नई दिल्ली: पूर्व सांसद और सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य हन्नान मोल्ला ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष ने अपना उम्मीदवार सिर्फ भाजपा को टक्कर देने और पार्टी को वॉकओवर पाने से रोकने के लिए उतारा. मोल्ला ने 'ईटीवी भारत' से कहा, 'हम जानते थे कि विपक्ष बीजेपी उम्मीदवार को नहीं हरा सकता. हमने अपना उम्मीदवार सिर्फ बीजेपी को टक्कर देने के लिए उतारा.'
राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर की मतगणना के बाद भाजपा की द्रौपदी मुर्मू को 3,78,000 वोट वैल्यू के साथ 540 वोट मिले, जबकि विपक्ष के यशवंत सिन्हा को 1,45,600 वोट मूल्य के साथ 208 वोट मिले. भारत के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वैध मतों की कुल संख्या 748 थी. कुल वैध मतों का मूल्य 5,23,600 था. मोल्ला ने कहा, 'हमारे उम्मीदवार को संभावित चुनाव परिणाम के बारे में भी पता था. वह विपक्षी सांसदों और विधायकों की संख्या और ताकत जानते थे.'
मोल्ला ने कहा कि विपक्षी दलों का मकसद बीजेपी की विचारधारा और सोच के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारना है. मुल्ला ने कहा, 'यह पार्टी (भाजपा) लोगों के अधिकार और संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही है. इसीलिए विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करना जरूरी था.' राष्ट्रपति चुनाव 2022 में 15 सांसदों के वोट अवैध पाए गए. 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में 21 वोट अवैध पाए गए थे जबकि उससे पहले 2012 के चुनावों में 15 वोट अवैध पाए गए थे.
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