रुपए + जीएसटी पर उपलब्ध है. 16 लीटर का छोटा सिलेंडर 32 सौ रुपए + जीएसटी पर उपलब्ध है.
कोरबा में ऑक्सीजन की कमी नहीं, दाम भी वही
औद्योगिक नगरी होने के कारण कोरबा में पावर प्लांट के साथ ही अन्य उद्योगों को ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता रहती है. लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ऑक्सीजन प्लांट संचालकों ने औद्योगिक सप्लाई को लगभग बंद कर दिया है. पूरी सप्लाई मेडिकल संस्थानों को की जा रही है.
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जिले में फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है. कोविड अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त खेप मिल रही है. दाम की बात की जाए तो भारत सरकार ने जो दर 179. 97 रुपये निर्धारित की है, उसके हिसाब से सप्लाई हो रही है.