गया : कोरोना महामारी के दौर में बिहार के गया जिले में सरकार की उपेक्षा देखने को मिल रही है. जिले के इमामगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की कमी के साथ-साथ एंबुलेंस की कमी बड़ी समस्या बनी हुई है. लगभग 200,000 की आबादी वाले इमामगंज समुदाय स्वास्थ्य केंद्र पर केवल एक एंबुलेंस है.
इमामगंज के निवासी इलाज के लिए इसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, इसके बावजूद यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का भारी अभाव देखने को मिल रहा है.
यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर है, जिस पर इमामगंज और उसके आसपास 500 से अधिक गांव निर्भर हैं. लेकिन यहां आपात स्थिति के लिए केवल एक एंबुलेंस है.
अगर गंभीर रूप से बीमार मरीज को गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (ANMCH) रेफर किया जाता है तो एंबुलेंस को गया से इमामगंज लौटने में कम से कम पांच घंटे का समय लग जाता है.
अस्पताल में कुल 24 स्टाफ
इमामगंज ब्लॉक में 17 पंचायतें हैं और एक पंचायत में कम से कम 15 गांव हैं, जिनकी कुल आबादी लगभग 200,000 है. जबकि यहां के सामुदायिक केंद्र में तीन डॉक्टर व नर्स समेत 24 स्टाफ हैं. कोरोना संकट से पहले केवल दो डॉक्टर थे. हाल ही में एक डॉक्टर को तैनात किया गया है.