देहरादूनः अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में स्थित सबसे ऊंची चोटी 'माउंट किलिमंजारो' (5895 मीटर) को फतह करने के लिए उत्तराखंड एसडीआरएफ (Uttarakhand SDRF) वाहिनी का आरक्षी राजेंद्र नाथ निकल पड़ा है. देहरादून के जौलीग्रांट स्थित एसडीआरएफ मुख्यालय से शुक्रवार को सेनानायक मणिकांत मिश्रा द्वारा पर्वतारोही जवान राजेंद्र नाथ (SDRF jawan set out to conquer Africa's highest peak) को प्रतीक चिन्ह देकर इस अभियान के लिए रवाना किया.
राजेंद्र नाथ के नाम पर कई कीर्तिमान दर्जः उत्तराखंड SDRF मुख्यालय के मुताबिक, अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने के लिए निकले आरक्षी राजेंद्र नाथ द्वारा पूर्व में भी अनेक कीर्तिमान हासिल किए गए हैं. इनके द्वारा विगत वर्षों में DKD-2 (5670 मीटर), चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), सतोपंथ (7075 मीटर), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5642 मीटर) सहित माउंट गंगोत्री प्रथम (6675 मीटर) का सफलतापूर्वक आरोहण कर कीर्तिमान हासिल किया है.
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18 फरवरी से 28 फरवरी तक का अभियानः एसडीआरएफ मुख्यालय के मुताबिक, अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) पर एक्सपीडिशन का यह आयोजन 360 माउंट एक्सप्लोरर मुम्बई द्वारा कराया जा रहा है..यह अभियान 18 फरवरी से 28 फरवरी 2022 तक चलेगा. वहीं, SDRF आरक्षी राजेंद्र नाथ ने बताया कि पर्वतारोहण के इस सफर में असीमित रोमांच-जोश और मनोरंजन के साथ यह कारनामा जोखिम से भरा साहसिक खेल है. जिसको लेकर वह अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी वाले अगले टास्क की ओर बढ़ चुके हैं.