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राजौरी हमले में घायल एक और जवान ने तोड़ा दम

राजौरी के परगल सेना कैंप में घुस रहे दो आतंकवादी ढेर कर दिए गए, वहीं इस आत्मघाती हमले में चार जवान शहीद हो गए. देर शाम राइफलमैन निशांत मलिक की इलाज के दौरान मौत हो गई. निशांत हरियाणा के रहने वाले थे.

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Published : Aug 11, 2022, 10:37 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के दारहल इलाके के परगल में सेना कैंप पर हुए आत्मघाती हमले में चार जवान शहीद हुए हैं. शहीद जवानों की पहचान सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, राइफलमैन मनोज कुमार और राइफलमैन लक्ष्मणन डी. और राइफलमैन निशांत मलिक के रूप में हुई है. बहादुरी से लड़ते हुए और 2 आतंकवादियों को मार गिराने के दौरान घायल हुए राइफलमैन निशांत मलिक (Nishant Malik) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

  • Indian Army chief Gen Manoj Pande & All Ranks salute the supreme sacrifice of Rifleman Nishant Malik, who laid down his life in the line of duty in Rajouri, #JammuAndKashmir and offer deepest condolences to the bereaved family: Indian Army https://t.co/27EhcDQcVG

    — ANI (@ANI) August 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय सेना की ओर से ट्वीट किया गया कि 'सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और सभी जवान राइफलमैन निशांत मलिक के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने राजौरी में कर्तव्य निभाते हुए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया.' भारतीय सेना ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. राइफलमैन निशांत मलिक हिसार (हरियाणा) के रहने वाले थे.

यह हमला सोमवार को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के चार दिन पहले हुआ. पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि गुरुवार को हमला करने वाले दोनों ’फिदायीन’ संभवत: आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के थे. सिंह के अनुसार, दोनों ने शिविर में घुसने का प्रयास किया लेकिन वे मारे गए. जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया, 'गुरुवार की तड़के, राजौरी जिले के पारगल में सेना की चौकी पर तैनात सतर्क संतरियों ने संदिग्ध व्यक्तियों को खराब मौसम का फायदा उठाते हुए चौकी के पास आते देखा.'

उन्होंने कहा कि संतरियों ने उन दो आतंकवादियों को चुनौती दी जिन्होंने चौकी के अंदर प्रवेश करने का प्रयास करते हुए ग्रेनेड फेंके. उन्होंने बताया कि हालांकि, सतर्क सैनिकों ने क्षेत्र को घेर लिया. आनंद ने बताया कि गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गये और इस अभियान में भारतीय सेना के छह सैनिक घायल हो गये और उनमें से चार जवान शहीद हो गए.

ये जवान हुए शहीद : उन्होंने बताया कि शहीद हुए सेना के जवानों में सूबेदार राजेंद्र प्रसाद (राजस्थान के झुंझुनू जिले के मालिगोवेन गांव के), राइफलमैन लक्ष्मणन डी (तमिलनाडु के मदुरै जिले के टी पुडुपट्टी गांव के) और राइफलमैन मनोज कुमार (हरियाणा के फरीदाबाद के शाहजहांपुर गांव के) व राइफलमैन निशांत मलिक (गांव आदर्श नगर जिला हिसार-हरियाणा) के रहने वाले थे.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा, 'कुछ लोगों (आतंकवादियों) ने पारगल में सेना के एक शिविर की बाड़ पार करने की कोशिश की. जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. भीषण गोलाबारी में दो आतंकवादी मारे गए.

पुलिस ने कहा कि क्षेत्र में जैश के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में एक खुफिया सूचना मिली थी और पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जिले के विभिन्न हिस्सों में अभियान चला रही थीं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (राजौरी) मोहम्मद असलम ने कहा, '11 राज राइफल्स शिविर की सात फुट ऊंची बाड़ की दीवार के निकट आए आतंकवादियों ने एक संतरी चौकी पर ग्रेनेड फेंका.' आखिरी आत्मघाती हमला 14 फरवरी 2019 को दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के लेथपोरा में हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

पढ़ें- राजौरी में सेना के शिविर पर हमले में तीन जवान शहीद, दो आतंकवादी मारे गये

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के दारहल इलाके के परगल में सेना कैंप पर हुए आत्मघाती हमले में चार जवान शहीद हुए हैं. शहीद जवानों की पहचान सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, राइफलमैन मनोज कुमार और राइफलमैन लक्ष्मणन डी. और राइफलमैन निशांत मलिक के रूप में हुई है. बहादुरी से लड़ते हुए और 2 आतंकवादियों को मार गिराने के दौरान घायल हुए राइफलमैन निशांत मलिक (Nishant Malik) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

  • Indian Army chief Gen Manoj Pande & All Ranks salute the supreme sacrifice of Rifleman Nishant Malik, who laid down his life in the line of duty in Rajouri, #JammuAndKashmir and offer deepest condolences to the bereaved family: Indian Army https://t.co/27EhcDQcVG

    — ANI (@ANI) August 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय सेना की ओर से ट्वीट किया गया कि 'सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और सभी जवान राइफलमैन निशांत मलिक के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने राजौरी में कर्तव्य निभाते हुए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया.' भारतीय सेना ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. राइफलमैन निशांत मलिक हिसार (हरियाणा) के रहने वाले थे.

यह हमला सोमवार को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के चार दिन पहले हुआ. पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि गुरुवार को हमला करने वाले दोनों ’फिदायीन’ संभवत: आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के थे. सिंह के अनुसार, दोनों ने शिविर में घुसने का प्रयास किया लेकिन वे मारे गए. जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया, 'गुरुवार की तड़के, राजौरी जिले के पारगल में सेना की चौकी पर तैनात सतर्क संतरियों ने संदिग्ध व्यक्तियों को खराब मौसम का फायदा उठाते हुए चौकी के पास आते देखा.'

उन्होंने कहा कि संतरियों ने उन दो आतंकवादियों को चुनौती दी जिन्होंने चौकी के अंदर प्रवेश करने का प्रयास करते हुए ग्रेनेड फेंके. उन्होंने बताया कि हालांकि, सतर्क सैनिकों ने क्षेत्र को घेर लिया. आनंद ने बताया कि गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गये और इस अभियान में भारतीय सेना के छह सैनिक घायल हो गये और उनमें से चार जवान शहीद हो गए.

ये जवान हुए शहीद : उन्होंने बताया कि शहीद हुए सेना के जवानों में सूबेदार राजेंद्र प्रसाद (राजस्थान के झुंझुनू जिले के मालिगोवेन गांव के), राइफलमैन लक्ष्मणन डी (तमिलनाडु के मदुरै जिले के टी पुडुपट्टी गांव के) और राइफलमैन मनोज कुमार (हरियाणा के फरीदाबाद के शाहजहांपुर गांव के) व राइफलमैन निशांत मलिक (गांव आदर्श नगर जिला हिसार-हरियाणा) के रहने वाले थे.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा, 'कुछ लोगों (आतंकवादियों) ने पारगल में सेना के एक शिविर की बाड़ पार करने की कोशिश की. जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. भीषण गोलाबारी में दो आतंकवादी मारे गए.

पुलिस ने कहा कि क्षेत्र में जैश के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में एक खुफिया सूचना मिली थी और पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जिले के विभिन्न हिस्सों में अभियान चला रही थीं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (राजौरी) मोहम्मद असलम ने कहा, '11 राज राइफल्स शिविर की सात फुट ऊंची बाड़ की दीवार के निकट आए आतंकवादियों ने एक संतरी चौकी पर ग्रेनेड फेंका.' आखिरी आत्मघाती हमला 14 फरवरी 2019 को दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के लेथपोरा में हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

पढ़ें- राजौरी में सेना के शिविर पर हमले में तीन जवान शहीद, दो आतंकवादी मारे गये

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