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संसद सुरक्षा में चूक के मास्टरमाइंड ललित के नाम के साथ झा शब्द हटाने को इस संगठन ने खोला मोर्चा

संसद सुरक्षा में चूक के मास्टरमाइंड ललित के नाम के साथ झा शब्द हटाने को इस संगठन ने मोर्चा खोल दिया है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 17, 2023, 11:46 AM IST

वाराणसी: पिछले दिनों संसद पर सुरक्षा चूक मामले में मास्टरमाइंड के तौर पर ललित झा का नाम सामने आया है. इस मामले में अभी तक जितने लोग पकड़े हैं उनको मास्टरमाइंड ललित ही ऑपरेट कर रहा था. यह बातें स्पष्ट होने के बाद अब जहां कम्युनिटी ललित के नाम के बाद झा टाइटल हटाने की अपील कर रही है. वाराणसी में मैथिल समाज की एक संस्था की तरफ से इस संदर्भ में ऑनलाइन बैठक करके ललित के नाम के बाद झा शब्द का प्रयोग न किए जाने की अपील मीडिया और एडिटर गिल्ड से की है.

इस संदर्भ में इस संस्था से जुड़े और वकील गौतम कुमार झा ने बताया की उत्तर प्रदेश की अग्रणी सामाजिक साहित्यिक और शैक्षणिक संस्था मैथिल समाज ने भारतीय अस्मिता के प्रतीक संसद भवन हमले षडयंत्रकारी ललित झा को मैथिल समाज से बहिष्कृत कर दिया है और उसका झा टाइटिल भी छीन लिया है. मैथिल समाज के विद्धानों कि कल एक ऑनलाइन आपातकालीन बैठक आयोजित कि थी. बैठक में विद्धानों ने एक मत से कहा कि मिथिला ज्ञान, विज्ञान,दर्शन और शिक्षा के प्रचार प्रसार कि भूमि रही है. मिथिला के ऋषियों-महर्षियों ने अपने ज्ञान के आलोक से संपूर्ण भारत ही नही विश्व को अलौकिक किया है.

मिथिला दर्शन शास्त्र के महान विद्धान मण्डन मिश्र, कवि कोकिल विद्यापति, महर्षि विश्वामित्र, ऋषि कणाद, जैमिनि, याज्ञवल्क्य, और गौतम जैसे विद्धानों कि भूमि रही है. मिथिला में हिंसा, अराजकता और देशद्रोह के लिए कोई जगह नही है. संसद पर सुरक्षा चूक के आरोपी ललित के कृत्य से समस्त मिथिलावासियों को शर्मसार होना पड़ा है, इसलिए ललित जैसे लोगों को समान से बहिष्कृत करना ही उचित होगा. बैठक में गुआना अमेरिका से अजय झा, वाराणसी से निरसन कुमार झा (एडवोकेट) ,गौतम कुमार झा (एडवोकेट) डा कमलेश झा,प्रेमानंद मिश्र, रायपुर से दीपमाला झा, दरभंगा से रमन दत्त झा, दास पुष्कर,दिल्ली से रवींद्र नाथ झा, नीरज झा आदि लोग ऑनलाइन शामिल रहे.


गौतम का कहना है कि हमने इसके लिए एक लेटर एडिटर गिल्ड को भी लिखा है. जिसमें यह अपील की गई है कि मीडिया में लगातार ललित झा का नाम चला कर झा समाज का अपमान किया जा रहा है. उसने जो कार्य किया है उसके बाद उसके जहां शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए. इसलिए मीडिया भी इस पर ध्यान दें और उसको सिर्फ ललित ही संबोधित करे. गौतम का कहना था कि इस कृत्य से अमेरिका से लेकर कई जगह रहने वाले बड़े उद्योगपति जो झा है उनको भी काफी सम्मानित होना पड़ रहा है. इसलिए यह बैठक आहूत की गई थी जिसमें यह निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी का दो दिवसीय वाराणसी दौरा आज से; कई रास्ते रहेंगे बंद, घर से निकलने से पहले देखें रूट प्लान

वाराणसी: पिछले दिनों संसद पर सुरक्षा चूक मामले में मास्टरमाइंड के तौर पर ललित झा का नाम सामने आया है. इस मामले में अभी तक जितने लोग पकड़े हैं उनको मास्टरमाइंड ललित ही ऑपरेट कर रहा था. यह बातें स्पष्ट होने के बाद अब जहां कम्युनिटी ललित के नाम के बाद झा टाइटल हटाने की अपील कर रही है. वाराणसी में मैथिल समाज की एक संस्था की तरफ से इस संदर्भ में ऑनलाइन बैठक करके ललित के नाम के बाद झा शब्द का प्रयोग न किए जाने की अपील मीडिया और एडिटर गिल्ड से की है.

इस संदर्भ में इस संस्था से जुड़े और वकील गौतम कुमार झा ने बताया की उत्तर प्रदेश की अग्रणी सामाजिक साहित्यिक और शैक्षणिक संस्था मैथिल समाज ने भारतीय अस्मिता के प्रतीक संसद भवन हमले षडयंत्रकारी ललित झा को मैथिल समाज से बहिष्कृत कर दिया है और उसका झा टाइटिल भी छीन लिया है. मैथिल समाज के विद्धानों कि कल एक ऑनलाइन आपातकालीन बैठक आयोजित कि थी. बैठक में विद्धानों ने एक मत से कहा कि मिथिला ज्ञान, विज्ञान,दर्शन और शिक्षा के प्रचार प्रसार कि भूमि रही है. मिथिला के ऋषियों-महर्षियों ने अपने ज्ञान के आलोक से संपूर्ण भारत ही नही विश्व को अलौकिक किया है.

मिथिला दर्शन शास्त्र के महान विद्धान मण्डन मिश्र, कवि कोकिल विद्यापति, महर्षि विश्वामित्र, ऋषि कणाद, जैमिनि, याज्ञवल्क्य, और गौतम जैसे विद्धानों कि भूमि रही है. मिथिला में हिंसा, अराजकता और देशद्रोह के लिए कोई जगह नही है. संसद पर सुरक्षा चूक के आरोपी ललित के कृत्य से समस्त मिथिलावासियों को शर्मसार होना पड़ा है, इसलिए ललित जैसे लोगों को समान से बहिष्कृत करना ही उचित होगा. बैठक में गुआना अमेरिका से अजय झा, वाराणसी से निरसन कुमार झा (एडवोकेट) ,गौतम कुमार झा (एडवोकेट) डा कमलेश झा,प्रेमानंद मिश्र, रायपुर से दीपमाला झा, दरभंगा से रमन दत्त झा, दास पुष्कर,दिल्ली से रवींद्र नाथ झा, नीरज झा आदि लोग ऑनलाइन शामिल रहे.


गौतम का कहना है कि हमने इसके लिए एक लेटर एडिटर गिल्ड को भी लिखा है. जिसमें यह अपील की गई है कि मीडिया में लगातार ललित झा का नाम चला कर झा समाज का अपमान किया जा रहा है. उसने जो कार्य किया है उसके बाद उसके जहां शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए. इसलिए मीडिया भी इस पर ध्यान दें और उसको सिर्फ ललित ही संबोधित करे. गौतम का कहना था कि इस कृत्य से अमेरिका से लेकर कई जगह रहने वाले बड़े उद्योगपति जो झा है उनको भी काफी सम्मानित होना पड़ रहा है. इसलिए यह बैठक आहूत की गई थी जिसमें यह निर्णय लिया गया है.

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