कीव / मॉस्को / नई दिल्ली : युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारत के नागरिकों की वापसी का सिलसिला जारी है. रोमानिया में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज 8 उड़ानें बुखारेस्ट पहुंचेंगी और करीब 1800 नागरिकों को भारत ले जाएंगी. उन्होंने कहा कि बुधवार को करीब 1300 नागरिकों को लेकर 6 उड़ानें बुखारेस्ट से रवाना हुईं थीं. उन्होंने कहा कि अब वे बॉर्डर प्वाइंट साइरेट जा रहा हूं. साइरेट में करीब 1000 छात्र हैं. ऑपरेशन गंगा के तहत स्लोवाकिया पहुंचे केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, कम से कम 370 भारतीय छात्रों को गुरुवार को दो विमानों के जरिए स्वदेश लाया जाएगा.
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Met Vishakha again the next day - this time,her spirits up & overjoyed about both, reconnecting with her brother & embarking on a flight to India.
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 3, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
I request everyone to keep faith in all the forces at work - the governments,the embassies & the volunteers on the ground.Jai Hind! https://t.co/SI4OeCdCz4 pic.twitter.com/MSPe1r8Zms
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गौरतलब है कि यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के कारण फंस गए भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में समन्वय के लिए रिजिजू इस समय यूक्रेन के पड़ोसी देश स्लोवाकिया के कोसिसे शहर में हैं. रिजिजू ने कहा, आज हम कोसिसे शहर से दो विमानों को रवाना करेंगे, जिसमें करीब 370 भारतीय छात्र सवार होंगे.
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These group of students have left for India from Košice in Slovakia.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) March 3, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Our new generation of young Indians are very confident. I've conveyed to them the message of Prime Minister @narendramodi Ji and wished them safe journey back home.#OperationGanga 🇮🇳 #UkraineWar pic.twitter.com/t7NQ5vBjjk
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इससे पहले केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कोसिसे के होटलों में ठहराए गए भारतीय छात्रों से बातचीत की और उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं प्रदान करने का प्रबंध किया. रिजिजू ने छात्रों से कहा कि कम समय में बड़ी संख्या में छात्रों को स्वदेश वापस ले जाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें थोड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है.
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Today morning, I visited Bidovce in Slovakia to check basic facilities for our citizens coming from Ukraine. Initially they had faced difficulties which will be taken care of now.#OperationGanga 🇮🇳 #Ukraine #UkraineRussiaWar #UkraineWar pic.twitter.com/ZyUsj2Q4gS
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उन्होंने छात्रों से कहा, 'इस प्रक्रिया में कुछ कमियां हो सकती हैं, आपको कुछ कठिनाइयां हो सकती हैं. मुझे यकीन है कि आप इसे सहन कर लेंगे. क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को जल्द से जल्द निकालने का यह सामान्य समय नहीं है, इसके लिए उच्च स्तर के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है.' रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि वरिष्ठ मंत्रियों को खुद यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाना चाहिए और छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के अभियान का नेतृत्व करना चाहिए.
रिजिजू ने छात्रों से कहा, 'मैं आप लोगों को जल्द से जल्द दिल्ली पहुंचाने की कोशिश कर रहा हूं. आज शाम छात्रों का एक समूह दिल्ली जा रहा है. यूक्रेन से और भी बहुत छात्र आ रहे हैं. मैं यहां यह सुनिश्चित करने के लिए हूं कि आपका यहां रहना जितना संभव हो उतना आरामदायक हो.'
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गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रिजिजू और ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा, हरदीप पुरी और वी के सिंह को भी युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए विशेष दूत के तौर पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया है. उन्हें भारतीयों की निकासी संबंधी मिशन के लिए समन्वय कायम करने और छात्रों की मदद करने के लिए भेजा गया है. इन मंत्रियों को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे अभियान 'ऑपरेशन गंगा. के तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया है.
(इनपुट- पीटीआई-भाषा)