चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ जारी लुकआउट नोटिस पर नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि चरणजीत सिंह चन्नी हमारे दलित मुख्यमंत्री थे. पंजाब सरकार उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर हमारा मनोबल गिराना चाहती है. उन्होंने कहा कि अगर वाकई में सरकार इतनी पारदर्शी है तो अपने पूर्व मंत्री फौजा सिंह सरारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी क्यों नहीं करती है.
नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने कहा कि यह सबकुछ जालंधर लोकसभा सीट के उपचुनाव को देखते हुए किया जा रहा है. प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया है कि जालंधर लोकसभा सीट का उपचुनाव आम आदमी पार्टी बड़े अंतर से हारने जा रही है. बाजवा ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भगवंत मान को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटाया जाएगा क्योंकि भगवंत मान ने न सिर्फ पंजाब में बल्कि अपनी दिल्ली की लीडरशिप को भी आहत किया है.
बाजवा ने कहा विधानसभा में जब विपक्ष के नेता बोलते हैं तो उनको कवर नहीं किया जाता है, जब मंत्री और मुख्यमंत्री बोलते हैं सिर्फ उन्हीं को दिखाया जाता है. इसके खिलाफ आज हम हाईकोर्ट में याचिका दायर करने जा रहे हैं कि सदन के अंदर सभी को समान रूप से कवर किया जाए या फिर अंदर कैमरा बंद करवाया जाए.
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वहीं, बाजवा ने एक बार फिर पंजाब एक्साइज पॉलिसी की जांच की मांग उठाई है. उन्होंने इस संबंध में राज्यपाल से मिलकर इस मामले में न्यायिक आयोग का गठन करके जांच कराने की मांग की है. दिल्ली की तर्ज पर यहां भी एक्साइज पॉलिसी बनाई गई थी, इसकी भी जांच होनी चाहिए.