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Bihar News : जब खिड़की से कूदकर भागने लगे डॉक्टर और नर्स, देखें VIDEO.. गलत इंजेक्शन से महिलाओं की बिगड़ी तबीयत - प्रसूता को गलत इंजेक्शन देने का मामला

बिहार के जहानाबाद सदर अस्पताल में गलत इंजेक्शन देने की घटना के बाद से विभाग में खलबली मच गई है. इस मामले में अनुमंडल पदाधिकारी ने जांच के आदेश दिया है. सदर अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की साथ ही जिस इंजेक्शन से प्रसूता को तबीयत बिगड़ी के उसे हटाने का आदेश दिया है. गुरुवार की रात करीब 10 महिला को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 7, 2023, 9:38 PM IST

खिड़की से कूद-कूदकर भागता सदर अस्पताल का स्टाफ

जहानाबादः बिहार के जहानाबाद में प्रसूता को गलत इंजेक्शन (Wrong injection to maternity in Jehanabad) देने का मामला तूल पकड़ लिया है. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने माना है कि जो इंजेक्शन प्रसूता को दिया गया था, वह रिएक्शन कर गया, जिस कारण महिला की तबीयत बिगड़ी है. इस मामले में उन्होंने सिविल सर्जन से कार्रवाई की बात कही है. कहा कि जिस इंजेक्शन से प्रसूता की तबीयत बिगड़ी है, उस इंजेक्शन को हटा दिया जाए. ऐसे इंजेक्शन प्रसूता देने से बंद कर दिया गया है.

यह भी पढ़ेंः Gopalganj News: गांव से एक साथ निकली दो अर्थी, बेटा बोला- 'लखनऊ ले जाता तो मां जिंदा होती'

एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया थाः गुरुवार की रात सदर अस्पताल में भर्ती 10 प्रसूता को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था, जिसमें सात महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसकी हालात में अब सुधार हुआ है. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस मामले में सिविल सर्जन से इस एंटीबायोटिक इंजेक्शन हटा देने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि रात में प्रसूता को इंजेक्शन दिया गया था, जिसमें से कुछ महिला की तबीयत बिगड़ गई थी. इंजेक्शन रिएक्शन कर गया था. राहत की बात है कि सभी महिलाएं ठीक है.

परिजनों ने किया जमकर हंगामाः बता दें कि सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में भर्ती करीब 10 महिला को गुरुवार की रात एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था. इंजेक्शन देने के बाद करीब आधा दर्जन महिलाएं की तबीयत बिगड़ने लगी थी. परिजनों को जब इस मामले की जानकारी मिली तो शुक्रवार की सुबह अस्पताल परिसर में पहुंचक हंगामा करने लगे और दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करने लगे. परिजनों के हंगामा से मामला इतना बढ़ गया कि डॉक्टर और नर्स में दहशत का माहौल हो गया. आनन फानन में जान बचाने के लिए डॉक्टर और नर्स को खिड़की फांदकर भगाना पड़ा.

इंजेक्शन को हटाने का आदेशः परिजनों का हंगामा देख अस्पताल अधीक्षक पहुंच कर लोगों को शांत कराया. इस तरह का मामला सामने आने के बाद विभाग में खलबली मच गई है. सूचना मिलने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह सदर अस्पताल में पहुंचकर मामले की जानकारी ली. इसके बाद सिविल सर्जन से बात कर उस एंटीबायोटिक इंजेक्शन को हटाने का आदेश दिया है.

"इसकी जानकारी मिली है. रात में प्रसूता को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था. वह इंजेक्शन अभी नया आया है, जो रिएक्शन कर गया. सिविल सर्जन से बात की गई है कि उस इंजेक्शन को लीस्ट में हटा दिया जाए. उसके जगह दूसरा दवा का प्रयोगि किया जाए. मामले की जांच की जा रही है, कार्रवाई होगी." - मनोज कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, जहानाबाद

खिड़की से कूद-कूदकर भागता सदर अस्पताल का स्टाफ

जहानाबादः बिहार के जहानाबाद में प्रसूता को गलत इंजेक्शन (Wrong injection to maternity in Jehanabad) देने का मामला तूल पकड़ लिया है. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने माना है कि जो इंजेक्शन प्रसूता को दिया गया था, वह रिएक्शन कर गया, जिस कारण महिला की तबीयत बिगड़ी है. इस मामले में उन्होंने सिविल सर्जन से कार्रवाई की बात कही है. कहा कि जिस इंजेक्शन से प्रसूता की तबीयत बिगड़ी है, उस इंजेक्शन को हटा दिया जाए. ऐसे इंजेक्शन प्रसूता देने से बंद कर दिया गया है.

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एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया थाः गुरुवार की रात सदर अस्पताल में भर्ती 10 प्रसूता को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था, जिसमें सात महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसकी हालात में अब सुधार हुआ है. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस मामले में सिविल सर्जन से इस एंटीबायोटिक इंजेक्शन हटा देने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि रात में प्रसूता को इंजेक्शन दिया गया था, जिसमें से कुछ महिला की तबीयत बिगड़ गई थी. इंजेक्शन रिएक्शन कर गया था. राहत की बात है कि सभी महिलाएं ठीक है.

परिजनों ने किया जमकर हंगामाः बता दें कि सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में भर्ती करीब 10 महिला को गुरुवार की रात एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था. इंजेक्शन देने के बाद करीब आधा दर्जन महिलाएं की तबीयत बिगड़ने लगी थी. परिजनों को जब इस मामले की जानकारी मिली तो शुक्रवार की सुबह अस्पताल परिसर में पहुंचक हंगामा करने लगे और दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करने लगे. परिजनों के हंगामा से मामला इतना बढ़ गया कि डॉक्टर और नर्स में दहशत का माहौल हो गया. आनन फानन में जान बचाने के लिए डॉक्टर और नर्स को खिड़की फांदकर भगाना पड़ा.

इंजेक्शन को हटाने का आदेशः परिजनों का हंगामा देख अस्पताल अधीक्षक पहुंच कर लोगों को शांत कराया. इस तरह का मामला सामने आने के बाद विभाग में खलबली मच गई है. सूचना मिलने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह सदर अस्पताल में पहुंचकर मामले की जानकारी ली. इसके बाद सिविल सर्जन से बात कर उस एंटीबायोटिक इंजेक्शन को हटाने का आदेश दिया है.

"इसकी जानकारी मिली है. रात में प्रसूता को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन दिया गया था. वह इंजेक्शन अभी नया आया है, जो रिएक्शन कर गया. सिविल सर्जन से बात की गई है कि उस इंजेक्शन को लीस्ट में हटा दिया जाए. उसके जगह दूसरा दवा का प्रयोगि किया जाए. मामले की जांच की जा रही है, कार्रवाई होगी." - मनोज कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, जहानाबाद

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