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राजस्व रिकॉर्ड के सात करोड़ से अधिक पन्नों, 55,216 नक्शों का डिजिटलीकरण किया गया

भूमि संबंधी दस्तावेजों में पारदर्शिता लाने और उन तक पहुंच को आसान बनाने के इरादे से शुरू की गई पहल के तहत जम्मू-कश्मीर में राजस्व संबंधी रिकॉर्ड के करीब 7.70 करोड़ पृष्ठों और 55,2016 मुसाविस (नक्शों) का डिजिटलीकरण किया गया है.

राजस्व रिकॉर्ड के सात करोड़ से अधिक पन्नों, 55,216 नक्शों का डिजिटलीकरण किया गया
राजस्व रिकॉर्ड के सात करोड़ से अधिक पन्नों, 55,216 नक्शों का डिजिटलीकरण किया गया
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Published : Aug 3, 2022, 1:27 PM IST

श्रीनगर : भूमि संबंधी दस्तावेजों में पारदर्शिता लाने और उन तक पहुंच को आसान बनाने के इरादे से शुरू की गई पहल के तहत जम्मू-कश्मीर में राजस्व संबंधी रिकॉर्ड के करीब 7.70 करोड़ पृष्ठों और 55,2016 मुसाविस (नक्शों) का डिजिटलीकरण किया गया है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भूमि संबंधी रिकॉर्ड में पादर्शिता लाने एवं उन्हें लोगों के लिए सुगम बनाने के मकसद से ‘आपकी जमीन आपकी निगरानी’ पहल शुरू की है.

पढ़ें: एससी/एसटी से संबंधित राजस्व विभाग का रिकॉर्ड अब होगा डिजिटिलाइज

लोग स्कैन किए गए ऑनलाइन डेटा को सीआईएस पोर्टल पर देख सकते हैं. एक आधिकारिका प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि यह पहल भूमि रिकॉर्ड सूचना प्रणाली तक ऑनलाइन एवं आसान पहुंच सुनिश्चित करती है, जिससे भूमि संबंधी रिकॉर्ड में हेरफेर की गुंजाइश कम होगी और राजस्व अधिकारियों की दक्षता बढ़ेगी. प्रवक्ता ने बताया कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, राजस्व रिकॉर्ड के 7.70 करोड़ पृष्ठों एवं 55,216 नक्शों का अब तक डिजिटलीकरण किया जा चुका है.

श्रीनगर : भूमि संबंधी दस्तावेजों में पारदर्शिता लाने और उन तक पहुंच को आसान बनाने के इरादे से शुरू की गई पहल के तहत जम्मू-कश्मीर में राजस्व संबंधी रिकॉर्ड के करीब 7.70 करोड़ पृष्ठों और 55,2016 मुसाविस (नक्शों) का डिजिटलीकरण किया गया है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भूमि संबंधी रिकॉर्ड में पादर्शिता लाने एवं उन्हें लोगों के लिए सुगम बनाने के मकसद से ‘आपकी जमीन आपकी निगरानी’ पहल शुरू की है.

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लोग स्कैन किए गए ऑनलाइन डेटा को सीआईएस पोर्टल पर देख सकते हैं. एक आधिकारिका प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि यह पहल भूमि रिकॉर्ड सूचना प्रणाली तक ऑनलाइन एवं आसान पहुंच सुनिश्चित करती है, जिससे भूमि संबंधी रिकॉर्ड में हेरफेर की गुंजाइश कम होगी और राजस्व अधिकारियों की दक्षता बढ़ेगी. प्रवक्ता ने बताया कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, राजस्व रिकॉर्ड के 7.70 करोड़ पृष्ठों एवं 55,216 नक्शों का अब तक डिजिटलीकरण किया जा चुका है.

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